पर्यटन का बढ़ता कारोबार
Sarita|April Second 2023
पर्यटन बिजनैस से न सिर्फ किसी देश की जीडीपी में बढ़ोतरी होती है बल्कि वहां के लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी खुलते हैं. भारत में पर्यटन कारोबार कोरोनाकाल के बाद अब फिर से पटरी पर आ रहा है, जिस से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है.
शैलेंद्र सिंह
पर्यटन का बढ़ता कारोबार

भारत में पर्यटन के लिए इतनी सारी जगहें हैं कि अर्थव्यवस्था काफीकुछ पर्यटन पर ही निर्भर कर रही है. यहां न सिर्फ भारत के ही लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमने के लिए जाते हैं, बल्कि विदेशों के लाखों लोग भी यहां घूमने के लिए आते हैं.

भारत की जीडीपी में पर्यटन क्षेत्र का योगदान 9.2 फीसदी बढ़ कर 240 अरब डौलर तक पहुंच गया है. पर्यटन भारत में विदेशी मुद्रा लाने वाला तीसरा सब से बड़ा क्षेत्र है. यह क्षेत्र 4.2 करोड़ लोगों को नौकरियां देता है, जो कुल रोजगार का 8.1 फीसदी है. यही नहीं, पर्यटन के क्षेत्र में तमाम तरह के रोजगार भी हैं. यह इन्फ्रास्ट्रक्चर, सांस्कृतिक पर्यटन, धार्मिक व हैरिटेज पर्यटन, हिमालयन राज्यों में पर्यटन, स्थायी पर्यटन, पर्यटन स्थलों के प्रचारप्रसार में तकनीक की भूमिका, होम स्टे का महत्त्व, पर्यटन के साथ आयुर्वेद व मैडिकल को जोड़ना, वन्यप्राणी पर्यटन शामिल हैं. भारत में हिमालयन रेंज में आने वाले राज्यों में पर्यटन विकास का सब से बड़ा जरिया है.

आंकड़े बताते हैं कि 2023 तक भारत में पर्यटन उद्योग की सालाना कमाई 60 अरब डौलर के करीब होनी चाहिए. पर्यटन क्षेत्र का अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ता है. विकास और रोजगार बढ़ाने में भी इस की बड़ी भूमिका होती है. भारतीय अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में पर्यटन क्षेत्र महत्त्वपूर्ण योगदान दे सकता है. यह ऐसा क्षेत्र है जो रोजगार के काफी अवसरों का सृजन कर सकता है. देश में पर्यटकों की संख्या बढ़ने से रोजगार बढ़ते हैं. यह क्षेत्र प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा करता है. 2018 में पर्यटन से भारत को 28.6 अरब डौलर की कमाई हुई थी जो 2022 तक 50 अरब डौलर पर पहुंच गई.

この記事は Sarita の April Second 2023 版に掲載されています。

7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、9,000 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。

この記事は Sarita の April Second 2023 版に掲載されています。

7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、9,000 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。

SARITAのその他の記事すべて表示
मौन का मूलमंत्र जिंदगी को बनाए आसान
Sarita

मौन का मूलमंत्र जिंदगी को बनाए आसान

हम बचपन में बोलना तो सीख लेते हैं मगर क्या बोलना है और कितना बोलना है, यह सीखने के लिए पूरी उम्र भी कम पड़ जाती है. मौन रहना आज के दौर में ध्यान केंद्रित करने की तरह ही है.

time-read
3 分  |
February First 2025
सरकार थोप रही मोबाइल
Sarita

सरकार थोप रही मोबाइल

सरकार द्वारा कई स्कीमों को चलाया जा रहा है. बिना एडवांस मोबाइल फोन और इंटरनैट सेवा की इन स्कीमों का फायदा उठाना असंभव है. ऐसा अनावश्यक जोर क्या सही है?

time-read
2 分  |
February First 2025
सास बदली लेकिन नजरिया नहीं
Sarita

सास बदली लेकिन नजरिया नहीं

सास और और बहू को एकदूसरे की भूमिका को स्वीकार करना चाहिए. सास पुरानी परंपराओं का पालन करते हुए बहू को सिखा सकती है और बहू नई सोच व नए दृष्टिकोण से घर को बेहतर बना सकती है.

time-read
5 分  |
February First 2025
अमेरिका में भी पनप रहा ब्राह्मण व बनिया गठजोड़
Sarita

अमेरिका में भी पनप रहा ब्राह्मण व बनिया गठजोड़

डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही अमेरिका में एक नए दौर की शुरुआत हो चुकी है जिसे ले कर हर कोई आशंकित है कि अब लोकतंत्र को हाशिए पर रख धार्मिक एजेंडे पर अमल होगा.

time-read
10 分  |
February First 2025
किस संतान को मिले संपत्ति पर ज्यादा हक
Sarita

किस संतान को मिले संपत्ति पर ज्यादा हक

यह वह दौर हैं जब पेरैंट्स की सेवा न करने वाली संतानों की अदालतें तक खिंचाई कर रही हैं लेकिन मांबाप की दिल से सेवा करने वाली संतान के लिए जायदाद में ज्यादा हिस्सा देने पर वे भी अचकचा जाती हैं क्योंकि कानून में ऐसा कोई प्रावधान ही नहीं है. क्या यह ज्यादती नहीं?

time-read
10+ 分  |
February First 2025
युवाओं के सपनों के घर पर डाका
Sarita

युवाओं के सपनों के घर पर डाका

नौकरीपेशा होम लोन ले कर अपने सपनों का आशियाना खरीद लेते हैं. लेकिन यहां समस्‍या तब आती है जब किसी यूइत में वे लोन नहीं चुका पाते. ऐसे में कई बार उन्हें अपने घर से हाथ धोना पड़ता है.

time-read
6 分  |
February First 2025
मेलजोल के अवसर बुफे पार्टी
Sarita

मेलजोल के अवसर बुफे पार्टी

बूफे पार्टी में मेहमान भोजन और अच्छे समय का आनंद लेने के साथसाथ सोशल गैदरिंग के चलन को भी जीवित रखते हैं. यह अवसर न केवल खानपान के लिए होता है बल्कि यह लोगों के बीच बातचीत, हंसीमजाक और आपसी विचारों के आदानप्रदान का एक साधन भी है.

time-read
8 分  |
February First 2025
अल्लू अर्जुन को जेल भगवान दोषमुक्त
Sarita

अल्लू अर्जुन को जेल भगवान दोषमुक्त

एक तरह के हादसे पर कानून दो तरह से कैसे काम कर सकता है? क्या यह न्याय और संविधान दोनों का अपमान नहीं ?

time-read
6 分  |
February First 2025
ऊंचे ओहदे वालों में अकड़ क्यों
Sarita

ऊंचे ओहदे वालों में अकड़ क्यों

कुछ लोगों में अपने रुतबे को ले कर अहंकार होता है. उन्हें लगता है कि उन का ओहदा, उन का पद बैस्ट है. वे सुपीरियर हैं. यह सोच अहंकार और ईगो लाती है जो इंसान के व्यवहार में अड़चन डालती है.

time-read
6 分  |
January Second 2025
बंटोगे तो कटोगे वाला नारा प्रधान राष्ट्र
Sarita

बंटोगे तो कटोगे वाला नारा प्रधान राष्ट्र

देश नारा प्रधान है. काम भले कुछ न हो रहा हो पर पार्टियां और सरकारों द्वारा उछाले नारों की खुमारी जनता पर खूब छाई रहती है.

time-read
3 分  |
January Second 2025