"क्रिसमस का त्योहार हमारे किस काम का? मैं ने सुना है कि सैंटा क्लौज सब के लिए सुंदर गिफ्ट ले कर आता है, पर हमारी कौलोनी में तो आज तक कोई गिफ्ट नहीं आया,” रोबिन ने उदास हो कर कहा.
“ओह, तो यह बात है? अच्छा, एक बात बताओ, क्या तुम क्रिसमस वाले दिन घर के दरवाजे खुले रख कर सोते हो या बंद कर के?”
“यह कैसा सवाल है कोबी, भला घर का दरवाजा खोल कर कौन सोता है? हम सारे दरवाजे और खिड़कियां बंद कर के ही सोते हैं, पर तुम यह सब क्यों पूछ रहे हो?”
“अब तुम से क्या छिपाना रोबिन? दरअसल, मेरी सैंटा क्लौज से दोस्ती है. उस ने मुझे बताया था कि वह उन्हीं घरों में जा कर गिफ्ट देता है, जिन घरों के दरवाजे खुले मिलते हैं. बंद दरवाजे देख कर वह उलटे पांव लौट जाता है,” इतना कह कर कोबी अपने रास्ते चला गया.
दरअसल, कोबी एक नंबर का धूर्त है और अपनी मीठी बातों से जानवरों को जाल में फंसा कर अपना उल्लू सीधा करने में माहिर है.
“हमें कोबी की बातों में नहीं आना चाहिए. अगर हम सभी रात को दरवाजा खुला रख कर सोएंगे तो सैंटा क्लौज आए या न आए, पर कोई चोर जरूर आ कर हमारा सारा सामान साफ कर जाएगा और हम हाथ मलते रह जाएंगे,” रोबिन की पत्नी ने उस की बात सुन कहा.
“यह ऐसा नहीं है जैसा तुम समझ रही हो. कोबी ने तो हमारी भलाई के लिए ही ऐसा कहा है, क्योंकि खुद सैंटा क्लौज ने उसे यह बात बताई थी. मैं तो क्रिसमस वाले दिन अपने घर का दरवाजा खुला रख कर ही सोऊंगा ताकि हमें सैंटा क्लौज आ कर गिफ्ट दे सके,” रोबिन बोला.
उस ने अपनी कौलोनी के दूसरे हिरनों को भी अपने घर का दरवाजा खुला रख कर सोने की सलाह दी.
अगले दिन रोबिन की पत्नी पुलिस स्टेशन गई और पूरी कहानी बताई.
“इंस्पैक्टर, मुझे लगता है मेरे पति कोबी की बातों में आ गए हैं. मैं ने उन्हें बहुत समझाया वह अपनी जिद पर अड़े हैं. क्रिसमस वाली रात आप हमारी कौलोनी का विशेष ध्यान रखिएगा, ताकि कोबी अपनी चाल में सफल न हो पाए,” रोबिन की पत्नी ने विनती की.
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