खरीफ में कैसी रहेगी महंगाई
Business Standard - Hindi|November 16, 2024
आने वाले महीनों में महंगाई कैसी रहेगी इसके लिए अब सभी की नजरें खरीफ फसल पर हैं
संजीव मुखर्जी
खरीफ में कैसी रहेगी महंगाई

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अक्टूबर में 14 महीने के उच्च स्तर 6.2 फीसदी पर पहुंच गई। इसी तरह थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई अक्टूबर में बढ़कर चार माह के उच्च स्तर 2.36 प्रतिशत पर पहुंच गई। इसका बड़ा कारण खाद्य कीमतों में तेजी थी।

इस दौरान सब्जियों की कीमतों में भारी उछाल देखी गई क्योंकि इस बार मानसून भी लंबे समय तक रहा और झमाझम बारिश हुई, जिससे उत्पादन प्रभावित हुआ। सर्दियों की शुरुआत के साथ ही उम्मीद की जा रही है कि अब सब्जियों की कीमतों में कमी आएगी। नई आवक के बाद प्याज के दाम भी घटेंगे।

कैसा रहेगा उत्पादन

कुछ हफ्ते पहले जारी 2024-25 खरीफ सत्र के पहले अग्रिम अनुमानों के मुताबिक, हाल ही में खत्म हुए खरीफ सत्र में चावल का उत्पादन रिकॉर्ड 12 करोड़ टन होने की उम्मीद है, जो पिछले साल के मुकाबले 5.9 फीसदी अधिक है। रकबा बढ़ने, लंबे समय तक मानसून के रहने और अनुकूल कीमतों के कारण इस बार चावल के उत्पादन को बल मिला है।

कुछ खबरों में बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार द्वारा पहली बार खरीफ सत्र में डिजिटल फसल सर्वेक्षण कराया गया है, जिसने धान के रकबे का सटीक आकलन किया है, इसलिए ही कुल उत्पादन में वृद्धि हुई है।

चावल की अच्छी कीमतों के कारण कुछ किसानों ने इस साल दलहन और कपास की खेती छोड़ धान की ओर रुख कर लिया है।

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (संयुक्त) के आधार पर मापी जाने वाली चावल की खुदरा मुद्रास्फीति पिछले वर्ष (अक्टूबर 2023 से अक्टूबर 2024) में अधिकतर दो अंकों में रही। चावल के बेहतर उत्पादन से निर्यात को बढ़ावा देने और प्रतिबंधों में ढील देने में मदद मिल सकती है।

मक्का

पहले अग्रिम अनुमान दर्शाते हैं कि इस बार मक्का उत्पादन पिछले सत्र से करीब 10.3 फीसदी बढ़कर 2.45 करोड़ टन रहने की उम्मीद है। इससे कीमतें कम करने में मदद मिलेगी और अनाज आधारित एथनॉल विनिर्माताओं सहित उपयोगकर्ता उद्योगों के लिए पर्याप्त उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी।

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM BUSINESS STANDARD - HINDIView all
टैक्सी यूजर ने की डार्क पैटर्न की शिकायत
Business Standard - Hindi

टैक्सी यूजर ने की डार्क पैटर्न की शिकायत

लोकल सर्कल्स का सर्वेक्षण

time-read
1 min  |
December 28, 2024
खिलौनों से इलेक्ट्रॉनिकी तक 10 मिनट में
Business Standard - Hindi

खिलौनों से इलेक्ट्रॉनिकी तक 10 मिनट में

इस साल भारतीयों का सुविधा और तुरंत डिलिवरी के लिए प्यार बढ़ गया है और उपभोक्ताओं ने किराना के सामान के अलावा मेकअप और खिलौनों से लेकर वैक्यूम क्लीनर तक का ऑर्डर क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म से किया।

time-read
3 mins  |
December 28, 2024
विश्व के नेताओं ने दी मनमोहन को श्रद्धांजलि
Business Standard - Hindi

विश्व के नेताओं ने दी मनमोहन को श्रद्धांजलि

देश के उद्योग जगत के दिग्गजों ने भी जताया शोक, उनके योगदान को किया याद

time-read
2 mins  |
December 28, 2024
भारत के वाहन उद्योग की बदली तस्वीर
Business Standard - Hindi

भारत के वाहन उद्योग की बदली तस्वीर

भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र में बड़ा दांव खेलने वाले ओसामु सुजूकी हमेशा किए जाएंगे याद

time-read
2 mins  |
December 28, 2024
चालू वित्त वर्ष में अब तक प्रमुख जिंसों का निर्यात 5 फीसदी बढ़ा
Business Standard - Hindi

चालू वित्त वर्ष में अब तक प्रमुख जिंसों का निर्यात 5 फीसदी बढ़ा

भारतीय कमोडिटी के निर्यात में अब तेजी देखी जाने लगी है। चालू वित्त वर्ष के पहले 7 महीने में कुल कमोडिटी निर्यात में करीब है। कुछ गैर 5 फीसदी इजाफा हुआ बासमती चावल पर लगे प्रतिबंध से पहले कुल कमोडिटी निर्यात में सुस्ती देखी जा रही थी।

time-read
2 mins  |
December 28, 2024
अपतटीय खनिज नीलामी की राह में कई चुनौतियाँ
Business Standard - Hindi

अपतटीय खनिज नीलामी की राह में कई चुनौतियाँ

कुल 13 ब्लॉकों में से गुजरात के तट के पास लाइम स्टोन के तीन जी3 ब्लॉकों में अनुमानित 171.2 करोड़ टन संसाधन मौजूद

time-read
1 min  |
December 28, 2024
सरकारी कंपनियों का सीएसआर पर खर्च 4 साल के उच्च स्तर पर
Business Standard - Hindi

सरकारी कंपनियों का सीएसआर पर खर्च 4 साल के उच्च स्तर पर

वित्त मंत्रालय द्वारा जारी सार्वजनिक उद्यमों के ताजा सर्वे के मुताबिक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसई) का कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) पर खर्च वित्त वर्ष 2024 में 19 प्रतिशत बढ़कर 4,911 करोड़ रुपये हो गया है।

time-read
1 min  |
December 28, 2024
आगाज पर चमके 5 कंपनियों के शेयर
Business Standard - Hindi

आगाज पर चमके 5 कंपनियों के शेयर

शेयरधारकों को सूचीबद्धता पर 18 फीसदी से लेकर 159 फीसदी तक का फायदा हुआ

time-read
1 min  |
December 28, 2024
ईटीएफ, इंडेक्स फंड फोलियो बढ़े
Business Standard - Hindi

ईटीएफ, इंडेक्स फंड फोलियो बढ़े

इंडेक्स फंडों और एक्सचेंज-ट्रेडेड फंडों (ईटीएफ) ने 2024 में निवेश खातों में शानदार इजाफा दर्ज किया है। सेक्टोरल और थीमेटिक निवेश के प्रति उत्साह बढ़ने से इन फोलियो में तेजी देखने को मिली। इंडेक्स फंडों में निवेश खाते या फोलियो चालू कैलेंडर वर्ष के दौरान दोगुने होने की ओर हैं जबकि ईटीएफ में फोलियो पहले ही 37 प्रतिशत बढ़ चुके हैं, हालांकि दिसंबर के आंकड़े अभी बाकी हैं। नवंबर में समाप्त 11 महीनों के दौरान पैसिव निवेश खंड में प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 23 प्रतिशत बढ़कर 11 लाख करोड़ रुपये हो गईं।

time-read
2 mins  |
December 28, 2024
दिसंबर के पहले पखवाड़े में ऋण-जमा 11.5 फीसदी बढ़ा
Business Standard - Hindi

दिसंबर के पहले पखवाड़े में ऋण-जमा 11.5 फीसदी बढ़ा

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि 13 दिसंबर को समाप्त हुए पखवाड़े में ऋण वृद्धि ने रफ्तार पकड़ी है।

time-read
2 mins  |
December 28, 2024