सपा-बसपा की लड़ाई में भाजपा की बल्ले-बल्ले
DASTAKTIMES|February 2023
2014 के चुनाव में बसपा का वोट बैंक सिकुड़ा और वर्ष 2012 में पार्टी राज्य की सत्ता गंवाने के बाद लोकसभा से साफ हो गई। मायावती ने इस चुनाव में पूरा जोर लगाया, लेकिन भाजपा के ब्रांड मोदी के आगे न मायावती टिकीं और न ही सत्ताधारी समाजवादी पार्टी। इस चुनाव में भाजपा गठबंधन यानी एनडीए ने 73 सीटों पर जीत दर्ज की। 5 सीटें सपा और 2 सीटें बसपा के पाले में गईं। पार्टी को चुनाव में 19.60 फीसदी वोट ही मिले। 22 से 25 फीसदी वोट बैंक की राजनीति करने वाली मायावती का आधार वोट खिसका। इसके बाद से बसपा संभल नहीं पाई है।
संजय सक्सेना
सपा-बसपा की लड़ाई में भाजपा की बल्ले-बल्ले

गले वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश की सियासत काफी तेजी से 'रंग' बदल रही है । कुछ पुराने मुद्दों और विवादित बयानों को नई 'धार' दी जा रही है तो आरक्षण, जातिगत जनगणना, रामचरित मानस विवाद वोट बटोरने के नये 'टूल किट' बन गए हैं। इसी तरह से आम चुनाव से पूर्व अयोध्या में प्रभु रामलला का भव्य मंदिर भी बन कर तैयार हो जाएगा। वहीं मथुरा में शाही ईदगाह और काशी में ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर जो मामला कोर्ट में चल रहा है, उस पर भी चुनाव से पूर्व कुछ महत्वपूर्ण फैसला आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। बीजेपी को उम्मीद है कि अयोध्या-मथुरा और काशी के सहारे वह हिन्दू वोटरों को अपने पाले में खींच सकती है। दलितों-पिछड़ों को तो हमेशा से ही तमाम राजनैतिक दलों के नेता अपने पाले में लाने की कोशिश करते ही रहते थे। इस बार मुसलमानों में पसमंदा मुसलमानों की सियासत भी देखने को मिल रही है। भारतीय जनता पार्टी पसमंदा वोटरों को अपने पाले में करने के लिए तमाम टोटके अपना रही है। अभी तक पसमंदा मुसलमान सपा-बसपा के वोटर रहे हैं। पसमंदा वह मुसलमान हैं जो कभी दलित या पिछड़े हिन्दू हुआ करते थे। बाद में यह धर्म परिर्वतन करके मुसलमान बन गए थे, परंतु यहां भी उनके साथ नाइंसाफी हुई जिस कारण पसमंदा मुलसमान आज भी मुस्लिम समाज में अछूत जैसे माने जाते हैं। भाजपा इसी बात को भुनाने में लगी है। वहीं बसपा और समाजवादी पार्टी के बीच मुसलमानों को अपने पाले में खींचने की अलग मुहिम छिड़ी हुई है। जब से बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने किसी भी राजनैतिक दल के साथ आम चुनाव के लिए गठबंधन किए जाने से इंकार किया है, तब से सपा-बसपा के बीच द्वंद और भी गहराता जा रहा है।

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किसमें कितना दम
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