जिएं तो कुछ ऐसे जिएं
Rupayan|June 23, 2023
अक्सर हम सबके लिए बढ़ती उम्र एक बहाना होती है, आराम करने का या फिर सुख-सुविधाओं का उपभोग करने का। लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं, जो जीवन संध्या में भी अपने पैशन को जी रही हैं। अपने देश और समाज को कुछ देने का मकसद ही उनका जुनून है। इनको देखकर मन कहता है- “जिएं तो कुछ ऐसे जिए!”
लक्ष्मी कुमारी
जिएं तो कुछ ऐसे जिएं

म सबके जीवन में आपाधापी मची रहती है। लेकिन एक उम्र के बाद सक्रियता कम होने लगती है और हम आराम पाने की स्थिति में पहुंच जाते हैं। इसीलिए कहा जाता है कि कमाने-खाने की भी एक उम्र होती है। लेकिन कहावत यह भी है कि 'एज नो बार' यानी कुछ करने के लिए जिनके इरादे मजबूत हैं, उम्र उनके सामने कोई मायने नहीं रखती। ताज्जुब होता है कि ऐसे लोग उम्र के इस पड़ाव पर भी अपने मन के साथ-साथ समाज, देश और दुनिया के लिए भी बहुत कुछ करते हैं। वैसे तो दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो उम्रदराज होने के बावजूद अपने पैशन को जिंदा ही नहीं रखे हुए हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए भी एक मिसाल बने हुए हैं, लेकिन हम यहां पांच ऐसी महिलाओं की बात कर रहे हैं। इनको जानना-समझना दिलचस्प है कि आखिर कैसे इन्होंने अकेले ही समाज में अलख जगाने का कार्य किया। ऐसा कार्य, जिससे देश और समाज का भला हुआ और हो रहा है। खास बात यह है कि इसके लिए इन्होंने अकेले ही शुरुआत की। दूसरी बात, बढ़ती उम्र इनके आड़े कभी नहीं आई। इनके जज्बे को देखकर युवा पीढ़ी में भी कुछ करने का जोश भर जाता है।

1. पीड़ित महिलाओं की 'सहेली'

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11 धार्मिक कॉरीडोर का नगर प्रयागराज
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11 धार्मिक कॉरीडोर का नगर प्रयागराज

सनातन संस्कृति के उद्भव और विकास की साक्षी प्रयागराज नगरी में तीन पवित्र नदियों की संगम स्थली है तो सृष्टि रचना की कामना के साथ पहला यज्ञ भी यहीं हुआ था। यहां शक्तिपीठ है तो अनादिकाल से अक्षयवट भी है। ऐसे ही अगाध आस्था तथा आध्यत्मिक / सांस्कृतिक महत्व के पुरातन स्थलों का राज्य सरकार द्वारा सौंदर्यीकरण कराया गया है। प्रयागराज एक मात्र ऐसा नगर हैं, जहां 11 धार्मिक कॉरीडोर हैं।

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January 24, 2025
डिजिटल महाकुम्भ अनुभव केंद्र
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डिजिटल महाकुम्भ अनुभव केंद्र

डिजिटल महाकुम्भ की परिकल्पना को साकार करते हुए इस बार मेला क्षेत्र के सेक्टर तीन में स्थापित 'डिजिटल महाकुम्भ अनुभव केंद्र' आकर्षण का केंद्र है।

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January 24, 2025
स्वस्थ महाकुम्भ
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स्वस्थ महाकुम्भ

कड़ाके की ठंड के बीच महाकुम्भ में संगम स्नान की अभिलाषा रखने वाले प्रयागराज आ रहे श्रद्धालुओं, संत-महात्माओं, कल्पवासियों और पर्यटकों की स्वास्थ्य सुरक्षा के भी इंतजाम किये गए हैं।

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January 24, 2025
सर्वसुविधायुक्त टेंट सिटी
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सर्वसुविधायुक्त टेंट सिटी

ठंड में महाकुम्भ में आने वाले हर किसी व्यक्ति की पहली चिंता आवासीय प्रबंध को लेकर होती थी, लेकिन महाकुम्भ 2025 में हर आय वर्ग के लोगों के रहने, खाने-पीने के सुविधाजनक प्रबंध किए गए हैं।

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January 24, 2025
'सनातन के ध्वजवाहक 'अखाड़ों' की दिव्यता-भव्यता ने किया निहाल'
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'सनातन के ध्वजवाहक 'अखाड़ों' की दिव्यता-भव्यता ने किया निहाल'

मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर सनातन परंपरा का निर्वहन करते हुए अखाड़ों ने संगम में दिव्य अमृत स्नान किया। भाला, त्रिशूल और तलवारों के साथ युद्ध कला का अद्भुत प्रदर्शन करते हुए घोड़े और रथों पर सवार होकर शोभायात्रा के साथ पहुंचे नागा साधु, संतों की दिव्यता और करतब देखकर श्रद्धालु निहाल हो उठे। पावन त्रिवेणी में अठखेलियाँ करते नागा साधुओं को देखते ही बन रहा था।

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January 24, 2025
त्रिवेणी स्नान को उमड़ा जनसमुद्र
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त्रिवेणी स्नान को उमड़ा जनसमुद्र

1.75 करोड़ श्रद्धालुओं ने पौष पूर्णिमा पर संगम स्नान किया| 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति पर लगाई आस्था की डुबकी

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January 24, 2025
संस्कृतियों का संगम, एकता का महाकुम्भ
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संस्कृतियों का संगम, एकता का महाकुम्भ

मकर संक्रांति पर महाकुम्भ में भारत के हर राज्य के लोगों संगम में अमृत स्नान किया। कई देश के श्रद्धालु भी पहुंचे और जय श्री राम, हर हर गंगे, बम बम भोले के उद्घोष के साथ भारतीय जनमानस के साथ घुल मिल गए।

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January 24, 2025
को कहि सकड़ प्रयाग प्रभाऊ
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को कहि सकड़ प्रयाग प्रभाऊ

गंगा-यमुना एवं सरस्वती के संगम पर विराजित प्रयाग सभ्यता के ऊषाकाल से ही भारतीय संस्कृति का अमर वाहक और आधार स्तम्भ रहा है। यह हमारे राष्ट्र तथा संस्कृति की पहचान, प्रतीक व पुरातन परम्परा का निर्वाहक रहा है।

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January 24, 2025
तकनीक का महाकुम्भ
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तकनीक का महाकुम्भ

इस बार 'डिजिटल महाकुम्भ' के रूप में परिकल्पना की गई है। अब पूरी दुनिया यूपी की डिजिटल और तकनीक आधारित महाकुम्भ-2025 साक्षी बन रही है। मेले की भव्यता को बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर इसका प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से पहली बार प्रदेश सरकार ने पूरे मेले का डिजिटलाइजेशन किया है।

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January 24, 2025
स्वच्छ महाकुम्भ
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स्वच्छ महाकुम्भ

विश्व के सबसे विराट मानव समागम के स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल बनाये रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रबंध किए गए हैं। एक ओर जहां पूरे प्रयागराज नगर में 03 लाख पौधे लगाए गए हैं तो दूसरी ओर मेला परिसर को 'सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री रखने का संकल्प है।

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January 24, 2025