खुशियों से चहकेगा खाली घोंसला
Anokhi|December 10, 2022
दो लोग एक साथ होकर भी कई बार अकेला महसूस करने लगते हैं। अध्ययन बताते हैं 45 की उम्र से ऊपर के करीब 35 फीसदी जोड़े एक-दूसरे के साथ होकर भी अकेलापन महसूस करते हैं। इसके पीछे एक कारण है, एंप्टी नेस्ट सिंड्रोम | यह क्या है और कैसे इससे निपटें, बता रही हैं स्वाति शर्मा
स्वाति शर्मा
खुशियों से चहकेगा खाली घोंसला

जीवनसाथी जो एक-दूसरे का जीवन भर का साथ देने का वादा करते हैं। उनका यह सफर और भी खूबसूरत तब बन जाता है, जब उनकी जिंदगी में नन्हे मेहमानों की आमद होती है। यह अहसास जिंदगी को खूबसूरत बनाने के साथ ही पूरा भी कर जाता है। वक्त गुजरता है और बच्चे बड़े हो जाते हैं। फिर माता-पिता की जिंदगी में एक ऐसा वक्त आता है जो उन्हें चिंता, दुख, अकेलेपन सरीखे भवों में डुबो जाता है। इस स्थिति को हम एंप्टी नेस्ट सिंड्रोम के नाम से जानते हैं। जब आपके घोसले की नन्ही चिड़िया उड़ान भरने के लिए तैयार होती है। बच्चे अपनी नई जिंदगी की ओर कदम बढ़ाते हैं और माता-पिता वहीं रुके उन्हें जाता हुआ देखते हैं। यकीनन यह अहसास, यह वक्त आसान नहीं होता है। तमाम भावनात्मक उतार-चढ़ावों के बीच थक रहे कदमों और झुक रहे कंधों को एक बार फिर से मजबूत करना होता है और साथ ही अपने पार्टनर का साथ भी देना होता है।

क्या है एंप्टी नेस्ट सिंड्रोम? 

एंप्टी नेस्ट सिंड्रोम उदासी या भावनात्मक उथलपुथल का वह दौर है, जिससे माता-पिता तब गुजरते हैं जब उनके बच्चे बड़े होकर अपने नए घोसलों की ओर रुख करते हैं और मां-बाप कहीं थोड़ा पीछे रह जाते हैं। बच्चों के कॉलेज की शुरुआत में अकसर यह शब्द सुनने के लिए मिलता है। यह कुछ मिले-जुले भावों को जगाता है जैसे चिंता, उत्तेजना, राहत और उदासी आदि। ऐसे में एक बार अभिभावक के रूप में आप दोनों को अपने बच्चे पर गर्व होता है, तो साथ ही अपनी ममता, प्यार, लगाव के चलते अभिभावक दुखी भी होते हैं। 

ये हैं लक्षण

हर शख्स अलग होता है। वैसे ही होते हैं उसके भाव भी। एंप्टी नेस्ट सिंड्रोम की परेशानी भी सब पर अलग-अलग तरह से नजर आती है।

• अपने प्यारे बच्चे के जाने के बाद आप खुद को बहुत अकेला महसूस करती हैं। एक वह आपके साथ नहीं है, यह ख्याल आपको अलग-थलग कर सकता है।

この記事は Anokhi の December 10, 2022 版に掲載されています。

7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、9,000 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。

この記事は Anokhi の December 10, 2022 版に掲載されています。

7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、9,000 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。

ANOKHIのその他の記事すべて表示
जेवर से बदलेगा आपका तेवर
Anokhi

जेवर से बदलेगा आपका तेवर

हमेशा न तो शानदार डिजाइनर कपड़े पहने जा सकते हैं और न ही सिर से नख तक तैयार हुआ जा सकता है। ऐसे दिनों में सही जेवर का चुनाव करके आप साधारण कपड़ों में भी बेहद आकर्षक लग सकती हैं। कैसे सीखें यह गुर, बता रही हैं राघव शर्मा

time-read
3 分  |
December 14, 2024
कम न आंकें अपना यह दुख
Anokhi

कम न आंकें अपना यह दुख

कभी गौर किया है कि अधिकांश महिलाएं गर्भावस्था के तीन माह पूरे होने के बाद ही नाते-रिश्तेदारों से यह खुशखबरी क्यों साझा करती हैं? दरअसल, दुनिया भर में गर्भावस्था की पहली तिमाही में गर्भपात होना बेहद आम है। क्या हैं इसके कारण और कैसे बचें इससे, बता रही हैं डॉ. उषा प्रियंबदा

time-read
3 分  |
December 14, 2024
आपका अधिकार है सुरक्षित कार्यस्थल
Anokhi

आपका अधिकार है सुरक्षित कार्यस्थल

अपनी सुरक्षा की चिंता किए बिना बेफिक्र होकर नौकरी करना हर महिला का अधिकार है। कार्यस्थल पर महिला को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए भारत में अलग से एक कानून है। क्या है यह कानून और इसके तहत क्या हैं आपके अधिकार, बता रही हैं शमीम खान

time-read
3 分  |
December 14, 2024
मसाज के लिए प्रभावी हैं ये टूल्स
Anokhi

मसाज के लिए प्रभावी हैं ये टूल्स

हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार सौंदर्य विशेषज्ञ देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, गुंजन तनेजा

time-read
2 分  |
December 14, 2024
मूंगफली के मजेदार रूप
Anokhi

मूंगफली के मजेदार रूप

खाली समय बिताने के लिए मूंगफली खाते हुए लोग ठंड की दुपहरी में आपको अकसर नजर आ जाएंगे। सर्दी के इस पसंदीदा स्नैक्स को और किस तरह से अपने आहार का बनाएं हिस्सा, बता रही हैं शुभांगी जैन

time-read
2 分  |
December 14, 2024
अपेक्षाओं के तले गुम न जाए बचपन
Anokhi

अपेक्षाओं के तले गुम न जाए बचपन

बच्चे के बेहतर भविष्य की आशा करने में कुछ गलत नहीं है। पर, जब यह आशा अपेक्षाओं का रूप लेकर बचपन को ही गुम करने लगे तो ठीक नहीं। अपने बच्चे से किस तरह की अपेक्षाएं करना ठीक नहीं, बता रही हैं स्वाति गौड़

time-read
3 分  |
December 14, 2024
और कितना करेंगी अपनी खुशियों से समझौता?
Anokhi

और कितना करेंगी अपनी खुशियों से समझौता?

परिवार, समाज और लोगों की प्रतिक्रियाओं की परवाह में महिलाएं ऐसे रिश्तों को भी ताउम्र ढोती रह जाती हैं, जो बदले में उन्हें दुख और अपमान के अलावा कुछ और नहीं देता। क्यों जरूरी है कि इस मामले में वे अब अपनी खुशी से समझौता करना बंद कर दें, बता रही हैं ममता

time-read
4 分  |
December 14, 2024
खुशबू खोलेगी आपके राज
Anokhi

खुशबू खोलेगी आपके राज

सुगंध का हमसे बहुत पुराना नाता है। किसी के व्यक्तिव के बारे में समझने में सुगंध की बड़ी भूमिका होती है। देखने-सुनने के अलावा व्यक्ति की महक उसके बारे में बहुत कुछ बयां कर देती है। अपने व्यक्तिव को कैसे बनाएं सुगंधित, बता रही हैं स्वाति शर्मा

time-read
4 分  |
December 14, 2024
लघु उद्योग में पुरुषों से आगे हैं हम
Anokhi

लघु उद्योग में पुरुषों से आगे हैं हम

हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी, जयंती रंगनाथन

time-read
2 分  |
December 14, 2024
नहीं कीजिए एक्सेसरीज की अनदेखी
Anokhi

नहीं कीजिए एक्सेसरीज की अनदेखी

ठंड में शरीर पर कपड़ों की परत ही इतनी ज्यादा होती है कि एक्सेसरीज को अधिकांश लोग भूल ही जाते हैं। पर, क्या आप जानती हैं कि ठंड से बचाने और आपके लुक को आकर्षक बनाने वाली कई एक्सेसरीज को आप इस मौसम में भी अपने अंदाज का हिस्सा बना सकती हैं? कौन-कौन सी हैं ये एक्सेसरीज

time-read
3 分  |
December 07, 2024