हर होने वाली मां को आने वाली खुशी के पहले छोटी-मोटी परेशानियों से भी दो-चार होना पड़ता है। कभी कमर दर्द परेशान करता है, तो कभी थकान हावी हो जाती है। कब्ज, नींद न आना आदि समस्याएं भी अकसर गर्भवती महिलाएं महसूस करती हैं। इन समस्याओं का आसान उपाय छुपा है, नियमित व्यायाम में अध्ययन बताते हैं कि गर्भावस्था के दौरान नियमित व्यायाम का लाभ गर्भवती महिला के साथ-साथ गर्भ में पल रहे बच्चे को भी मिलता है। नियमित व्यायाम से होने वाली मां का मन खुश रहता है, पोस्चर ठीक रहता है, पीठ दर्द, तनाव व थकान भी कम होती है। साथ ही सामान्य प्रसव की संभावनाओं में इजाफा होता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गाइनेकोलॉजी के एक अध्ययन के मुताबिक गर्भवती महिला को हर रोज कम से कम 30 मिनट शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए।
ये व्यायाम आएंगे काम
गर्भावस्था का यह सफर पूरे नौ माह का होता है। बढ़ते समय के साथ जरूरतें बदलती हैं और शरीर की स्थिति भी। ऐसे में पूरे नौ महीने एक जैसा व्यायाम भी कारगर नहीं होगा। गर्भ की अवधि और शरीर की आवश्यकता के हिसाब से व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल कीजिए।
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