मौजूदा तीन सीटों पर कब्जा बरकरार रख पाएगी कांग्रेस?
DASTAKTIMES|December 2023
राजनीतिक पंडितों की मानें तो 2024 का लोकसभा चुनाव भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के लिए किसी कठिन अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी। ध्यान रहे कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कलियाबर, बरपेटा और नगांव- इन तीन सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। हाल ही संपन्न असम के लोकसभा और विधानसभाओं के क्षेत्र परिसीमन के बाद दिख रहे बदलाव से इन तीनों सीटों पर जीत को बनाए रखना कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकती है।
संजीव कलिता
मौजूदा तीन सीटों पर कब्जा बरकरार रख पाएगी कांग्रेस?

न 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर असम में राजनीतिक दलों के बीच पिछले कुछ समय से दावों का दौर तेज हो गया है। दावों के मामले में जहां सत्ताधारी भाजपा एवं इसके सहयोगी असम गण परिषद और यूपीपीएल अभी से आत्मविश्वास से लबरेज दिख रहे हैं, वहीं विरोधी गठबंधन इंडी अलायंस (इंडिया) में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी से अंदरुनी कलश की खबरें आनी शुरू हो गई है। हालांकि, असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा सहित विपक्षी पार्टियों के नेता इस मुद्दे पर मीडिया के समक्ष बयान देने के मामले में काफी सावधानी बरतते नजर आ रहे हैं। राजनीतिक पंडितों की मानें तो 2024 का लोकसभा चुनाव भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के लिए किसी कठिन अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी। ध्यान रहे कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कलियाबर, बरपेटा और नगांव- इन तीन सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। हाल ही संपन्न असम के लोकसभा और विधानसभाओं के क्षेत्र परिसीमन के बाद दिख रहे बदलाव से इन तीनों सीटों पर जीत को बनाए रखना कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकती है। सीधे शब्दों में कहें तो 2024 का लोकसभा चुनाव असम कांग्रेस के लिए करो या मरो जैसी होगा।

この記事は DASTAKTIMES の December 2023 版に掲載されています。

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