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बीज प्रसंस्करण तकनीकी
आधुनिक बीज प्रसंस्करण यूनिट यदि साफ-सफाई अच्छी हो तो प्रसंस्करण खर्चा भी कम लगता है। फसलों के बीज को खरीद कर एक स्थान पर इकट्ठा करके अच्छी साफ-सफाई करके सुरक्षित भंडारण करना चाहिए। यदि मौसम खराब हो तो भी कोई दिक्कत न हो सके।
फसल उत्पादन में बीज के चुनाव का महत्व
बीज उत्पादन के लिए लगाए गए फसल में विभिन्न पौधों के लक्षणों का निरीक्षण करके किसान यह जान सकता है कि कौन सा पौधा बेहतर विकास कर रहा है। एक रिबन या छड़ी से पसंदीदा पौधों को चिह्नित कर लें।
फल बीजों का प्रसंस्करण
बीजों को हम एक नए जीवन की इकाई के रूप में देख सकते हैं। पुरातन काल से बीजों का उपयोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिए होता आया है। औषधीय गुणों से भरपूर ये बीज जिनमें विशिष्ट प्रकार के गंध तेल, एंजाइम और प्रोटीन पाए जाते हैं।
पपीता फल बीजों का व्यापारिक उत्पादन एक लाभदायक उद्यम
पूरी तरह से पके फलों से बीज निकालकर अच्छी तरह से धो लिया जाता है तथा इन्हें मिट्टी, रेट और एफ वाय एम 1:1:1 अनुपात का पॉटिंग मिक्सचर बनाकर उसमें लगाया जाता है।
पपीता की पौध तैयार करने की विधि
सम्पूर्णा नन्द सिंह, अंकित कुमार पांडे, दीपक मौर्य, विशाल त्रिपाठी, राकेश कुमार पांडे, राम निवास, माधवेन्द्र बहादुर सिंह, गौतम प्रताप सिंह और कुलदीप बिहार कृषि विश्वविद्यालय, साबौर, भागलपुर, बिहार और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, नई दिल्ली
दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है भारत
दलहनों के उत्पादन बढ़ाने की भारत में काफी संभावना है। इस क्षेत्र में ऐसे बीज तैयार किए गए हैं, जिनके इस्तेमाल से उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। दलहनों को क्लामेट स्मार्ट क्रॉप माना जाता है। लिहाजा, इसकी खेती किसानों के लिए
कोरोनावायरस के कारण चिकन की बिक्री में गिरावट
कोरोनावायरस के बारे में व्हाट्सएप या फिर अन्य तरह से फैलाई गई अफवाह के कारण पूरा पोल्ट्री उद्योग और किसान प्रभावित हुए हैं। नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमेटी (एनईसीसी) के आंकड़ों के अनुसार, अंडे की कीमतें एक साल पहले के मुकाबले लगभग 15 प्रतिशत तक कम हुई हैं।
टमाटर के रोग एवं नियंत्रण
टमाटर एक महत्वपूर्ण फसल है जिसे वर्ष भर उगाया जा सकता है तथा इसका उत्पादन करना बहुत सरल है। इसका सब्जी उत्पादन में विशेष योगदान है। टमाटर का उपयोग सब्जी सूप, सलाद, अचार, कैचप, पयूरी एवं साँस बनाने में किया जाता है।
कृषि के विकास में दूरसंचार का महत्व
इफको किसान एप किसान के लिए लगभग कृषि एप में से सबसे अच्छा एप है यह उपयोग करने के लिए एक आसान इंटरफेस के साथ स्मृति के मामले के एक छोटा एंड्रॉएड एप है। यह एंड्रॉएड एप्लिकेशन नवीनतम कृषि सलाह, नवीनतम मंडी कीमतों और खेती के विभिन्न सुझावों के बारे में जानकारी के साथ-साथ मौसम के भविष्यवाणी की भी जानकारी प्रदान करता है।
किसान अपनी आमदनी कैसे बढ़ायें
डॉ. रविन्द्र कुमार राजपूत, विषय वस्तु विशेषज्ञ (मृदा विज्ञान ), के.वी.के. दुवासु, मथुरा अनुपमा वर्मा, परास्नातक छात्रा, शस्य दैहिकी विभाग कृषि महाविद्यालय, चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि. कानपुर डॉ. प्रदीप राजपूत, शोध छात्र (सस्य विज्ञान), सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रो.विवि., मोदीपुरम मेरठ श्रीमती ज्योति वर्मा, परास्नातक छात्रा सस्य विज्ञान, संस्कृति विवि. मथुरा
उत्तम बीज की पहचान तथा विशेषताएं
भारत एक कृषि प्रधान देश है। जहां लगभग 70 प्रतिशत लोग खेती करते हैं। जो लोग खेती करते हैं, उन्हें हम अन्नदाता कहते हैं और हर एक किसान की यह इच्छा होती है कि उसकी फसल बहुत अच्छी हो और उसे लाभ की प्राप्ति हो जिससे वह अपनी पूरी लागत निकाल सकें। लेकिन किसान अच्छी फसल तभी प्राप्त कर सकता है, जब हम खेतों में अच्छे बीज डालेंगे और इसके लिए किसानों को अच्छे व बुरे बीज की पहचान होना जरूरी है ताकि वह आसानी से उत्तम बीज को ला सकें और कम लागत में ही बहुत सारा लाभ प्राप्त कर सकें।
हुंडई ने लांच की नई 'औरा'
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने 2020 के लिए अपनी काफी लंबे समय से प्रतीक्षित की जा रही नई 'औरा' को लांच किया है। युवा खपतकारों को ध्यान में रखते हुए पेश की गई हुंडई 'औरा' अपनी श्रेणी में सर्वोत्तम फीजर्च, पावरट्रेन विकल्पों एवं प्रीमियम कैबिन डिज़ाइन के साथ सेडान सैगमैंट को नये मुकाम देगी।
हाई टेक हो जाएगा फसल मूल्यांकन
अगले फसल सीजन से फसल मूल्यांकन हाई-टेक हो जाएगा क्योंकि सरकार ने फसल पैदावार का वास्तविक अनुमान लगाने के लिए बड़े पैमाने पर रिमोट सेसिंग , सैटेलाइट , ड्रोन और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग करने की योजना बनाई है ।
हरी सब्जियों में पोषक तत्वों का महत्व
सौरभ सिंह, प्रियंका सिंह, मनीष पांडे, विकास दूबे और प्रदीप पांडे
हरियाणा के पिंजौर में आधुनिक सुविधा युक्त सेब और गुड़गांव में बनेगी फल मंडी
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि किसान धान व गेहूं की परम्परागत खेती को छोड़कर बागवानी व फूलों की खेती सरकार राज्य में कर अधिक मुनाफा कमाएं । चार - पांच बड़ी मंडियां तैयार करेगी ।
स्वैःरोज़गार की ओर बढ़ाएं कदम
"इस समय सरकारों एवं कृषि विभागों का बहुत जोर लगा हुआ है कि कृषि की आर्थिकता में कैसे सुधार किया जाये? अनगिनत नीतियां बनाई जा रही हैं, जिस कारण कृषि की आर्थिकता में सुधार किया जा सके।"
सूत्रकृमि द्वारा उत्पन्न सब्जियों का मूल गांठ या जड़ गांठ रोग की पहचान व उनका प्रबंधन
अभिषेक कुमार , अमित कुमार यादव , अजय कुमार मिश्रा और गौरव कुमार यादव ' , शोध छात्र पादप रोग विज्ञान विभाग , सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौ . विवि . , मेरठ
सरसों एवं राई की उन्नतशील खेती
सरसों एवं राई के फसलों के लिए शुष्क जलवायु की आवश्यकता होती है। इसकी वानस्पतिक वृद्धि के लिए मृदा में पर्याप्त नमी की आवश्यकता पड़ती है और पकते समय सूखे मौसम की आवश्यकता होती है।
सरकार ने मटर के लिए बनाई नई आयात नीति
अब देश में मटर आयात करना महंगा होगा । सरकार ने मटर का फ्लोर प्राइस तय कर दिया है । फ्लोर प्राइस का मतलब यह है कि कारोबारी एक निश्चित कीमत से नीचे दाम पर मटर का आयात नहीं कर सकेंगे ।
सरकार की ओर से बनाये जाएंगे अस्थायी भंडारण केन्द्र
अनाज पर बारिश और खराब मौसम का असर पड़ने का जोखिम रहता है। नई फसल आने वाली है और नई 'कैप' भी बन रहे हैं। ऐसे में ज्यादा गेहूं 'कैप' में रखा जा सकता है।
समन्वित कृषि प्रणाली को अपनाने वाले ओमप्रकाश चौधरी
वर्तमान में भारत जैसे कृषि प्रधान देश की कृषि पृष्ठभूमि से जुड़ा हर व्यक्ति 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा है ।
सब्जियों की नर्सरी की स्थापना कैसे करें?
नर्सरी एक ऐसा स्थान है जहां रोपाई से पहले पौध ( अंकुर ) उगाए जाते हैं । आमतौर पर सब्जियों को उगाने और रोपाई बढ़ाने के लिए होते हैं । इसलिए बीज की आधार पर है जिसके गुणवत्ता बहुत महत्वपूर्ण सब्जी का बीज बोया जाता है ।
शहद के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यात निरीक्षण
देश से खासकर के सरसों फूल से बने शहद का निर्यात किया जाता है जिसकी विदेशों में भारी मांग है । उन्होंने बताया कि अजवाइन , लीची , युकिलिप्टस , जामुन व अन्य फूलों से बने शहद की घरेलू स्तर पर ही खपत हो जाती है ।
शक्तिमान रक्षक 400 बूम स्प्रेयर
स्प्रे के लिए मज़दूरों की कमी से छुटकारा पाने के लिए ट्रैक्टर माऊंटड शक्तिमान 400 बूम स्प्रेयर एक बहुत बढ़िया विकल्प है । यह बूम स्प्रेयर आधुनिक टैक्नॉलोजी युक्त किसानों के स्प्रे संबंधी प्रत्येक जरुरत को पूरा करता है । स्प्रे कार्यकारी को बढ़ाने के साथ-साथ किसानों के समय एवं पैसे की बचत करता है ।
विभिन्न अवस्थाओं में डेयरी पशुओं का पोषण एवं प्रबंधन
भारत आज अन्य देशों की तुलना में पशुओं की अधिकतम आबादी और दूध के अधिकतम उत्पादन के लिए जाना जाता है। बढ़ती आबादी के कारण चारागाह भूमि की कमी पशुपालकों के लिए गंभीर समस्या उत्पन्न कर रही है। इसके परिणामस्वरूप डेयरी पशुओं से अधिकतम उत्पादन प्राप्त करना एक बड़ी चुनौती है
रबी फसल में खरपतवार प्रबंधन
सुधाकर सिंह , राघवेंद्र सिंह , शोध छात्र , सस्य विज्ञान , आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि . , कुमारगंज , अयोध्या
रबी दलहनों में संतुलित उर्वरक प्रयोग जरूरी
हरियाणा में रबी दलहनों में क्षेत्रफल व औसत उपज बहुत कम है । इसका एक मुख्य कारण है - भूमि का चुनाव सहीन होना व उर्वरकों का प्रयोग न के बराबर होना ।
मृदा विज्ञानी ह्यूग हैमन बेनेट
मृदा के होने वाले प्रयोगों के लिए बेनेट द्वारा स्थानों का निर्धारण किया गया था । भिन्न - भिन्न स्थानों एवं फसलों पर मृदा के कटाव पर होने वाले प्रयोगों के लिए अनुसंधानकर्ताओं के ग्रुपों को इन प्रयोगों में शामिल किया गया ।
भूमि के बिगड़ रहे स्वास्थ्य में कैसे हो सुधार ?
फसलों से अधिक उत्पादन लेने के लिए एवं भूमि की उपजाऊ शक्ति को सदीवी बरकरार रखने के लिए रासायनिक खादों के साथ - साथ जैविक खादों का प्रयोग भी आवश्यक है । भूमि की उपजाऊ शक्ति को बनाये रखने के लिए देसी खादों का बहुत महत्व है ।
बिना आग लगाये बोई गेहूं की स्थिति पर चुनौतियां
हैपी सीडर या सुपर सीटर नाम की मशीन से संभव हुआ है । इन मशीनों को देखकर महसूस हो रहा है कि शायद पुआल की समस्या दूर हो चुकी है क्योंकि धान की कटाई के बाद एक मशीन से ही बड़ी आसानी से धान के अवशेष को बिना आग लगाये गेहूं की बिजाई हो जाती है ।