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राजस्थान विधानसभा के लिए वर्ष 2024 रहा स्वर्णिम काल
Aaj Samaaj|December 20, 2024
16वीं राजस्थान विधानसभा में उन्हें पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्वाचित किया था। देवनानी ने सदन में अध्यक्ष पद पर आसीन होने पर कहा था " राजस्थान विधान सभा के सदन की परम्पराएं महान रहीं हैं। सदन की मान-मयार्दा को बनाए रखने के लिए सर्वदा प्रयास करते रहेंगे। " सदन की ज्यादा से ज्यादा बैठकें और सार्थक बहस की आवश्यकता बताते हुए देवनानी ने पहली बार विधानसभा अध्यक्ष आसन पर बैठते ही सदन की गरिमा एवं निष्पक्षता को बनाये रखने के लिये विधान सभा सदस्यों को भरोसा दिलाया था।
- डॉ. लोकेश चन्द्र शर्मा
राजस्थान विधानसभा के लिए वर्ष 2024 रहा स्वर्णिम काल

राजस्थान विधान सभा के अध्यक्ष पद पर वासुदेव देवनानी का एक वर्ष 21 दिसम्बर को पूरा हो रहा है। प्रखर राजनीतिज्ञ, तकनीकी शिक्षाविद्, सदन की कार्य प्रणाली के गहन अध्येता, गंभीर संभाव, और सदन की गरिमा को नई ऊचाइयां देने वाले, समयानुसार नवाचार और जनसमस्याओं का तत्वरित समाधान करने वाले वासुदेव देवनानी राजस्थान विधानसभा के 18 वें अध्यक्ष है। 16वीं राजस्थान विधानसभा में उन्हें पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्वाचित किया था। देवनानी ने सदन में अध्यक्ष पद पर आसीन होने पर कहा था " राजस्थान विधान सभा के सदन की परम्पराएं महान रहीं हैं। सदन की मान- मयार्दा को बनाए रखने के लिए सर्वदा प्रयास करते रहेंगे। सदन की ज्यादा से ज्यादा बैठकें और सार्थक बहस की आवश्यकता बताते हुए देवनानी ने पहली बार विधानसभा अध्यक्ष आसन पर बैठते ही सदन की गरिमा एवं निष्पक्षता को बनाये रखने के लिये विधान सभा सदस्यों को भरोसा दिलाया था। देवनानी के मार्गदर्शन में राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ" की राजस्थान शाखा को सक्रिय मंच के रूप में परिवर्तित किया गया है। संसदीय कार्यवाही में पारदर्शिता के पोषक देवनानी के सदप्रयत्नों से विधान सभा के सदन के स्वरूप को विश्व की गुलाबी नगरी जयपुर के वैभव के अनुरूप गुलाबी रंग में परिवर्तित किया गया है, साथ ही अब यह सदन डिजिटल हो गया है। सदन की कार्यवाही अब पेपरलैस होगी। विधान सभा का प्रत्येक सदस्य सूचना तकनीक के उपयोग के साथ सदन में जनसमस्याओं पर चर्चा करेगा।

ई-विधान से हो गई है विधान सभा पेपरलैस

वासुदेव देवनानी ने विधान सभा को पेपरलैस बनाने की प्रक्रिया को अपने कार्यकाल के प्रथम वर्ष में ही पूरा कर दिया है। 16वीं विधान सभा का तृतीय सत्र डिजिटल पद्धति से संचालित होगा। विधान सभा सचिवालय की कार्य प्रणाली भी पेपरलैस हो गई है। वन नेशन वन एप्लीकेशन के तहत ई-विधान एप्लीकेशन नेवा का उपयोग राजस्थान विधान सभा को डिजिटल बनाये जाने के लिए किया गया। इससे विधान सभा के सदन से संबंधित विधेयक, रिपोर्टस, वीडियो आदि मीडिया अनुसंधानकर्ता और आम नागरिक को अब सरलता से ऑन लाईन उपलब्ध हो रहे है।

सर्वदलीय बैठक

この記事は Aaj Samaaj の December 20, 2024 版に掲載されています。

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