कभी-कभी बिना बात के भी रिश्ते में तनाव की पैठ बढ़ जाती है। पति-पत्नी के बीच बेवजह लड़ाई होने लगती है। ऐसा लगता है, जैसे हमें कोई समझने वाला ही नहीं है। बस, कुछ पल मिल जाएं और जी भरकर रो लें। या फिर खुद ही सबसे झगड़ने का मन करता है और चिड़चिड़ापन स्वभाव का हिस्सा बन जाता है। कारण क्या है समझ नहीं आता? ऐसा इसलिए क्योंकि कारण पता होते हुए भी हम सबसे ज्यादा उसे ही नजरअंदाज कर रहे होते हैं। इस बेवजह के तनाव की अहम वजह है आपकी मानसिक सेहत, जो काम के दवाब के चलते थकान मोड पर आ चुकी है और फिलहाल उसे आराम की जरूरत है। भारत में मानसिक सेहत को तवज्जो नहीं दी जाती। पर, अगर इस समस्या को सही तरीके से समझा जाए और दिमागी थकान को दूर करने के लिए सही कदम उठाए जाएं तो रिश्ते में घुलती अनचाही कड़वाहट को दूर किया जा सकता है। साथ ही ऐसा करने के शारीरिक सेहत पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
दिमागी थकान को पहचानें
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