आपने अकसर देखा होगा कि तमाम सेलिब्रिटीज, मॉडल्स या फिल्म अभिनेत्रियां इतनी खूबसूरत लगती हैं कि मानो ऊपर वाले ने बड़ी फुरसत में उन्हें बनाया हो । इन हसीन चेहरों पर बढ़ती उम्र का असर दिखना तो दूर की बात है, उम्र के साथ-साथ इनकी खूबसूरती भी बढ़ती चली जाती है। बेशक, खुद को इतना मेंटेन रखने के लिए अनुशासित जीवन शैली और सेहतमंद खानपान का बहुत महत्व है, लेकिन ऐसा कुछ और भी है जो इनकी सुंदरता को बरकरार रखने में सहायता करता है। यह एस्थेटिक ट्रीटमेंट यानी सौन्दर्य चिकित्सा की बात हो रही है, जिसके कमाल के परिणाम किसी भी व्यक्ति की खूबसूरती को कई गुना तक बढ़ा सकते हैं। हालांकि, इस प्रकार की चिकित्सा के परिणाम प्लास्टिक सर्जरी से मिलते-जुलते ही होते हैं, लेकिन एस्थेटिक ट्रीटमेंट प्लास्टिक सर्जरी से कई मायनों में भिन्न होता है। यह ट्रीटमेंट अपेक्षाकृत कम लागत वाले होते हैं और इनमें किसी प्रकार के चीर-फाड़ की जरूरत नहीं पड़ती है। हालांकि पहले सौंदर्य चिकित्सा का इस्तेमाल बहुत ज्यादा चलन में नहीं था, लेकिन अब मशहूर हस्तियों के साथ-साथ आम महिलाएं भी इस तरह के ट्रीटमेंट में पूरी दिलचस्पी दिखाने लगी हैं। पर, इन्हें करवाने से पहले यह समझ लेना जरूरी है कि आखिर इस ट्रीटमेंट का अर्थ क्या है और इसके करवाते समय किन बातों का ख्याल रखना जरूरी है।
क्या है एस्थेटिक ट्रीटमेंट?
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