11 टिप्स कूल पेरैंट्स बनने के
Grihshobha - Hindi|July Second 2024
यदि आप अपने बच्चों के साथ मजबूत और सकारात्मक रिश्ता रखना या बनाना चाहते हैं, तो इन टिप्स को अपनाएं...
शोभा कटारे
11 टिप्स कूल पेरैंट्स बनने के

14-15 साल यानी टीनऐज उम्र को छूते हुए बच्चे के स्वभाव में बदलाव आने लगता है, हर समय मम्मीपापा के इर्दगिर्द घूमने वाले बच्चे को अब अकेले और दोस्तों के साथ समय बिताना अच्छा लगने लगता है. मम्मीपापा की हर बात मानने वाले बच्चे को अब उन की बातें अच्छी नहीं लगतीं जैसे हर बात या कुछ भी मनपसंद का न होने पर या जबरदस्ती करने अथवा किसी भी काम में ज्यादा टोकाटाकी उसे रास नहीं आती. उस का गुस्सा और चिड़चिड़ापन बढ़ने लगता है.

तब पेरैंट्स बच्चे के बदलते स्वभाव की वजह से उसे डांटते हैं, कभीकभी तो पीट भी देते हैं. पेरेंट्स का ऐसा करना बच्चे को और अधिक विद्रोही बना सकता है. ऐसे में पेरेंट्स यदि थोड़ा धैर्य रखें तो बात बिगड़ने से बच सकती है.

टीनऐज में बच्चे बहुत सारे बदलावों से गुजरते हैं. इस का सब से बड़ा कारण है हारमोंस. एक तरफ शरीर में तेजी से बदलाव आते हैं तो दूसरी ओर हारमोन भी उन की फीलिंग्स में कई तरह के बदलाव लाते हैं. प्यार, अट्रैक्शन, गुस्सा, हर्ट होने जैसी फीलिंग्स अब बच्चों में बढ़ने लगती हैं. जहां एक तरफ वे इन फीलिंग्स और बदलावों को समझने की कोशिश कर रहे होते हैं वहीं दूसरी तरफ स्कूल में पढ़ाई का प्रैशर भी बढ़ने लगता है. यह प्रैशर और हारमोंस बच्चों के बदलते स्वभाव के लिए जिम्मेदार होते हैं.

नजर रखें

भले ही आप अपने टीनऐजर बच्चों पर भरोसा रखते हों और उन्हें कुछ आजादी भी दे रहे हों लेकिन इस बात की जानकारी जरूर रखें कि वे कहां जा रहे हैं, किस से मिल रहे हैं, क्या कर रहे हैं या उन के दोस्त कौन हैं.

लक्ष्य तक पहुंचने में करें मदद

हर टीनऐजर अपना एक लक्ष्य बनाता है। और उसे पूरा करना चाहता है. ऐसे में आप उस की मदद करें और उसे बताएं कि आप उस के इस लक्ष्य को प्राप्त करने में उस के साथ हैं, ही असफल होने पर उस के आत्मविश्वास को बनाए रखने में उस की हर संभव मदद करें.

दोस्त बनें

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM GRIHSHOBHA - HINDIView all
पेट है अलमारी नहीं
Grihshobha - Hindi

पेट है अलमारी नहीं

फ्री का खाना और टेस्ट के चक्कर में पेटू बनने की आदत आप को कितना नुकसान पहुंचा सकती है, क्या जानना नहीं चाहेंगे...

time-read
5 mins  |
November First 2024
इंटीमेट सीन्स में मिस्ट्री जरूरी..अपेक्षा पोरवाल
Grihshobha - Hindi

इंटीमेट सीन्स में मिस्ट्री जरूरी..अपेक्षा पोरवाल

खूबसूरती और अदाकारी से दर्शकों के दिलों पर राज करने वाली अपेक्षा का मिस इंडिया दिल्ली से बौलीवुड तक का सफर कैसा रहा, जानिए खुद उन्हीं से...

time-read
4 mins  |
November First 2024
टैंड में पौपुलर ब्रालेट
Grihshobha - Hindi

टैंड में पौपुलर ब्रालेट

जानिए ब्रालेट और ब्रा में क्या अंतर है...

time-read
3 mins  |
November First 2024
रैडी टु ईट से बनाएं मजेदार व्यंजन
Grihshobha - Hindi

रैडी टु ईट से बनाएं मजेदार व्यंजन

झटपट खाना कैसे बनाएं कि खाने वाले देखते रह जाएं...

time-read
4 mins  |
November First 2024
संभल कर करें औनलाइन लव
Grihshobha - Hindi

संभल कर करें औनलाइन लव

कहते हैं प्यार अंधा होता है, मगर यह भी न हो कि आप को सिर्फ धोखा ही मिले...

time-read
2 mins  |
November First 2024
बौलीवुड का लिव इन वाला लव
Grihshobha - Hindi

बौलीवुड का लिव इन वाला लव

लिव इन में रहने के क्या फायदेनुकसान हैं, इस रिलेशनशिप में रहने का फायदा लड़कों को ज्यादा होता है या लड़कियों को, आइए जानते हैं...

time-read
5 mins  |
November First 2024
ग्लोइंग स्किन के लिए जरूरी क्लींजिंग
Grihshobha - Hindi

ग्लोइंग स्किन के लिए जरूरी क्लींजिंग

जानिए, आप अपनी स्किन को किस तरह तरोताजा और खूबसूरत रख सकती हैं...

time-read
3 mins  |
November First 2024
करें बातें दिल खोल कर
Grihshobha - Hindi

करें बातें दिल खोल कर

भावनाओं को व्यक्त करने के लिए एक सच्चा दोस्त जरूरी है, मगर मित्र बनाते समय इन बातों का ध्यान जरूर रखें...

time-read
3 mins  |
November First 2024
क्रेज फंकी मेकअप का
Grihshobha - Hindi

क्रेज फंकी मेकअप का

अपने लुक के साथ ऐसा क्या करें जो पारंपरिक मेकअप से अलग हो...

time-read
2 mins  |
November First 2024
दिखेगी बेदाग त्वचा
Grihshobha - Hindi

दिखेगी बेदाग त्वचा

गर्ल्स में ऐक्ने की समस्या आम होती है. यह समस्या तब और पेरशान करती है जब किसी पार्टी में जाना हो या फिर फ्रैंड्स के साथ आउटिंग पर बहुत सी लड़कियां दादीनानी के घरेलू उपाय अपनाती हैं लेकिन इन से ऐक्ने जाते नहीं.

time-read
1 min  |
November First 2024