कंपनी रजिस्ट्रार के पास जमा कराए गए दस्तावेजों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में एयर इंडिया एक्सप्रेस की कुल आय एक साल पहले के मुकाबले 33 फीसदी बढ़कर 7,600 करोड़ रुपये हो गई। मगर इस दौरान उसका खर्च भी 38.3 फीसदी बढ़कर 7,763 करोड़ रुपये हो गया।
विमानन कंपनी के सूत्रों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में घाटे की मुख्य वजह उसके परिचालन का विस्तार है। विमानन कंपनी ने खास तौर पर घरेलू बाजार में अपनी सेवाओं का विस्तार किया है और कई मार्गों पर उसे बाजार की अग्रणी इंडिगो से तगड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। उन मार्गों पर एयर इंडिया एक्सप्रेस को अपने किराये को इंडिगो की तरह कम रखना पड़ता है जिससे उसकी लाभप्रदता प्रभावित होती है। इसके अलावा विमानों के रखरखाव और नए कर्मचारियों की नियुक्तियों के कारण भी कुल खर्च में वृद्धि हुई है।
जनवरी 2022 में टाटा समूह द्वारा एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के अधिग्रहण से पहले एयर इंडिया एक्सप्रेस की 90 फीसदी उड़ानें अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर थीं।
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रिलायंस इन्फ्रा को प्रवर्तकों से मिलेंगे 1,000 करोड़ रुपये
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