राजस्थान की भरतपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतते ही 25 वर्षीय संजना जाटव ने डांस करना शुरू कर दिया. उनका यह वायरल वीडियो सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अकेले अपने बलबूते साधारण बहुमत यानी 272 का आंकड़ा पार करने तक से रोकने में भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया) को मिली सफलता की एक शानदार मिसाल बन गया है. एक पुलिस कांस्टेबल की पत्नी संजना ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर भाजपा के रामस्वरूप कोली को हराया. लगातार दो बार जीतने के बाद यह सीट भाजपा के हाथ से फिसल गई. संजना अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों से संसद के निचले सदन में पहुंचने वाले 19 कांग्रेस सदस्यों में से एक हैं.
उनकी जीत केवल विपक्षी गठबंधन का संख्या बल बढ़ने की ही परिचायक नहीं है. यह पक्का करेगी कि सत्तारूढ़ पार्टी का बहुमत संसद में उसकी आवाज को दबान पाए. दरअसल, विपक्षी पार्टियां तीसरी नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और यह बात चुनाव नतीजे आने के दो दिन बाद हुई राहुल गांधी की विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ जाहिर हो ई. एग्जिट पोल के बाद शेयर बाजार में आए अस्वाभाविक उछाल और फिर नतीजों के दिन 4 जून को जोरदार गिरावट का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मोदी और उनके नंबर 2 अमित शाह शेयर घोटाले में लिप्त हैं; इसके जरिए इन्होंने उद्योगपति गौतम अदाणी की मदद की है. उन्होंने पूरे मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराने की मांग की है. कांग्रेस ने भांप लिया है कि नई सरकार बीते पांच साल की तरह विपक्ष की मांगों की अनदेखी करने की स्थिति में नहीं है. राहुल ने इतना ही कहा, "अब विपक्ष ज्यादा मजबूत है. संसद में परिस्थितियां बदल गई हैं. प्रधानमंत्री अब उस तरह बेधड़क तरीके से काम नहीं कर पाएंगे."
संसद केवल दो पक्षों के बीच जंग का मैदान नहीं बनी रहेगी. बल्कि संजना जैसी सांसद उस सामाजिक गठजोड़ की भी झंडाबरदार हैं जिसे विपक्षी दल धीरे-धीरे तैयार कर रहे हैं ताकि पिछले एक दशक से कायम भाजपा के प्रभुत्व का मुकाबला किया जा सके. आने वाले समय में संसद और विधानसभाओं से इतर भाजपा के लिए इसी गठजोड़ से चुनौतियां बढ़ेंगी.
この記事は India Today Hindi の 19th June, 2024 版に掲載されています。
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