“ओह, आज फिर एक कद्दू कम है, रोज कौन मेरे खेतों से कद्दू चुरा रहा है," डमरू ने दुखी मन से सोचा और फिर उस ने चोर को पकड़ने के लिए जासूस चीकू और मीकू की मदद लेने का निर्णय लिया. वह उन के पास गया और उन्हें अपनी समस्या बताई.
“यह समस्या बेहद गंभीर है, डमरू, लेकिन तुम चिंता मत करो, जासूस चीकू और मीकू से बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है,” चीकू खरगोश बोला और फिर वह मीकू के साथ डमरू के खेत में आ गया.
“तुम्हारा खेत तो चारों ओर से बाड़ से घिरा है, इसलिए आसानी से किसी चोर का यहां आना संभव नहीं है,” चीकू बोला.
“चीकू, बाड़ के नीचे से आने की थोड़ी सी जगह है," मीकू ने खेत के चारों ओर लगी बाड़ की जमीन ऊंचाई को देखते हुए कहा.
“हां, ठीक है, डमरू, ये बताओ क्या तुम्हें किसी पर संदेह है?” चीकू ने पूछा.
“मुझे लगता है कि चोरी बैडी ने की है, वही आतेजाते ललचाई नजरों से मेरे खेत के कद्दुओं को देखा करता है,” डमरू जल्दी से बोला.
“नौट पौसिबल बैडी मोटा है, वह बाड़ के नीचे से कद्दू चुराने के लिए खेत में नहीं आ सकता,” चीकू ने सोचते हुए कहा.
“तो फिर चोर कौन है?" डमरू ने उलझन भरे स्वर में पूछा.
“पता चल जाएगा डमरू,” मीकू बोला.
"मीकू पैनपेपर निकालो, हमें उन वनवासियों की लिस्ट बनानी है जो डमरू के खेत से कद्दू चुरा सकते हैं,” चीकू ने कहा तो मीकू ने झटपट अपनी जेब से डायरी और पैन निकाल लिया.
“आई एम रेडी चीकू," मीकू बोला.
“सब से पहले तो इस में जंबो का नाम लिखो.”
“जंबो, लेकिन वह क्यों?” डमरू ने पूछा.
“जंबो अपनी सूंड की मदद से बाड़े के बाहर से ही कद्दू गिन सकता है और उन्हें खेत से बाहर ले जा सकता है," चीकू ने समझाया.
“फिर तो अगला नाम जरूर जैकी का होगा, क्योंकि वह भी अपनी लंबी गरदन द्वारा बाड़े में आए बिना ही कद्दू ले सकता है,” मीकू ने कहा तो चीकू ने सहमति से सिर हिला दिया.
“अब आखिरी नाम जंपी का लिखो,” चीकू बोला तो मीकू और डमरू दोनों चौंक गए.
“जंपी क्यों? उस की न तो लंबी गरदन है और न सूंड,” डमरू ने हैरान हो कर पूछा.
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बर्फीला रोमांच
\"अरे, सुन, जल्दी से मुझे दूसरा कंबल दे दे. आज बहुत ठंड है,” मीकू चूहे ने अपने रूममेट चीकू खरगोश से कहा.
अलग सोच
\"वह यहां क्या कर रहा है?\" अक्षरा ने तनुषा कुमारी, जबकि वह आधी अधूरी मुद्रा में खड़ी थी या जैसे उन की भरतनाट्यम टीचर गायत्री कहती थीं, अरामंडी में खुद को संतुलित कर रही थी.
दादाजी के जोरदार खर्राटे
मीशा और उस की छोटी बहन ईशा सर्दियों की छुट्टी में अपने दादादादी से मिलने गए थे. उन्होंने दादी को बगीचे में टमाटरों को देखभाल करते हुए देखा. उन के साथ उन की बूढ़ी बिल्ली की भी थी. टमाटरों के पौधों को तैयार करना था ताकि वे अगली गर्मियों में खिलें और फल दें.
कौन कर रहा था, मिस्टर चिल्स से खिलवाड़
वीर और उस के दोस्त अपनी सर्दियों की यात्रा के लिए दिन गिन रहे थे. वे नैनीताल जा रहे थे और बर्फ में खेलने और उस के बाद अंगीठी के पास बैठने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. आखिरकार जब वे नैनीताल पहुंचे, तो पहाड़ी शहर उन की कल्पना से भी ज्यादा मनमोहक था. बर्फ से जमीन ढक रखी थी. झील बर्फ की पतली परत से चमक रही थी और हवा में ताजे पाइन की खुशबू आ रही थी. यह एक बर्फीली दुनिया का दृश्य था, जो जीवंत हो उठा था.
मेरा संकल्प
जनवरी 2025 का पहला सप्ताह शुरू हो चुका था और 10 वर्षीय रोहन ने कोई संकल्प नहीं लिया था. वह जहां भी गया, स्कूल में, खेल के मैदान में और आसपड़ोस में सब जगह लोग नए साल के संकल्पों के बारे में बात कर रहे थे. रोहन भी एक महत्त्वपूर्ण और सार्थक संकल्प लेना चाहता था, लेकिन वह उलझन में था. वह एक ऐसा संकल्प लेना चाहता था, जो उस के लिए अच्छा हो और जिसे वह पूरे साल आसानी से पूरा कर सके.
सेल्वी का सरप्राइज
'चाय काप्पिई, चाय काप्पिई,' 'इडली वड़े, इडली वड़े,' बेचने वालों की तेज आवाज ने सेल्वी को जगा दिया. सूरज ढल चुका था और उस की ट्रेन अभी अभी तिरुनेलवेली जंक्शन में दाखिल हुई थी.
नौर्थ पोल की सैर
\"अंतरा, तुम कई घंटों से क्रिसमस ट्री सजा रही हो, क्या तुम थकी नहीं,\" मां ने किचन में काम निबटाने के बाद कहा...
जलेबी उत्सव
चंपकवन के राजा शेरसिंह को कार चलाने का बड़ा शौक था. जाड़े की एक शाम को वह अकेले ही लंबी ड्राइव पर निकल पड़ा...
मिशन सांता क्लौज
यह एक ठंडी, बर्फीली रात थी और शिमला की सभी सड़कें रोशनी में जगमगा रही थीं. करण, परी और समीर क्रिसमस मनाने के लिए उत्साहित थे. हर साल की तरह वे क्रिसमस के मौके पर समीर के घर सोने जा रहे थे, लेकिन इस साल उन्होंने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर एक अतिरिक्त कार्यक्रम की योजना बनाई थी...
अनोखा क्रिसमस
\"क्या तुम्हें मालूम है कि क्रिसमस आ ही वाला है?\" ब्राउनी सियार ने अपने दोस्त ब्रूटस भेड़िया से झल्लाते हुए पूछा...