पियोली और डंकू
Champak - Hindi|July Second 2024
आज नाश्ता करते हुए पियोली पांडा ने मम्मी से कहा, "मम्मी, मैं टिफिन नहीं ले जाऊंगी. मैं घर पर ही आ कर खाना खा लूंगी."...
डा. अलका जैन
पियोली और डंकू

पियोली की बात सुन कर मम्मी ने कहा, "बेटा, अगर तुम टिफिन नहीं ले जाओगी तो क्या पूरे दिन भूखी रहोगी?"

पियोली ने जवाब दिया, "मम्मी मैं घर आ कर अच्छी तरह खा लूंगी."

पियोली ने सुबह नाश्ता भी ठीक से नहीं किया था. उस ने बड़ी मुश्किल से दूध पिया था इसीलिए मम्मी उसे टिफिन तो देती ही थीं पर अब वह टिफिन ले जाने से मना कर रही थी.

मम्मी ने कहा, "इतनी देर भूखे रहना सही नहीं है. तुम स्कूल से भूखे पेट घर आते हो और फिर तुम्हें नींद आने लगती है. तुम होमवर्क कर पाते हो और न ही चैप्टर याद कर पाते न तो हो. उस समय तो तुम सो जाते हो फिर शाम को तुम्हारे खेलने का टाइम हो जाता है. तुम रात को होमवर्क करने बैठते हो और फिर सुबह देर से उठते हो."

मम्मी को ऐसे बोलते देख पियोली बोली, "मम्मी, आप तो बोलते ही जा रही हो, प्लीज, मेरी बात सुनो."

इतने में पापा भी घर आ गए थे. पापा ने सारी बात सुन ली थी. उन्होंने पियोली से पूछा, "तुम टिफिन क्यों नहीं ले जाना चाहती?"

पियोली बोली, "पापा, मुझे किसी ने धमकी दी है कि मैं आप से कुछ न कहूं, लेकिन मैं उस की धमकी नहीं मानूंगी और आप को बताऊंगी कि मैं टिफिन क्यों नहीं ले जाना चाहती?"

यह सुन कर मम्मी ने कहा, "मैं ने तुम से कहा था न कि मम्मीपापा से कुछ छिपाना नहीं है, चाहे कोई धमकी या कसम ही क्यों न दे दे."

पियोली बोली, "इसीलिए तो मैं आप दोनों को एकसाथ बताना चाहती थी. पापा शाम को देर से आ रहे थे और मेरे स्कूल जाने के बाद वे जागते हैं इसलिए मैं 3-4 दिन से बता नहीं पा रही थी. आज मैं आप दोनों को बताती हूं."

この記事は Champak - Hindi の July Second 2024 版に掲載されています。

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