बढ़ती मुश्किलें
India Today Hindi|January 10, 2024
भ्रष्टाचार के खिलाफ जेहाद से उभरकर आए केजरीवाल अब भ्रष्टाचार के ही आरोपों से घिरे हैं, जिससे उनके लिए राजनैतिक चुनौतियां उभर आई हैं
कौशिक डेका
बढ़ती मुश्किलें

| अरविंद केजरीवाल | 55 वर्ष | मुख्यमंत्री, दिल्ली |

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2011 में अपने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान से राष्ट्रीय सुर्खियों में आए. पारदर्शी राजकाज के मॉडल की वकालत करते हुए उन्होंने राजनैतिक नौसिखुए से अभूतपूर्व कामयाबी की बुलंदियां छुईं और राष्ट्रीय राजधानी में लगातार दो कार्यकालों के लिए सत्ता पर कब्जा कर लिया. मगर एक दशक बाद इस अफसाने में विडंबना भरा मोड़ आया, जब केजरीवाल शराब नीति की विवादास्पद बिसात बिछाने से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोपों में फंस गए. कभी अपनी शर्ट और मफलर से पहचाने गए आम आदमी के मुख्यमंत्री धन-संपत्ति के आरोपों से भी घिरे हैं, जिनके सरकारी आवास के जीर्णोद्धार पर 45 करोड़ रुपए खर्च किए जाने का दावा किया जाता है.

पिछले साल पंजाब की चुनावी फतह पर सारे हर्षोल्लास के बावजूद वर्ष 2023 केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के लिए एक के बाद एक झटके लाया. मार्च में उनके सबसे करीबी विश्वासपात्र और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शराब घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया. सत्येंद्र जैन के बाद वे वित्तीय कदाचरण के लिए जेल गए दूसरे मंत्री बने.

この記事は India Today Hindi の January 10, 2024 版に掲載されています。

7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、9,000 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。

この記事は India Today Hindi の January 10, 2024 版に掲載されています。

7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、9,000 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。

INDIA TODAY HINDIのその他の記事すべて表示
फिर उसी बुलंदी पर
India Today Hindi

फिर उसी बुलंदी पर

वनडे विश्व कप के फाइनल में चौंकाने वाली हार के महज सात महीने बाद भारत ने जबरदस्त वापसी की और जून 2024 में टी20 विश्व कप जीतकर क्रिकेट की बुलंदियों एक को छुआ

time-read
3 分  |
January 08, 2025
आखिरकार आया अस्तित्व में
India Today Hindi

आखिरकार आया अस्तित्व में

यह एक भूभाग पर हिंदू समाज के स्वामित्व का प्रतीक था. इसके निर्माण से भक्तों को एक तरह की परिपूर्णता और उल्लास की अनुभूति हुई. अलग-अलग लोगों के लिए राम मंदिर के अलग-अलग अर्थ रहे हैं और उसमें आधुनिक भारत की सभी तरह की जटिलताओं- पेचीदगियों की झलक देखी जा सकती है

time-read
3 分  |
January 08, 2025
बंगाल विजयनी
India Today Hindi

बंगाल विजयनी

केवल आर. जी. कर और संदेशखाली घटनाक्रमों को गिनेंगे तो लगेगा कि 2024 ममता बनर्जी के लिए सबसे मुश्किल साल था, मगर चुनावी नतीजों का संदेश तो कुछ और ही

time-read
2 分  |
January 08, 2025
सत्ता पर काबिज रहने की कला
India Today Hindi

सत्ता पर काबिज रहने की कला

सियासी माहौल कब किस करवट बैठने के लिए मुफीद है, यह नीतीश कुमार से बेहतर शायद ही कोई जानता हो. इसी क्षमता ने उन्हें मोदी 3.0 में एक मजबूत स्तंभ के तौर पर स्थापित किया

time-read
2 分  |
January 08, 2025
शेरदिल सियासतदां
India Today Hindi

शेरदिल सियासतदां

विधानसभा चुनाव में शानदार जीत ने न केवल उनकी पार्टी बल्कि कश्मीर का भी लंबा सियासी इंतजार खत्म कराया. मगर उमर अब्दुल्ला को कई कड़ी परीक्षाओं से गुजरना पड़ रहा—उन्हें व की बड़ी उम्मीदों पर खरा उतरना है, तो जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस मिलने तक केंद्र से जूझना भी है

time-read
3 分  |
January 08, 2025
शूटिंग क्वीन
India Today Hindi

शूटिंग क्वीन

मनु भाकर ने पेरिस 2024 ओलंपिक में बदलाव की शानदार पटकथा लिखी. अटूट इच्छाशक्ति से अतीत की निराशा को पीछे छोड़कर उन्होंने अपना भाग्य गढ़ा

time-read
3 分  |
January 08, 2025
नया सितारा पॉप का
India Today Hindi

नया सितारा पॉप का

दुनियाभर के विभिन्न मंचों पर धूम मचाने से लेकर भाषाई बंधन तोड़ने और पंजाबी गौरव का परचम फिर बुलंद करने तक, दिलजीत दोसांझ ने साबित कर दिया कि एक सच्चा कलाकार किसी भी सीमा और शैली से परे होता है

time-read
2 分  |
January 08, 2025
बातें दिल्ली के व्यंजनों की
India Today Hindi

बातें दिल्ली के व्यंजनों की

एकेडमिक, इतिहासकार और देश के सबसे पसंदीदा खानपान लेखकों में से एक पुष्पेश पंत की ताजा किताब फ्रॉम द किंग्ज टेबल टु स्ट्रीट फूड: अ फूड हिस्ट्री ऑफ देहली में है राजधानी के स्वाद के धरोहर की गहरी पड़ताल

time-read
1 min  |
January 08, 2025
दो ने मिलकर बदला खेल
India Today Hindi

दो ने मिलकर बदला खेल

हेमंत और कल्पना सोरेन ने झारखंड के राजनैतिक खेल को पलटते हुए अपनी लगभग हार की स्थिति को एक असाधारण वापसी में बदल डाला

time-read
3 分  |
January 08, 2025
बवंडर के बीच बगूला
India Today Hindi

बवंडर के बीच बगूला

आप के मुखिया के लिए यह खासे नाटकीय घटनाक्रम वाला साल रहा, जिसमें उनका जेल जाना भी शामिल था. अब जब पार्टी लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए दिल्ली पर राज करने की निर्णायक लड़ाई लड़ रही, सारी नजरें उन्हीं पर टिकीं

time-read
3 分  |
January 08, 2025