फसलों में पोटैशियम की जरूरत
Farm and Food|July Second 2024
अच्छी पैदावार के लिए खेतीबारी में अनेक पौष्टिक तत्त्वों की जरूरत होती है. उन में से पोटाश एक प्रमुख पोषक तत्त्व है. खेती में पोषक तत्त्वों का एक निश्चित अनुपात में संतुलित उपयोग होना चाहिए, वरना उपज में तो कमी आएगी ही, साथ ही उर्वराशक्ति का नुकसान भी होगा.
प्रो. आरएस सेंगर, वर्षा रानी और गरिमा शर्मा
फसलों में पोटैशियम की जरूरत

भारत में अनाज वाली फसलें अधिक रकबे में पैदा की जाती हैं. उन में नाइट्रोजन और पोटाश के उपयोग का आदर्श अनुपात 4:1 माना गया है, लेकिन वर्तमान में यह अनुपात 6:1 है. खेती में उर्वरकों का असंतुलित उपयोग भी इस की एक बड़ी वजह है, इसलिए जरूरी है कि उर्वरक का उपयोग हमेशा संतुलित मात्रा में संस्तुति के अनुसार ही करें.

भूमि में पौधों का भोजन पोषक तत्त्वों के रूप में उपस्थित रहता है, जिन्हें पौधा लगातार लेता रहता है. पौध में कोई सा भी एक पोषक तत्त्व काफी समय तक भूमि को न दिया जाएं, तो भूमि में प्राकृतिक रूप से उपस्थित पोषक तत्त्वों की कमी होने लगती है. जब ये आवश्यक पोषक तत्त्व पौधों को उपलब्ध नहीं होते हैं, तो फसल की उपज में कमी आती है और संतुलन बिगड़ जाता है. फसलों को कुल 17 पोषक तत्त्वों की विभिन्न मात्रा में जरूरत होती है. नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश प्रमुख पोषक तत्त्व हैं.

खाद के संतुलित प्रयोग

मिट्टी में किसी विशेष प्रकार के पोषक तत्त्व का बहुत कम अथवा बहुत अधिक रहने के कारण पौधे स्वस्थ नहीं रह पाते हैं, इसलिए खाद का प्रयोग इस प्रकार से संतुलित होना चाहिए कि प्रत्येक फसल को उस की जरूरत के मुताबिक पर्याप्त मात्रा में सभी जरूरी पोषक तत्त्व मिल सकें.

यदि फसलों में सिर्फ एक ही पोषक तत्त्व जैसे कि नाइट्रोजन का प्रयोग करेंगे, तो नुकसान हो सकता है. नाइट्रोजन और यूरिया के कारण पौधों की वानस्पतिक बढ़वार में काफी इजाफा होगा. इस प्रकार पौधे भूमि से फास्फेट और पोटाश का भी अधिक शोषण करेंगे.

ऐसा होने पर यदि भूमि से फास्फोरस और पोटाश जैसे पोषक तत्त्वों की कमी हो जाएगी, तो अगली फसल कमजोर होगी और फसल पर मौसमी कीड़े और तमाम बीमारियों के असर की संभावना बढ़ जाएगी.

जिस मिट्टी में फास्फेट और पोटाश प्रचुर मात्रा में होता है, वहां यूरिया के प्रयोग से 1 या 2 साल तक तो बहुत अच्छी फसल होगी, परंतु इस के बाद अगर फास्फेट और पोटाश की खाद नहीं दी जाएगी, तो उपज में भारी कमी देखी जा सकती है.

पोटाश का कब और कैसे करें इस्तेमाल

यदि फसल में एक बार किसी तत्त्व की कमी के लक्षण दिखाई दें, तो आप समझ लीजिए कि तत्त्व की कमी से फसल को नुकसान होना था वह हो चुका है और फिर से उस की पूर्ति होना संभव नहीं है.

この記事は Farm and Food の July Second 2024 版に掲載されています。

7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、9,000 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。

この記事は Farm and Food の July Second 2024 版に掲載されています。

7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、9,000 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。

FARM AND FOODのその他の記事すべて表示
फार्म एन फूड की ओर से सम्मान पाने वाले किसानों को फ्रेम कराने लायक यादगार भेंट
Farm and Food

फार्म एन फूड की ओर से सम्मान पाने वाले किसानों को फ्रेम कराने लायक यादगार भेंट

उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड

time-read
2 分  |
November 2024
'चाइल्ड हैल्प फाउंडेशन' के अधिकारी हुए सम्मानित
Farm and Food

'चाइल्ड हैल्प फाउंडेशन' के अधिकारी हुए सम्मानित

भारत में काम करने वाली संस्था 'चाइल्ड हैल्प फाउंडेशन' से जुड़े 3 अधिकारियों संस्थापक ट्रस्टी सुनील वर्गीस, संस्थापक ट्रस्टी राजेंद्र पाठक और प्रोजैक्ट हैड सुनील पांडेय को गरीबी उन्मूलन और जीरो हंगर पर काम करने के लिए 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' से नवाजा गया.

time-read
1 min  |
November 2024
लखनऊ में हुआ उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के किसानों का सम्मान
Farm and Food

लखनऊ में हुआ उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के किसानों का सम्मान

पहली बार बड़े लैवल पर 'फार्म एन फूड' पत्रिका द्वारा राज्य स्तरीय 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' का आयोजन लखनऊ की संगीत नाटक अकादमी में 17 अक्तूबर, 2024 को किया गया, जिस में उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड से आए तकरीबन 200 किसान शामिल हुए और खेती में नवाचार और तकनीकी के जरीए बदलाव लाने वाले तकरीबन 40 किसानों को राज्य स्तरीय 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' से सम्मानित किया गया.

time-read
8 分  |
November 2024
बढ़ेगी मूंगफली की पैदावार
Farm and Food

बढ़ेगी मूंगफली की पैदावार

महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने 7 अक्तूबर, 2024 को मूंगफली पर अनुसंधान एवं विकास को उत्कृष्टता प्रदान करने और किसानों की आय में वृद्धि करने हेतु मूंगफली अनुसंधान निदेशालय, जूनागढ़ के साथ समझौतापत्र पर हस्ताक्षर किए.

time-read
1 min  |
October 2024
खाद्य तेल के दामों पर लगाम, एमआरपी से अधिक न हों दाम
Farm and Food

खाद्य तेल के दामों पर लगाम, एमआरपी से अधिक न हों दाम

केंद्र सरकार के खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) के सचिव ने मूल्य निर्धारण रणनीति पर चर्चा करने के लिए पिछले दिनों भारतीय सौल्वेंट ऐक्सट्रैक्शन एसोसिएशन (एसईएआई), भारतीय वनस्पति तेल उत्पादक संघ (आईवीपीए) और सोयाबीन तेल उत्पादक संघ (सोपा) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की.

time-read
1 min  |
October 2024
अक्तूबर महीने में खेती के खास काम
Farm and Food

अक्तूबर महीने में खेती के खास काम

यह महीना खेतीबारी के नजरिए य से बहुत खास होता है इस महीने में जहां खरीफ की अधिकांश फसलों की कटाई और मड़ाई का काम जोरशोर से किया जाता है, वहीं रबी के सीजन में ली जाने वाली फसलों की रोपाई और बोआई का काम भी तेजी पर होता है.

time-read
10 分  |
October 2024
किसान ने 50 मीट्रिक टन क्षमता का प्याज भंडारगृह बनाया
Farm and Food

किसान ने 50 मीट्रिक टन क्षमता का प्याज भंडारगृह बनाया

रकार की मंशा है कि खेती लाभ का धंधा बने. इस के लिए शासन द्वारा किसान हितैषी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं.

time-read
1 min  |
October 2024
खेती के साथ गौपालन : आत्मनिर्भर बने किसान निर्मल
Farm and Food

खेती के साथ गौपालन : आत्मनिर्भर बने किसान निर्मल

आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन योजना का लाभ ले कर उन्नत नस्ल का गौपालन कर किसान एवं पशुपालक निर्मल कुमार पाटीदार एक समृद्ध पशुपालक बन गए हैं.

time-read
1 min  |
October 2024
जीआई पंजीकरण से बढ़ाएं कृषि उत्पादों की अहमियत
Farm and Food

जीआई पंजीकरण से बढ़ाएं कृषि उत्पादों की अहमियत

हमारे देश में कृषि से जुड़ी फल, फूल और अनाज की ऐसी कई किस्में हैं, जो केवल क्षेत्र विशेष में ही उगाई जाती हैं. अगर इन किस्मों को उक्त क्षेत्र से इतर हट कर उगाने की कोशिश भी की गई, तो उन में वह क्वालिटी नहीं आ पाती है, जो उस क्षेत्र विशेष \" में उगाए जाने पर पाई जाती है.

time-read
7 分  |
October 2024
पराली प्रबंधन पर्यावरण के लिए जरूरी
Farm and Food

पराली प्रबंधन पर्यावरण के लिए जरूरी

मौजूदा दौर में पराली प्रबंधन का मुद्दा खास है. पूरे देश में प्रदूषण का जहर लोगों की जिंदगी तबाह कर रहा है और प्रदूषण का दायरा बढ़ाने में पराली का सब से ज्यादा जिम्मा रहता है. सवाल उठता है कि पराली के जंजाल से कैसे निबटा जाए ?

time-read
4 分  |
October 2024