आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ है कि कल तक जो जींस बिल्कुल ठीक आ रही थी, आज वो इतनी टाइट हो गई है कि आप उसे पहन भी नहीं पा रहीं? ऐसा होने पर हम सब तुरंत वजन बढ़ने का रोना रोने लगते हैं। पर, समझने वाली बात है एक दिन में मोटापा इतना नहीं बढ़ सकता। रात भर में कपड़े टाइट होने का कारण अपका बढ़ा वजन नहीं बल्कि ब्लोटिंग यानी पेट फूलना हो सकता है। ब्लोटिंग की समस्या स्थायी और अस्थायी दोनों हो सकती है। वैसे तो इसे पाचन तंत्र से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन कई बार ब्लोटिंग गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकती है। ब्लोटिंग या पेट फूलने को पेट की सूजन भी कहते हैं। इसका सबसे प्रमुख कारण है, आंतों में बहुत अधिक मात्रा में गैस बनना। खाना खाने के बाद ब्लोटिंग होना पाचन तंत्र से संबंधित समस्याओं के कारण हो सकता है। कई बार खानपान से संबंधित गलतियों के कारण भी यह समस्या हो सकती है, जैसे बहुत अधिक मात्रा में खाना, जल्दी-जल्दी खाना, खाने को ठीक तरह से पचा न पाना आदि। ब्लोटिंग होने के कई गंभीर कारण भी हो सकते हैं, जिनमें फूड एलर्जी से लेकर कैंसर तक शामिल हैं। अगर ब्लोटिंग की समस्या अस्थायी है तो थोड़े समय में ठीक हो जाती है, लेकिन अगर बार-बार ब्लोटिंग हो और लंबे समय तक बनी रहे तो इसे गंभीरता से लें। ब्लोटिंग का सबसे पहला लक्षण होता है, पेट फूलना। लेकिन इसके अलावा कई और लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जैसे पेट में कड़ापन और दबाव महसूस होना। कभीकभी पेट दर्द और पेट में सूजन भी हो सकती है। ब्लोटिंग होने पर ऐसा महसूस हो सकता है जैसे हमने बहुत ज्यादा खा लिया है। 10 से 25 प्रतिशत सेहतमंद लोगों को नियमित रूप से ब्लोटिंग की समस्या होती है। 75 प्रतिशत लोगों में इस बीमारी के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर होते हैं, वहीं 10 प्रतिशत लोगों को नियमित रूप से इस समस्या से जूझना पड़ता है। आईबीएस यानी इरिटेबल बाउल सिंड्रोम से पीड़ित 90% लोगों को ब्लोटिंग की समस्या होती है, वहीं पीरियड शुरू होने से पहले और पीरियड के दौरान 75 प्रतिशत महिलाएं ब्लोटिंग से परेशान रहती हैं।
मोटापा और ब्लोटिंग का फर्क
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