क्रिसमस वाली रात
Champak - Hindi|December Second 2023
"क्रिसमस का त्योहार आने वाला है और तुम मुंह लटकाए बैठे हो?” रोबिन हिरन को उदास बैठे देख कर कोबी भालू ने पूछा.
इंद्रजीत कौशिक
क्रिसमस वाली रात

"क्रिसमस का त्योहार हमारे किस काम का? मैं ने सुना है कि सैंटा क्लौज सब के लिए सुंदर गिफ्ट ले कर आता है, पर हमारी कौलोनी में तो आज तक कोई गिफ्ट नहीं आया,” रोबिन ने उदास हो कर कहा.

“ओह, तो यह बात है? अच्छा, एक बात बताओ, क्या तुम क्रिसमस वाले दिन घर के दरवाजे खुले रख कर सोते हो या बंद कर के?”

“यह कैसा सवाल है कोबी, भला घर का दरवाजा खोल कर कौन सोता है? हम सारे दरवाजे और खिड़कियां बंद कर के ही सोते हैं, पर तुम यह सब क्यों पूछ रहे हो?”

“अब तुम से क्या छिपाना रोबिन? दरअसल, मेरी सैंटा क्लौज से दोस्ती है. उस ने मुझे बताया था कि वह उन्हीं घरों में जा कर गिफ्ट देता है, जिन घरों के दरवाजे खुले मिलते हैं. बंद दरवाजे देख कर वह उलटे पांव लौट जाता है,” इतना कह कर कोबी अपने रास्ते चला गया.

दरअसल, कोबी एक नंबर का धूर्त है और अपनी मीठी बातों से जानवरों को जाल में फंसा कर अपना उल्लू सीधा करने में माहिर है.

“हमें कोबी की बातों में नहीं आना चाहिए. अगर हम सभी रात को दरवाजा खुला रख कर सोएंगे तो सैंटा क्लौज आए या न आए, पर कोई चोर जरूर आ कर हमारा सारा सामान साफ कर जाएगा और हम हाथ मलते रह जाएंगे,” रोबिन की पत्नी ने उस की बात सुन कहा.

“यह ऐसा नहीं है जैसा तुम समझ रही हो. कोबी ने तो हमारी भलाई के लिए ही ऐसा कहा है, क्योंकि खुद सैंटा क्लौज ने उसे यह बात बताई थी. मैं तो क्रिसमस वाले दिन अपने घर का दरवाजा खुला रख कर ही सोऊंगा ताकि हमें सैंटा क्लौज आ कर गिफ्ट दे सके,” रोबिन बोला.

उस ने अपनी कौलोनी के दूसरे हिरनों को भी अपने घर का दरवाजा खुला रख कर सोने की सलाह दी.

अगले दिन रोबिन की पत्नी पुलिस स्टेशन गई और पूरी कहानी बताई.

“इंस्पैक्टर, मुझे लगता है मेरे पति कोबी की बातों में आ गए हैं. मैं ने उन्हें बहुत समझाया वह अपनी जिद पर अड़े हैं. क्रिसमस वाली रात आप हमारी कौलोनी का विशेष ध्यान रखिएगा, ताकि कोबी अपनी चाल में सफल न हो पाए,” रोबिन की पत्नी ने विनती की.

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM CHAMPAK - HINDIView all
नौर्थ पोल की सैर
Champak - Hindi

नौर्थ पोल की सैर

\"अंतरा, तुम कई घंटों से क्रिसमस ट्री सजा रही हो, क्या तुम थकी नहीं,\" मां ने किचन में काम निबटाने के बाद कहा...

time-read
7 mins  |
December Second 2024
जलेबी उत्सव
Champak - Hindi

जलेबी उत्सव

चंपकवन के राजा शेरसिंह को कार चलाने का बड़ा शौक था. जाड़े की एक शाम को वह अकेले ही लंबी ड्राइव पर निकल पड़ा...

time-read
5 mins  |
December Second 2024
मिशन सांता क्लौज
Champak - Hindi

मिशन सांता क्लौज

यह एक ठंडी, बर्फीली रात थी और शिमला की सभी सड़कें रोशनी में जगमगा रही थीं. करण, परी और समीर क्रिसमस मनाने के लिए उत्साहित थे. हर साल की तरह वे क्रिसमस के मौके पर समीर के घर सोने जा रहे थे, लेकिन इस साल उन्होंने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर एक अतिरिक्त कार्यक्रम की योजना बनाई थी...

time-read
5 mins  |
December Second 2024
अनोखा क्रिसमस
Champak - Hindi

अनोखा क्रिसमस

\"क्या तुम्हें मालूम है कि क्रिसमस आ ही वाला है?\" ब्राउनी सियार ने अपने दोस्त ब्रूटस भेड़िया से झल्लाते हुए पूछा...

time-read
5 mins  |
December Second 2024
उड़ने वाली बेपहिया गाडी
Champak - Hindi

उड़ने वाली बेपहिया गाडी

दिसंबर की शुरुआती ठंडी धुंध भरी सुबह थी और डैनियल भालू अपने मित्र हौपी खरगोश से मिलने गया हुआ था...

time-read
5 mins  |
December Second 2024
औपरेशन चौकलेट कुकीज
Champak - Hindi

औपरेशन चौकलेट कुकीज

\"क्या सैंटा इस बार क्रिसमस की पूर्व संध्या पर तुम्हारे घर आएगा?\" निशा ने जूली से पूछा...

time-read
6 mins  |
December Second 2024
रिटर्न गिफ्ट
Champak - Hindi

रिटर्न गिफ्ट

\"डिंगो, बहुत दिन से हम ने कोई अच्छी पार्टी नहीं की है. कुछ करो दोस्त,\" गोल्डी लकड़बग्घा बोला.

time-read
4 mins  |
December First 2024
चांद पर जाना
Champak - Hindi

चांद पर जाना

होशियारपुर के जंगल में डब्बू नाम का एक शरारती भालू रहता था. वह कभीकभी शहर आता था, जहां वह चाय की दुकान पर टीवी पर समाचार या रेस्तरां में देशदुनिया के बारे में बातचीत सुनता था. इस तरह वह अधिक जान कर और होशियार हो गया. वह स्वादिष्ठ भोजन का स्वाद भी लेता था, क्योंकि बच्चे उसे देख कर खुश होते थे और अपनी थाली से उसे खाना देते थे. डब्बू उन के बीच बैठता और उन के मासूम, क 'चतुर विचारों को अपना लेता.

time-read
4 mins  |
December First 2024
चाय और छिपकली
Champak - Hindi

चाय और छिपकली

पार्थ के पापा को चाय बहुत पसंद थी और वे दिन भर कई कप चाय पीने का मजा लेते थे. पार्थ की मां चाय नहीं पीती थीं. जब भी उस के पापा चाय पीते थे, उन के चेहरे पर अलग खुशी दिखाई देती थी.

time-read
5 mins  |
December First 2024
शेरा ने बुरी आदत छोड़ी
Champak - Hindi

शेरा ने बुरी आदत छोड़ी

दिसंबर का महीना था और चंदनवन में ठंड का मौसम था. प्रधानमंत्री शेरा ने देखा कि उन की आलीशान मखमली रजाई गीले तहखाने में रखे जाने के कारण उस पर फफूंद जम गई है. उन्होंने अपने सहायक बेनी भालू को बुलाया और कहा, \"इस रजाई को धूप में डाल दो. उस के बाद, तुम में उसके इसे अपने पास रख सकते हो. मैं ने जंबू जिराफ को अपने लिए एक नई रजाई डिजाइन करने के लिए बुलाया है. उस की रजाइयों की बहुत डिमांड है.\"

time-read
4 mins  |
December First 2024