वर्ष 2019-20 कोरोना वायरस महामारी चीन से 30 जनवरी 2020 को भारत में फैलने की पुष्टि हुई थी। उस समय संपूर्ण विश्व में इस खतरनाक वायरस से हाहाकार मच गया था और इसके कारण बहुत से लोग मारे गए थे। अब एक बार फिर से चीन से ही एक और नया वायरस निकल कर सामने आया है। इस नये चीनी वायरस से एकबार फिर दुनिया को चिंता में डाल दिया है। मीडिया में आई खबरें बतातीं हैं कि इन दिनों चीन में एचएमपीवी वायरस ने हाहाकार मचा दिया है। दावा किया जा रहा है कि चीन में यह वायरस संक्रमण फैला रहा है। इसके लक्षण भी लगभग-लगभग कोरोना वायरस जैसे ही हैं।
दरअसल, खबरें बतातीं हैं कि यह ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) नाम का यह वायरस मानव श्वसन तंत्र पर हमला करता है। इस वायरस के कारण शुरू में मरीज में फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं और किसी-किसी मरीज की स्थिति नाजुक हो जाती है। बहरहाल, चीन में कोविड जैसे वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के बढ़ते मामलों के बीच हाल ही में भारत सरकार ने जॉइंट मॉनीटरिंग ग्रुप की बैठक की है, जिसमें यह कहा गया है कि फ्लू मौसम को देखते हुए चीन की स्थिति असामान्य नहीं है।
यहां पाठकों को जानकारी देना चाहूंगा कि बयान में यह भी कहा गया है कि भारत सांस से जुड़ी बीमारियों के मामलों में किसी भी बढ़त से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। चीन में फ्लू के बढ़ते मामलों की वजह आरएसवी और ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस इस मौसम में इन्फ्लुएंजा के सामान्य वायरस हैं और सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है। साथ ही, इस संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन से चीन की स्थिति के बारे में समय-समय पर अपडेट देने को भी कहा गया है। हाल फिलहाल, कहना गलत नहीं होगा कि चीन विश्व का ऐसा देश है जो अक्सर ऐसे मामलों में सूचनाएं छिपाता रहा है। चीन ने कोरोना वायरस के समय भी विश्व से सूचनाएं छिपाई थीं। हाल ही में भी जब चीन में नये वायरस ने दस्तक दी है तब भी चीन ने देश में वायरस के प्रकोप की खबरों को खारिज करते हुए यह कहा है कि इस साल सामने आ रही सांस संबंधी समस्याएं पिछले साल की तुलना में कम गंभीर हैं।
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हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय जिला फरीदाबाद में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह और एट होम कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे।
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देश में प्रतिबंधित क्यों नहीं हो रही जानलेवा चाइना डोर
शायद ही कोई क्षेत्र ऐसा हो जिससे संबंधित सामग्री चीन निर्मित न कर रहा हो और भारत सहित पूरी दुनिया को उनकी आपूर्ति न कर रहा हो। छोटी से छोटी मागूली चीजों से लेकर बड़ी से बड़ी और भारी से भारी वस्तुएं चीन द्वारा निर्मित कर थारत भेजी जा रही हैं। मिसाल के तौर पर जहाँ चीन निर्मित मोबाईल फोन लैपटॉप व कंप्यूटर आदि भारतीय बाजार में भरे पड़े हैं वहीं चाईना की रंग बिरंगी लाईट्स दीपावली, नववर्ष जैसे अनेक अवसरों पर पूरे देश में अपनी रंगबिरंगी छटायें बिखेरती हैं।
मार्च में प्राइमरी विद्यालय शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेजेंगे
पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज यूनिवर्सिटी ऑफ तुर्क, फिनलैंड के विशेषज्ञों के साथ एस. ए. एस. नगर (मोहाली) के फेज 11 में स्थित स्कूल ऑफ एमिनेंस के अपने दौरे के दौरान घोषणा की कि पंजाब सरकार मार्च में 72 प्राइमरी स्कूल शिक्षकों के दूसरे बैच को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेजने के लिए पूरी तरह तैयार है।
दस्तावेज न होने पर अमेरिका से 18 हजार भारतीय निकाले जाएंगे
भारत सरकार वापसी में मदद करेगी
इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में गुणवत्ता पर किसी भी प्रकार से नहीं होगा समझौता: सीएम सैनी
चंडीगढ़। हरियाणा में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने और बिजली लागत को कम करने के लिए 290 सरकारी भवनों पर रूफटॉप सोलर पावर प्लांट स्थापित किए जाएंगे। इस परियोजना पर लगभग 36 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
भारत की सबसे तेज जीनोमिक टेस्टिंग सुविधा शुरू
भारत के सबसे बड़े डायग्नॉस्टिक नेटवर्क एजिलस डायग्नॉस्टिक्स ने माइलॉयड मैलिग्नेंसी की जांच के नतीजे 3 दिन के टर्नअराउंड टाइम के साथ उपलब्ध कराते हुए जीनोमिक टेस्टिंग के क्षेत्र में शानदार उपलब्धि हासिल की है।
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