इसे सरल करने की एक इनोवेटिव पहल बनारस के रहने वाले डॉ. अमित वर्मा ने की है. उनकी बेंगलूरू स्थित कंपनी एएमसीआइ एडटेक ने ज्लिप के नाम से एक ऐसा प्लेटफॉर्म विकसित किया है, जो पूरी मेडिकल शिक्षा को सरल और प्रभावी बनाने का काम कर रहा है.
इसके बारे में डॉ. वर्मा बताते हैं, " जहां दूसरी कंपनियां डिजिटल एजुकेशन सॉल्यूशंस उपलब्ध करा रही हैं, वहीं हमने मेडिकल की अकादमिक दुनिया के लिए भारत का पहला एडवांस्ड विजुअल सेंटर विकसित किया है. इसमें रोजाना की अकादमिक गतिविधियों के अलावा एआइ आधारित रिपोर्टिंग को भी जोड़ा गया है. इसके यूनीक फीचर्स में स्किल आधारित मॉड्यूल्स, क्लीनिकल सिनैरियो लर्निंग और जरूरत के हिसाब से तुरंत अध्ययन सामग्री तैयार करने की सुविधा है. ये सारी सुविधाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं."
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डॉक्टरी की पढ़ाई 3 डी से होती आसान
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सुखबीर के जीवन का निर्णायक क्षण
चार दिसंबर को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सेवा देते हुए शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) नेता सुखबीर सिंह बादल को अप्रत्याशित खतरे का सामना करना पड़ा.
क़ुदरत के रंग-राग
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टैंक को स्वदेशी बनाने की कनपुरिया तकनीक
कानपुर के कालपी रोड में इंडस्ट्रियल एस्टेट के प्लॉट नंबर 98 में चल रही तीन मंजिला फैक्ट्री आम कारखानों से अलग है.
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आखिरी नतीजे तक जंग
बस्तर में सुरक्षा बलों की भारी मौजूदगी, तकनीक का साथ और सरकार की तरफ से अभियान चलाने की पूरी आजादी के बूते 2024 में माओवादियों के खिलाफ लड़ाई भारी सफलता के साथ आगे बढ़ी
एसी के पीछे की गर्म हवा ! उसे भी साधने का है जुगाड़
पेशे से होम्योपैथिक चिकित्सक प्रमोद स्टीफन का मन ऐसी खोजों में रमता है जो लोगों के लिए लाभदायक तो हो साथ ही पर्यावरण के लिए भी मुफीद हो. उन्होंने इस बार ऐसा जुगाड़ तैयार किया है, जो एसी की गर्म हवा से बाहरी दुनिया को बचाता है.
चाय वालों के लिए वरदान 'फिल्टर कॉफी' मशीन
चंपारण के किसी शहर, कस्बे या बाजार में जाएं, आपको चाय दुकानों पर एक खास चीज नजर आएगी.
बैलों से बना रहे बिजली
लखनऊ में गोसाईंगंज को मोहनलालगंज से जोड़ने वाली सड़क पर पड़ने वाली नई जेल के पीछे तीन एकड़ जमीन पर बनी गोशाला और यहां लगी मशीनें अपनी ही बिजली से रौशन हैं.