जब भी किसी बच्चे का जन्म होता है, उसके लिए सबसे पहले और सबसे ज्यादा जरूरी होता है मां का दूध। बच्चे के लिए मां का दूध पौष्टिक तत्वों से भरा होता है, जिससे उसके शरीर का विकास भी होता है। शोध के मुताबिक मानें तो मां के स्तन के दूध की संर चना उसी पर निर्भर करती है, जो वो खाती है। सामान्य तौर पर देखा जाए तो कोई भी ऐसा खाद्य पदार्थ नहीं है जो ऑफ लिमिट हो। इसके बजाय महिलाओं को संतुलित आहार खाने की ही सलाह दी जाती है। आज हम आपको इस लेख के जरिये कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताएंगे जिससे आपको पता चल पाएगा कि दूध आपके बच्चे को प्रभावित कर रहा है या नहीं?
1. मछली
मछली एक डीएचए और इपीए का एक बड़ा स्रोत होती है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है तो जो नवजात बच्चों के दिमाग के विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है। ये पौष्टिकता अन्य खाद्य पदार्थों में एक साथ मिलना मुश्किल होता है। वहीं आपको ये भी ध्यान देना होगा कि पारा के सम्पर्क में आने वाली मछली के सेवन से बचा जाए। क्योंकि जब मां ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करती है तो नवजात बच्चे के दिमाग में काफी नकारात्मक असर पड़ता है।
2. हर्बल सप्लीमेंट्स
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सर्दियों में भी रखें वास्तु का ख्याल
सर्दी के इस मौसम में कुछ वास्तु उपाय करके आप सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं कौन से हैं वो उपाय आइए लेख के माध्यम से जानें?
विश्व का महापर्व नववर्ष
विश्व के सभी देशों की अपनी अलग परंपराएं और पर्व होते हैं। किन्तु नववर्ष एक ऐसा पर्व है जो सभी देशों द्वारा एक साथ मनाया जाता है। भले ही इस पर्व को मनाने के तरीके अलग हों।
हम नित्य नवीन हों
जीवन में नवीनता का अर्थ क्या है नित्य नवीनता, नित्यनूतन सकारात्मकता। उस परमात्मा के उद्देश्य को पूर्ण करना जिसने बड़े प्रेम से सृष्टि और मनुष्य की रचना की है, इस शरीर में सब कुछ होते हुए भी प्राण निकलने पर इस शरीर में दुर्गंध आने लगती है। अगर हम एक पेंटिंग बनाते हैं तो हम कितने खुश होते हैं यदि कोई पेंटिंग खराब कर दे तो हमें कितना बुरा लगता है। हम सब ईश्वर की बनाई हुई एक सुन्दर कृति हैं हम जब बुरे कर्म करते हैं तो उस परमेश्वर को कितना दुख होता होगा, नवीन हम तभी बनेंगे जब हम नकारात्मक विचार त्यागेंगे और जीवन के सकारात्मक उद्देश्य को आत्मसात करेंगे। महात्मागांधी ने कहा है -
सामाजिक आदर्श का प्रतीक बने कुम्भ मेला
स्नान, दान का महापर्व कुम्भ आस्था का ऐसा मेला है जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु जन पहुंचते हैं। मेला किन अर्थों में महत्त्वपूर्ण व किस प्रकार सामाजिक आदर्श का प्रतीक बन सकता है। आइए जानते हैं लेख से।
हिन्दू ग्रंथों में महाकुम्भ
महाकुम्भ की महिमा का गुणगान हमारे धर्मग्रंथों में भी मिलता है। महाकुम्भ पर क्या कहते हैं हमारे धर्म ग्रंथ व कुम्भ में स्नान के महत्त्व को? आइए जानते हैं लेख से
जीवनशैली में बदलाव लाकर बनाएं पैन्क्रियाज को सेहतमंद
पाचन संबंधी परेशानियां हैं तो पेट से संबंधित कोई भी छोटी-सी समस्या को न करें नजरअंदाज, ऐसा न हो कि पैन्क्रियाटाइटिस या पैन्क्रियाटिक कैंसर जैसे रोग का करना पड़े सामना। सावधान रहें, स्वच्छ और पौष्टिक आहार को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
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अब आपके दिमाग में सवाल उठेगा कि हमारी मानसिक और शारीरिक सेहत अच्छी है, इसका पता कैसे लगे? तो बता दें कि यह जानने के लिए आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं है। आपका शरीर खुद ही बताएगा कि आप आंतरिक रूप से स्वस्थ हैं कि नहीं। इन 11 लक्षणों से जानें, जो सेहतमंद होने की निशानी है।
सर्दी का मौसम व बच्चों की देखभाल ऐसे करें
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डिटॉक्स वॉटर से कम करें वजन
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