गेनिंग ग्राउंड इन्वेस्टमेंट सर्विसेज के संस्थापक रवि कुमार टीवी कहते हैं, 'निवेश के समय फैक्टर चुनते समय देखा जाता है कि आखिर किस प्रकृति के पोर्टफोलियो का प्रदर्शन लगातार बेहतर रहा है। प्रत्येक कारक एक विशेष दौर/वातावरण में अच्छा प्रदर्शन करता है। अच्छा कारक चुना जाए तो कारक-आधारित फंड में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
जिन कारकों का ऊपर जिक्र हुआ है उनमें से प्रत्येक बाजार के एक विशेष चरण में अच्छा प्रदर्शन करता है। उदाहरण के लिए गुणवत्ता-केंद्रित शेयरों ने 2018-2019 में अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि मूल्य-केंद्रित शेयरों का प्रदर्शन 2020 के बाद अच्छा रहा है। बहुत ज्यादा ऊपर-नीचे आने-जाने वाले शेयरों का प्रदर्शन उस समय अच्छा रहता है, जब पूरे बाजार में तेजी रहती है।
हालांकि निवेशक को ध्यान रखना चाहिए कि ऐसा दौर भी आएगा, जब सिंगल फैक्टर फंड मार्केट कैप पर आधारित इंडेक्स फंड के मुकाबले कमतर प्रदर्शन करेंगे।
सिंगल-फैक्टर फंड लंबी अवधि में अच्छा प्रदर्शन दे सकता है, बशर्ते निवेशक बीच-बीच में प्रदर्शन में गिरावट झेलने और फंड में बने रहने के लिए तैयार हो।
This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
राष्ट्रपति ने न्यायमूर्ति खन्ना को दिलाई शपथ
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने सोमवार को भारत के 51वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
व्यापार समझौतों का पुनर्परीक्षण
गत सप्ताह नई दिल्ली में एक औद्योगिक संस्था के मंच से बोलते हुए सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) बीवीआर सुब्रमण्यम ने इस बात की हिमायत की कि भारत को बहुपक्षीय व्यापार समझौतों में शामिल होने पर विचार करना चाहिए। वह क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (आरसेप) और प्रशांत पार साझेदारी के लिए व्यापक एवं प्रगतिशील समझौते (सीपीटीपीपी) का जिक्र कर रहे थे।
एसबीआई के दिए जाने वाले ऋण में होगी वृद्धि
एसबीआई को वित्त वर्ष 25 में ऋण बही खाते में 14-16 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान
आईआरएफसी ने जुटाया धन
7.14 प्रतिशत की कूपन दर से 15 साल की परिपक्वता वाले बॉन्ड से 1,415 करोड़ रु. जुटाए
सिडैन श्रेणी की नई पेशकश से कार बाजार में बढ़ेगी हलचल
मारुति ने पेश की चौथी पीढ़ी की डिजायर
भारतीय दवा बाजार में 6 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि
भारतीय औषधि बाजार (आईपीएम) में अक्टूबर 2024 के दौरान 6.1 प्रतिशत की मूल्य वृद्धि दर्ज की गई है और प्रमुख उपचारों में अच्छी मूल्य वृद्धि देखी गई है। बाजार अनुसंधान निकाय फार्मारैक की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है।
एमेजॉन इंडिया की मार्केटप्लेस इकाई का शुद्ध नुकसान घटा
एमेजॉन सेलर सर्विसेज ने पिछले वित्त वर्ष परिचालन राजस्व में 14 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया
प्रचार के अंतिम दिन आरोपों के तीखे बाण
झारखंड विधान सभा चुनाव: पहले चरण में 43 सीटों पर बुधवार को होगा मतदान
अमेरिकी प्रतिबंध के बावजूद बढ़ता जा रहा एसपी आईईएफ
सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनैशनल इकनॉमिक फोरम (एसपीआईईएफ) के निदेशक एलेक्सी वाल्कोव ने कहा कि रूस पर अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बावजूद एसपी आईईएफ में प्रतिभागियों और कारोबारियों की संख्या बढ़ रही है। एसपी आईआईएफ को दावोस के विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) का समकक्ष संगठन माना जाता है।
अभी कमीशन वापस लेने की योजना नहीं
सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने नए सरेंडर मूल्य मानदंडों के अनुसार अपने वितरकों के लिए कमीशन संरचना में बदलाव किया है, लेकिन अभी तक कोई कमीशन वापस लेने की योजना (क्लॉबैक) शुरू नहीं की गई है और इसे शुरू करने की कोई योजना भी नहीं है। शुक्रवार को कंपनी परिणाम के बाद विश्लेषकों के साथ बातचीत में एलआईसी के प्रबंधन ने यह जानकारी दी।