अगर 40 की उम्र के बाद धीमे-धीमे बढ़ते वजन से आप परेशान हैं, तो आप अकेली नहीं हैं। अकसर महिलाएं ये शिकायत करती रहती हैं कि प्री-मेनोपॉज और मेनोपॉज तक पहुंचते-पहुंचते उनका वजन काफी बढ़ गया है। हेल्थ जर्नल द ओबेसिटी के अनुसार, 40 के बाद लगभग 80 प्रतिशत महिलाओं का वजन बढ़ जाता है। उन महिलाओं के साथ ये समस्या अधिक होती है, जो उम्र बढ़ने के साथ अपने खानपान में बदलाव नहीं लातीं और शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं रहतीं। 40 के बाद होने वाला हार्मोनल बदलाव वजन बढ़ने का सबसे प्रमुख कारण है, लेकिन ये एकमात्र कारण नहीं है। कई और कारण हैं जो महिलाओं का वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं। क्या हैं ये कारण, आइए जानें:
हार्मोनल बदलाव का असर
40 के बाद महिलाओं का वजन बढ़ने का सबसे प्रमुख कारण हार्मोन में आने वाला बदलाव है। हार्मोन केमिकल मैसेंजर्स हैं, जो शरीर की अधिकांश गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं: भूख से लेकर प्रजनन तक। जैसे-जैसे आप मेनोपॉज की उम्र की ओर बढ़ती हैं, एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्ट्रॉन हार्मोन के स्तर में बदलाव आता है। इनसे शरीर में कई परिवर्तन होते हैं, जिनमें हड्डियों का घनत्व और मांसपेशियों का मास कम हो जाना, सेक्स की इच्छा कम होना और मूड में बदलाव आदि प्रमुख हैं।
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