बारह वर्ष गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने ‘गुजरात विकास मॉडल’ दिया। उसी आधार पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तत्कालीन अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने उन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का चुनाव अभियान का प्रमुख बनाने की घोषणा की। बाद में उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार भी घोषित किया गया। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 282 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत मिला। 1977 के लंबे अंतराल के बाद किसी पूर्ण बहुमत वाली गैर-कांग्रेसी पार्टी के नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। उसके बाद पार्टी की एक के बाद एक कई राज्यों में सरकार बनती चली गई। मार्च 2018 तक भाजपा 21 राज्यों तक पहुंच चुकी थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 2014 से भी बड़ी और ऐतिहासिक जीत हासिल की। उस चुनाव में पार्टी ने 303 सीटें जीतीं और यह पहली बार था, जब किसी गैर-कांग्रेसी पार्टी को दूसरी बार बहुमत मिला था।
दूसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने जनसंघ के जमाने से घोषणा पत्र में शामिल अपने वादों को पूरा किया। दूसरे कार्यकाल से पहले संसद सत्र में 5 अगस्त 2019 को कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त करने का प्रस्ताव पारित किया गया। उसी मानसून सत्र में समान नागरिक संहिता की दिशा में कदम आगे बढ़ाया गया। तीन तलाक को दंडनीय अपराध बना कर मुस्लिम माताओं-बहनों को उससे मुक्ति दिलाई गई। नागरिकता संशोधन कानून-2019 को लागू किया गया। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ। 22 जनवरी, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। आज देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु प्रतिदिन राम लला का दर्शन करने आ रहे हैं। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा समान नागरिक संहिता को लागू करने की दिशा में भी आगे बढ़ रही है। उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने सबसे पहले समान नागरिक संहिता लागू कर इतिहास बना दिया है।
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