हर साल की तरह त्योहारी मौसम के बाद शादियों के मौसम ने भी दस्तक दे दी है। पर, क्या आपको यह मालूम है कि इसके आते ही अविवाहित लड़कियों के तनाव में इजाफा हो जाता है। अब आप सोच रही होगी कि भला यह क्या बात हुई ? पर, यह बात एकदम सटीक है। अध्ययन भी इस बात की तसदीक करते हैं। एक अध्ययन के अनुसार लगभग पांच में से दो यानी 39 प्रतिशत भारतीय युवाओं का मानना है कि उनके परिवारवाले शादी के मौसम के दौरान उन पर भी शादी कर लेने का दबाव बनाते हैं। शादी न करना या न हो पाना उनके चरित्र, उनके लुक, उनकी क्षमताओं सरीखे तमाम मामलों पर लोगों को गैर जरूरी नुक्ता-चीनी करने का भी मौका देते हैं। अध्ययन बताते हैं कि लगभग एक-तिहाई लोग शादी करने के पारिवारिक व सामाजिक दबाव के कारण ही खुद को एक लंबे रिश्ते में बांध लेते हैं। नतीजा, तनाव। आपका शादी करना या न करना दोनों ही आपके लिए तनाव का कारण बन जाते हैं।
यह तनाव आपको परेशान न करने पाए, इसकी तैयारी आपको पहले से कर लेनी होगी। इस बाबत रिलेशनशिप कोच ईला जैन कहती हैं कि शादी एक कॉन्ट्रैक्ट है, जिसमें लड़का और लड़की की आपसी सहमति और रजामंदी शामिल होना बेहद जरूरी है। किसी भी तरह का दवाब जिंदगी को बोझिल बना सकता है। लिहाजा, तनाव और दबाव की तैयारी करना बेहद जरूरी है।
खंगाले खुद को
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लौंग दा लश्कारा
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