बहादुर हिप्पो
Champak - Hindi|April Second 2024
हैनरी हिप्पो को प्रतिष्ठित आनंदवन वीरता पुरस्कार के लिए चुना गया था. उस ने अपनी जान जोखिम में डाल कर माधव बंदर के बेटे जैन को भूखे लकड़बग्घे से बचाया था. पुरस्कार समारोह के बाद फरहान खरगोश ने द जंगल टाइम्स की तरफ से इंटरव्यू के लिए हैनरी से संपर्क किया.
ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश'
बहादुर हिप्पो

"हैलो हैनरी, इस वीरता पुरस्कार को पा कर आप को कैसा महसूस हो रहा है?" फरहान ने हैनरी से पूछा.

हैनरी बोला, "बहादुरी के लिए इस पुरस्कार को पा कर मैं खुश हूं, लेकिन उस समय मैं केवल छोटे जैन को उस क्रूर लकड़बग्घे से बचाने के बारे में सोच रहा था." 

"क्या आप मुझे बता सकते हैं उस समय क्या हुआ था?” फरहान ने अगला सवाल पूछा.

"मैं नदी में आराम कर रहा था. माधव घबरा कर चिल्लाया, 'बचाओ, बचाओ, बचाओ,' मैं ने देखा कि लकड़बग्घा जैन को उठा कर भाग रहा था."

"और फिर?"

 हैनरी ने आगे बताया, "मैं ने जैन को अपने पास से जाने दिया और जैसे ही लकड़बग्घा उस के पास आया, मैं ने उसे लात मारी. वह मुझ पर झपटा और मैं ने अपना पूरा मुंह खोल कर उसे जम कर जबड़े से पकड़ लिया.

"वह प्रभावशाली था," फरहान से पूछा.

"मेरे जबड़े की पकड़ इतनी मजबूत थी कि लकड़बग्घे को अपना मुंह बंद करना पड़ा और जैन उसके मुंह से छूट गया. शुक्र है कि जैन बिलकुल ठीक था और वह बचाव के लिए अपने पापा के पास भागा," हैनरी ने बताया.

फरहान ने प्रशंसा करते हुए कहा, "पड़ोसियों की मदद करना अच्छी बात है. आप ने बहुत अच्छा काम किया है. अब आप अपने बारे में कुछ बताइए. जैसे आप का पूरा नाम क्या है?" 

"जरूर, मेरा नाम हैनरी हिप्पोपोटामस है. संक्षेप में हिप्पो है," हैनरी ने जवाब दिया.

"हिप्पोपोटामस का क्या मतलब होता है? क्या आप बता सकते हैं?"

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