एक अच्छा रिश्ता एकतरफा नहीं होता। उसमें संतुलन होता है। पर, कई रिश्तों में लगातार एक ही व्यक्ति सामने वाले को रखने की कोशिश करता रहता है। इस तरह के रिश्ते को विशेषज्ञों की भाषा में कोडिपेंडेंसी रिश्ता कहते हैं, जो आपकी अपनी मानसिक सेहत के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है। संभव है कि आप अपने साथी को खुश रखने के लिए खुद की जरूरतों से समझौता करना प्यार जताने का एक तरीका समझती हों। पर, लगातार ऐसा करना आपके लिए ठीक नहीं। कोडिपेंडेंट रिश्ते में संतुलन का अभाव होता है, जहां एक व्यक्ति के पास हर मामले में ज्यादा अधिकार होते हैं। जसलोक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में कंसल्टेंट मनोवैज्ञानिक डॉ. ऋतिका अग्रवाल कहती हैं, 'अमूमन इस तरह के रिश्ते में दो तरह की भूमिका निभाई जाती हैं। एक व्यक्ति देखभाल करने वाला होता है और दूसरा बस अपनी मांग और जरूरतें बताता रहता है। रिश्ते में देखभाल करने वाला व्यक्ति अपनी सोच, भावना व जरूरतों से पहले सामने वाले की इन जरूरतों को पूरा करने में अपनी सारी ऊर्जा लगा देता है। वहीं, सामने वाला व्यक्ति जान-बूझकर या फिर अनजाने में ही सही इस स्थिति का लाभ उठाता चला जाता है।' रिश्ते में साथी को खुश रखने की कोशिश में लगे व्यक्ति के क्या होते हैं लक्षण, आइए जानें:
दूसरों को खुश करने की आदत
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अब घर होगा महिला के नाम
हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी, जयंती रंगनाथन
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