रसोई, घर का वह कोना जहां औरतों का सबसे ज्यादा वक्त गुजरता है। औसतन देखा जाए तो गृहिणियां अपनी जिंदगी के लगभग 18 साल वहीं गुजार देती हैं। यकीनन 21 वीं सदी की हर चीज की तरह उनके इस काम को भी रफ्तार की जरूरत है, जिसमें उनकी मदद करते हैं मॉर्डन किचन अप्लांइसेज, जिन्हें हर शख्स अपनी जरूरत के हिसाब से अपनी रसोई का हिस्सा बनाना चाहता है। पर, कुछ बातें हैं जो इन अप्लांइसेज को रसोई का हिस्सा बनाने के पहले ध्यान में रखने की जरूरत होती है ताकि वह आपके लिए मददगार बनें, समस्या नहीं। उन्हें घर लाने के पहले उनकी उपयोगिता, खर्च, रख-रखाव सरीखी तमाम बातें हैं, जिन पर गौर करना जरूरी होता है। इन बातों की अनदेखी न सिर्फ आपकी जेब पर असर डालेगी बल्कि उन अप्लाइंसेज की उपयोगिता में भी आपको कमी नजर आने लगेगी।
बनाएं योजना
हर काम की तरह उपकरण की खरीदारी के पहले भी एक सटीक योजना की आवश्यकता होती है। कोई भी उपकरण लेने के पहले अपनी रसोई के आकार, प्रकार, जरूरत पर गौर कीजिए। इंटीरियर डिजाइनर शौर्या पांडेय कहती हैं कि उपकरण लाने से भी पहले इस बात को समझें कि आप उस उपकरण को रसोई में कैसे व्यवस्थित ढंग से फिट कर सकती हैं। यानी रसोई का आकार छोटा हो तो उसमें बहुत बड़ा फ्रिज नहीं रखा जा सकता। तो अपने किचन के आकार के हिसाब से एकदम सटीक साइज का उपकरण चुनें। मुमकिन है कि आपको अच्छा लगने वाला उपकरण रसोई में थोड़े से बदलाव के बाद फिट हो जाए। तो आप उस ओर भी सोच सकती हैं। ध्यान रहे कि अगर आपके उपकरण को सही जगह नहीं मिल पाई तो आपका किचन फैला और अव्यवस्थित नजर आएगा। हो सकता है, काम आने वाली अड़चन के चलते आप उस उपकरण का प्रयोग जरूरत पड़ने पर भी करने से परहेज करें। ऐसे में यकीनन बेहद आवश्यक उपकरण भी आपको बोझ सा लग सकता है।
ले भरपूर समय
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