जहां तक पीएलआई योजना का सवाल है, वित्त वर्ष 2023-24 में कितना धन जारी किया गया है? क्या आप उम्मीद से कम जारी धन और निवेश को लेकर चिंतित हैं?
अब तक जारी की गई कुल प्रोत्साहन राशि 9,700 करोड़ रुपये है। वित्त वर्ष 2024 में लाभार्थियों को 6,800 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। जारी की गई राशि को लेकर हम बहुत ज्यादा चिंतित नहीं हैं। योजना का मुख्य मकसद निवेश और बिक्री में वृद्धि सुनिश्चित करना है और यह पहले ही हो रहा है। फरवरी के अंत तक की रिपोर्ट के मुताबिक (कुल मिलाकर) निवेश करीब 1.13 लाख करोड़ रुपये हो चुका है। उत्पादन/बिक्री भी करीब 9.5 लाख करोड़ रुपये है, रोजगार 8 लाख है और निर्यात 3.45 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। ये बड़ी उपलब्धियां हैं। डिजाइन के मुताबिक इस योजना में निवेश और बिक्री पर सबसे पहले ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके बाद प्रोत्साहन मिलना है। लेकिन इसके बावजूद हम परियोजना प्रबंधन एजेंसियों (पीएमए) के प्रदर्शन को सरल बनाने और सुधारने पर काम कर रहे हैं, ताकि जब भी दावे आएं तो उसका निपटान किया जा सके।
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समाज को दिशा देने वाले फैसले लिखे
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की विदाई
पाकिस्तान के एजेंडे को बढावा न दे कांग्रेस : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जोर देकर कहा कि दुनिया की कोई ताकत जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को वापस नहीं ला सकती।
देश में चावल का भंडार लक्ष्य से 3 गुना अधिक
भारत में चावल का भंडार नवंबर में बढ़कर अधिकतम स्तर 2.97 करोड़ टन पहुंच गया। सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि यह सरकार के लक्ष्य से करीब तीन गुना अधिक है। दरअसल, निर्यात पर बीते दो वर्षों के दौरान प्रतिबंध लगे रहने के कारण स्थानीय स्तर पर आपूर्ति काफी बढ़ गई है।
...तो चाय की पत्ती के लिए भी हो सकेगी रेटिंग
1 से 5 पत्तियों वाली पहचान की वैज्ञानिक गुणवत्ता ग्रेडिंग प्रणाली शुरू करने पर विचार
म्युचुअल फंडों ने घरेलू शेयरों पर दांव बढ़ाया
एनएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों के कुल बाजार पूंजीकरण में घरेलू म्युचुअल फंडों (एमएफ) की भागीदारी सितंबर 2024 तिमाही में नई ऊंचाई पर पहुंच गई, क्योंकि उन फंडों ने इक्विटी बाजारों में लगातार निवेश किया।
हल्दीराम भुजियावाला में 235 करोड़ रु का निवेश
पैंटोमैथ के बीवीएफ ने ली अल्पांश हिस्सेदारी
सैटेलाइट स्पेक्ट्रम पर देसी फर्में चाह रहीं सीमित अवधि
भारती एयरटेल और रिलायंस जियो जैसी देसी दूरसंचार कंपनियां सैटेलाइट ब्रॉडबैंड संचार के लिए स्पेक्ट्रम आवंटन की अवधि को तीन से पांच वर्षों तक सीमित करने पर जोर दे रही है। कंपनियों की सरकार से मांग है कि इसे लंबी अवधि के बजाय सीमित समय के लिए किया जाए और उसके बाद नए सिरे से इसका आवंटन किया जाए।
दीवाली के बाद ट्रकों का किराया घटा
त्योहारों से पूर्व अवधि मजबूत रहने के बाद ट्रकों के किराये में अक्टूबर के महीने में कमी आई है।
टाटा मोटर्स का लाभ 11% घटा
वाहन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स ने वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के दौरान 11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,343 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जबकि इसका राजस्व 3.5 प्रतिशत तक घटकर 1,01,450 करोड़ रुपये रह गया।
पड़ोसी देशों पर बरकरार है भारत का असर
साल खत्म हो रहा है और अमेरिका में नई सरकार शासन संभालने जा रही है। दुनिया बदल रही है। ऐसे में भारत के लिए दक्षिण एशिया में क्या संभावनाएं हैं?