पीरियड के दौरान पेट, पीठ के निचले हिस्से और जांघों के आसपास बेचैनी महसूस करना आम बात है। पीरियड के दौरान पेट की मांसपेशियां सिकुड़ती हैं, जो दर्द का कारण बनती हैं। ऐसी स्थिति में महिलाओं को पेट में ऐंठन, जी मचलाना, उल्टी, सिरदर्द और दस्त जैसे दर्दनाक लक्षण महसूस हो सकते हैं। पीरियड के दर्द के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं, जैसे-बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होना, पहले बच्चे के जन्म के बाद परिवर्तन, बहुत कम या ज्यादा उम्र में पीरियड शुरू होना, यूट्रस का अधिक बढ़ना, एंडोमेट्रिओसिस या फायब्रॉइड का होना। पीरियड के दौरान होने वाले ऐंठन और दर्द को कम करने में कुछ घरेलू उपाय में मददगार हो सकते हैं:
दवाओं की मदद
पीरियड दर्द और ज्यादा ब्लीडिंग को कंट्रोल करने के लिए बिना प्रिस्क्रिप्शन के भी मिलने वाली कुछ दवाओं का सहारा लिया जा सकता है। दर्द के लिए इबुप्रोफेन, मेफेनामिक एसिड और नेपरोक्सन फायदेमंद हो सकती है। ये दवाएं शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन के उत्पादन को कम करने में मदद करती हैं। हालांकि ये दवाएं गर्भनिरोधक के रूप में काम नहीं करती हैं, लेकिन दर्द को काफी हद तक कम कर सकती हैं। यदि इससे भी दर्द ठीक न हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। ऐसी स्थिति में डॉक्टर हार्मोनल दवाएं खाने की सलाह देते हैं।
कुछ खास तेल से करें मसाज
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