फिटनैस फ्रीक सौम्या सालभर बहुत स्ट्रिक्टली अपनी डाइट फौलो है और खुद को मैंटेन रखती है. मगर दीवाली के समय जब वह छुट्टियों में मां के पास आती है तो सब भूल जाती है. भाईबहनों और सहेलियों के साथ धूम मचाने और मस्ती करने के साथ मां के हाथों की स्वादिष्ठ मिठाई के बीच उस की फिटनैस जर्नी थम सी जाती है. हर साल फैस्टिवल सीजन में वह थोड़ा वेट गेन कर लेती है, मगर इस बात का उसे पछतावा नहीं होता था. इस दौरान वह अपनी मस्ती और मिठाई में कोई कमी नहीं करना चाहती थी.
इस बार उस की सहेली के बेटे का मुंडन भी था और उस में जम कर उस ने दावत उड़ाया. 2 दिन पहले ही उस के कजिन भी आ गए थे सो फैस्टिवल दोगुने जोश से मनाया गया. दिनभर दौड़धूप के बीच वह खुद को और अपनी सेहत को भूल ही गई. दीवाली के दिन भी घर और बाहर की खूब मिठाई खाई.
नतीजा यह हुआ कि दीवाली के अगले दिन उस की तबीयत खराब हो गई. लूज मोशन के साथ फीवर भी आ गया. कई दिन तक वह डाक्टर के चक्कर लगाती रही तब जा कर ठीक हुई. उसे ऑफिस से 15 दिन की छुट्टी लेनी पड़ी. 1 महीने तक वह शरीर में कमजोरी महसूस करती रही. तब उस ने खुद से वादा किया कि वह फैस्टिवल • सीजन के दौरान भी अपनी सेहत को नजरअंदाज नहीं करेगी क्योंकि इस का खमियाजा उठाना महंगा पड़ सकता है.
सर्दियों के साथ त्योहारों का सिलसिला भी शुरू हो जाता है. हर किसी को इन त्योहारों का इंतजार रहता है क्योंकि पूरे साल में यह समय होता है जब हम अपने परिवार के साथ मिल कर समय बिताते हैं और मिठाई का लुत्फ लेते हैं. लेकिन इन सब के बीच लोग ओवरईटिंग के शिकार भी हो जाते हैं जिस का असर हमारी फिटनैस पर पड़ता है.
मिठाई, डेयरी प्रोडक्ट्स और तलाभुना ज्यादा खाने की वजह से शरीर में फैट और शुगर की मात्रा बढ़ जाती है. नतीजा यह होता कि हमारा वजन बढ़ जाता है और हम पूरे साल अपनी सेहत पर जम कर की गई मेहनत पर पानी फेर लेते हैं.
दरअसल, फैस्टिव सीजन ऐंजौय करने के साथ अपनी फिटनैस का खयाल रखना भी जरूरी है. अपनी दिनचर्या में कुछ आसान से टिप्स अपना कर आप बौडी से ऐक्स्ट्रा फैट को निकाल सकते हैं. इस से आप के फैस्टिवल ऐंजॉयमैंट पर भी असर नहीं पड़ेगा और आप की फिटनैस भी बरकरार रहेगी..
बौडी को डिटौक्स करें
This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
स्ट्रैंथ ट्रेनिंग क्यों जरूरी
इस ढकोसलेबाजी को क्यों बंद किया जाए कि जिम जाना या वजन उठाना महिलाओं का काम नहीं.....
लड़कियों को लुभा रहा फोटोग्राफी कैरियर
फोटोग्राफी के क्षेत्र में पहले केवल पुरुषों का अधिकार था, लेकिन अब इस क्षेत्र में लड़कियां भी बाजी मारने लगी हैं....
समय की मांग है डिजिटल डिटौक्स
शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ और खुशहाल रहने के लिए बौडी डिटोक्स के साथ डिजिटल डिटौक्स भी जरूरी है....
पीरियडस क्या खाएं क्यो नहीं
मासिकधर्म के दौरान क्या खाना सही रहता है और क्या गलत, यहां जानिए...
पतिपत्नी रिश्ते में जरूरी है स्पेस
जरूरत से ज्यादा रोकटोक रिश्ते की मजबूती को बिगाड़ सकती है. ऐसे में क्या करें कि ताउम्र खुशहाल रहें....
औफिस के पहले दिन ऐसे करें तैयारी
औफिस में पहला दिन है, जानें कुछ जरूरी बातें....
क्या है अटेंशन डेफिसिट हाइपर ऐक्टिविटी डिसऑर्डर
क्या आप का बच्चा जिद्दी है, बातबात पर तोड़फोड़ करता है और खुद को नुकसान पहुंचा लेता है, तो जानिए वजह और निदान....
जब मन हो मंचिंग का
फ़ूड रेसिपीज
सेल सस्ती शौपिंग न पड़ जाए महंगी
अगर आप भी सस्ते के चक्कर में खरीदारी करने का शौक रखते हैं, तो यह जानकारी आप के लिए ही है....
डाइट के लिए बैस्ट है पिस्ता
पिस्ता सिर्फ एक गार्निश नहीं, एक न्यूट्रिशन पावरहाउस है....