भारत की सबसे कीमती एडटेक स्टार्टअप बैजूस ने 1.2 अरब डॉलर के ऋण पर लगने वाला ब्याज नहीं चुकाया है। मगर उसने इसका दोष ऋणदाताओं पर ही डालते हुए अमेरिका की एक अदालत में उनके खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया है। बैजूस शायद भारत की इकलौती स्टार्टअप कंपनी होगी, जिसने अमेरिकी डॉलर में लिया गया कर्ज नहीं चुकाया है। अपने निवेशकों को अदालत ले जाने वाली भी वह पहली कंपनी होगी।
बैजूस ने कहा कि उसने 1.2 अरब डॉलर का टर्म लोन बी तय वक्त से पहले अदा किए जाने की मांग के खिलाफ न्यूयॉर्क सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इसके जरिये कंपनी रेडवुड को अयोग्य घोषित करेगी, जिसने टर्म लोन की शर्तों का उल्लंघन करते हुए ऋण का बड़ा हिस्सा खरीद लिया है।
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'तत्काल सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख नहीं, ईमेल या पत्र भेजा जाए'
प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना ने मंगलवार को कहा कि मामलों को तत्काल सूचीबद्ध करने और उन पर सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान आज, राज्य की सीमाओं पर चौकसी बढ़ी, वायनाड लोक सभा क्षेत्र में भी पड़ेंगे वोट
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5 महीने के निचले स्तर के करीब निफ्टी
आय के मोर्चे पर निराशा, विदेशी निवेश निकासी का असर शेयर बाजारों पर बरकरार रहा