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नरगिस मोहम्मदी जेल से नोबेल शांति पुरस्कार
कट्टरपंथी देश ईरान में महिलाओं के उत्पीड़न की लड़ाई लड़ने वाली नरगिस मोहम्मदी को नोबेल शांति पुरस्कार मिला है. वे दुनियाभर के आंदोलनकारियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं.
5 राज्यों के विधानसभा चुनाव विपक्ष की बराबर की टक्कर
5 राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का पलड़ा भारी पड़ता नजर आ रहा है. धर्म के नाम पर बनाए भाजपा के माहौल को जनता नकारती नजर आ रही है.
होम डैकोरेशन के सामान
घर को डैकोरेट करना न सिर्फ घर को सुंदर बनाता है बल्कि घर में रहने वाले सदस्यों को भी आपस में जोड़ कर रखता है, क्योंकि नए सुंदर बदलाव से रिश्तों में भी सुंदरता आती है.
त्योहार के मौके पर शानदार और यादगार डिनर
त्योहार का मौका है तो तैयारियां भी उसी अनुसार होनी चाहिए. छोटा यानी 4 जनों का परिवार है तो घर पर ही अच्छा डिनर बनाया जा सकता है जो लंबे समय तक याद रहेगा.
त्योहार की खुशियां डिफरैंट कास्ट, रंग, रिलीजन में बांटे
त्योहारों की खुशियां तभी हैं जब ये मिलजुल कर सौहार्द से मनाए जाएं, फिर चाहे वह अलग मजहब, जाति, रंग के साथ मनाना हो. आपसी प्रेमभाव रहेगा तो त्योहार में तनाव नहीं होगा और त्योहार अच्छे से मनाया भी जा सकेगा.
परिवार का ट्रिप प्लान करे ग्लू का काम
त्योहार अच्छा मौका है अपने परिवार संग समय बिताने का यह तब और अधिक यादगार हो जाता है जब फैमिली के साथ कहीं ट्रिप पर निकल पड़ो. यह ग्लू का काम करता है जो परिवार को जोड़े रखता है.
परिवार के साथ कम समय में भी ज्यादा समय बिताएं
आज के समय में कैरियर या पढ़ाई के चलते घर से दूर किसी और शहर जाना पड़ जाता है. ऐसे में परिवार से मिलने के मौके त्योहार या फंक्शनों में ही मिल पाते हैं. जरूरी है कि जब परिवार के साथ हों तो परिवार की अहमियत समझते हुए कम समय में ज्यादा समय बिताया जाए.
परिवार है तो प्यार है
आज के समय में परिवार छोटे हो गए हैं. ऐसे में जरूरी है कि जो थोड़े से लोग परिवार में हों वे एकदूसरे के साथ खड़े रहें. परिवार के साथ होने पर गम आधा और खुशियां दोगुनी हो जाती हैं. परिवार आप के लिए एक ग्लू है. परिवार ही नहीं होगा तो झगड़ने, मिलने, शेयर करने का आनंद नहीं ले सकेंगे. दिल में, बस, एक कसक ही रह जाएगी.
कमाल की चीज है पैट थेरैपी
पशु न केवल मनोवैज्ञानिक लाभ देते हैं बल्कि इन के सान्निध्य में हृदयगति भी असामान्य से सामान्य होती पाई गई है.
हिंदू धर्म नहीं पढ़ना चाहता हिंदू
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के एक कोर्स 'एमए हिंदू' अध्ययन में इस साल मात्र 1 छात्र ने ही अप्लाई किया है. यह कोर्स जब शुरू किया जा रहा था तब ढोलमजीरे बजाए गए, मीडिया ने भी खूब वाहवाही की, इसे नवयुवकों के हिंदू धर्म के प्रति ज्ञान बढ़ाने के उद्देश्य के साथ यह कहा जा रहा था कि इस में रोजगार के विकल्प खुलेंगे.
डाक्टर के पास जाते समय रखें इन बातों का ध्यान
अकसर पेशेंट जब डाक्टर के पास विजिट के लिए जाते हैं तो वे बारीक चीजों पर ध्यान नहीं देते जिस के चलते उन्हें डाक्टर के सामने असहजता का सामना करना पड़ता है. ऐसे में ये 8 टिप्स आप के काम आएंगे.
घर की सुरक्ष न करें अनदेखा
बड़े शहरों में पतिपत्नी दोनों काम पर जाते हैं. इस के चलते वे घर की सारी जिम्मेदारी घर के नौकरों पर छोड़ देते हैं. किसी पर भरोसा करना गलत नहीं पर सावधानी अपनी जगह जरूरी है.
मजहब ही तो सिखाता आपस में बैर रखना
राजनीति में जबजब धर्म का घालमेल हुआ है तबतब हिंसा भड़की है और लोग इस की चपेट में आए हैं. पूरा इतिहास ही धार्मिक हिंसा से भरा पड़ा है, फिर कैसे कह सकते हैं कि धर्म प्रेम और सद्भाव सिखाता है?
वाहन बेचने पर न करें यह गलती
अकसर पुराना वाहन बेचते समय वाहन मालिक कुछ बातों को नजरअंदाज कर देता है, जिस से वह बाद में बड़ी मुसीबत में फंस सकता है. आप भी ऐसी गलतियां हरगिज न दोहराएं, वरना हर्जाना महंगा पड़ सकता है.
पिता की संपत्ति पर बेटी का भी हक
बेटी का पिता की संपत्ति में हक है पर इस हक के लिए वह आज भी परेशान है. माता-पिता को बच्चों की गृहस्थी बसने से पहले अपनी वसीयत बना देनी चाहिए ताकि झगड़े की कोई गुंजाइश न रहे.
तो डूब जाएगा जकार्ता
आने वाले कुछ सालों में जकार्ता पूरी तरह धरती से गायब हो जाएगा. क्या है इस की वजह, जान कर हैरान रह जाएंगे आप.
युवाओं में दिल की बीमारी टीएवीआई बेहतर विकल्प
आजकल युवा प्रोसैस्ड फूड, फास्ट फूड और मीठे पेय पदार्थों पर ज्यादा निर्भर होते जा रहे हैं, जिस से मोटापा, हाई ब्लडप्रैशर और हाई कोलेस्ट्रोल जैसी सेहत की समस्याएं पैदा होती हैं. ये सारी दिक्कतें दिल से जुड़ी हैं जो घातक परिणाम देती हैं.
मूर्ति विसर्जन जानलेवा भी
दो दशकों से धार्मिक कार्यक्रमों की गिनती बढ़ गई है. इन में जुलूस और मूर्ति विसर्जन आम हो गए हैं. इन कार्यक्रमों में अरबों रुपए तो बरबाद हो ही रहे हैं, साथ में, जानमाल की हानि भी हो रही है.
उपचुनाव 2023 'एनडीए' पर भारी पड़ा 'इंडिया'
6 राज्यों के 7 विधानसभा सीटों के चुनाव में 'इंडिया' गठबंधन के प्रत्याशी एनडीए के प्रत्याशियों पर भारी पड़े हैं. इस से साफ संदेश मिल रहा है। कि आगामी चुनाव में जनता का मूड किस तरफ करवट ले रहा है. इन परिणामों को लोकसभा का ट्रेलर मान लिया जाए तो गुरेज नहीं.
गुम हो गईं मायावती
पहली दलित महिला मुख्यमंत्री मायावती दलित समुदाय के लिए मसीहा बन कर आई थीं पर अब किसी भी हालत में बने रहने की सोच ने उन्हें समझौतावादी बना दिया है. उन्होंने दलित आंदोलन को ब्राह्मणवाद के कुचक्र में उलझा दिया है. मायावती के कल, आज और कल को समझना जरूरी है.
सरकार-कोचिंग मस्त छात्र त्रस्त
युवाओं की पढ़ाई में आज लाखों की जमापूंजी मांबाप खर्च कर रहे हैं लेकिन भविष्य सुधरेगा, कोई गारंटी नहीं. सरकार ने नए शिक्षण संस्थान खोलने के बजाय निजी हाथों में शिक्षा सौंप कर अपना पल्ला झाड़ लिया.
“बच्चों के लिए सैक्स एजुकेशन बहुत जरूरी है" - पंकज त्रिपाठी
पंकज त्रिपाठी उन अभिनेताओं में से आते हैं जिन्हें सभी पसंद करते हैं. पंकज ने फिल्मों में आने से पहले काफी संघर्ष किया और जब स्क्रीन पर आए तो छा गए. साधारण परिवार से आने वाले पंकज नए उभरते अभिनेताओं की प्रेरणा बन चुके हैं.
प्रेम सुरक्षा और समर्पण का आनंद
समाज में मान्यता है कि शादी के लिए लड़के को लड़की से बड़ा होना चाहिए पर यह जरूरी नहीं. अगर मानसिक सामंजस्य है तो अपने से बड़ी उम्र की लड़की या लड़के के साथ रिश्ते को आगे बढ़ाने में दिक्कत कैसी?
दर्द और सूजन में सिंकाई कैसी ठंडी या गरम
चोट लगती है तो चोट लगी जगह पर आमतौर पर सूजन, मसल्स में खिंचाव व दर्द होने लगता है. ऐसे में सिंकाई करना बेहतर विकल्प होता है लेकिन जानना यह जरूरी है कि सिंकाई कैसी की जाए?
टौक्सिक रिलेशनशिप जी का जंजाल
टौक्सिक रिलेशनशिप में बने रहना बेवकूफी के सिवा और कुछ नहीं, क्योंकि इस तरह के रिश्तों का अंजाम श्रद्धा वालकर जैसा खतरनाक भी हो सकता है. जरूरी है अपने रिश्ते के नेचर को पहचानना और सही फैसला लेना.
अपनी भूख को जानें
अकसर खाना खाने के बाद भी अचानक से कुछ खाने की लालसा जाग उठती है, ऐसा जरूरी इसलिए नहीं होता है कि पेट ठीक से भरा नहीं, बल्कि इस के स्वास्थ्य संबंधी कारण हो सकते हैं.
संयुक्त परिवार की संपत्ति में ही नहीं, मैनेजमैंट में लड़कियों का हिस्सा
भारत की महिलाएं ऊर्जा से लबरेज, दूरदर्शी व प्रतिस्पर्धी होने के साथ सभी चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हैं, बस देरी है तो सही मौका मिलने की. मौका मिले तो वे मैनेजमैंट जैसे कामों को भी अच्छे से अंजाम दे सकती हैं.
उपभोक्ता होने के नाते जानें अपने अधिकार
उपभोक्ता से जुड़े मामलों को निबटाने व सुलझाने के लिए स्पैशल अदालत या फोरम बनाए गए हैं. इन फोरमों को सिविल कोर्ट जितनी शक्तियां दी गई हैं. यह इसलिए ताकि उपभोक्ता को ठगी व धोखाधड़ी से सुरक्षा दी जाए. ऐसे में जानिए कि एक ग्राहक के तौर पर आप के अधिकार क्या हैं.
भटकाव की राह पर गरीब पिछड़ा युवा
भटका हुआ युवा बिना मार्गदर्शन के राजनीतिक तथा सांप्रदायिक ताकतों के हाथों की कठपुतली बन कर अपना तथा समाज का नुकसान करता है. पिछले कुछ सालों में हुई हिंसा में गरीब पिछड़े युवाओं की भागीदारी बता रही है कि उनके पास न रोजगार है, न लक्ष्य है. उन्हें जैसे हांका जा रहा है वैसे ही वे मुड़ रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट के बदलते तेवर
संवैधानिक पदों पर बैठे लोग भूल गए हैं कि उन्हें देश के कानून और संविधान के अनुसार काम करना है. संविधान को बचाए रखने के लिए आखिरकार देश के उच्चतम न्यायालय को कमान संभालनी पड़ी है.