सेबी कर रहा तुरंत निपटान पर विचार
Business Standard - Hindi|July 25, 2023
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) शेयर बाजार में सौदों का निपटान तत्काल करने की महत्त्वाकांक्षी योजना पर काम कर रहा है।
खुशबू तिवारी और समी मोडक
सेबी कर रहा तुरंत निपटान पर विचार

सौदों के निपटान चक्र को टी+2 (ट्रेड और दो दिन) से टी+1 (ट्रेड और एक दिन) करने के एक साल से भी कम समय में सौदों का निपटान फौरन करने के लिए नया प्रस्ताव आया है।

सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने आज कहा, 'शेयर बाजार के लिए अस्बा की तरह भुगतान प्रणाली पर काम करते समय हमने महसूस किया कि सौदों का निपटान फौरन करना संभव है। टी+1 की तरह ही, सौदों का निपटान तुरंत करने वाला भारत दुनिया का पहला देश होगा।' सेबी प्रमुख ने कहा कि शेयर बाजार के लिए अस्बा की तरह भुगतान व्यवस्था, शेयर सौदों के निपटान चक्र को टी+1 और आईपीओ तथा म्युचुअल फंड लेनदेन का निपटान का समय घटाकर टी+3 करने जैसे ट्रेडिंग ढांचे में बदलाव से निवेशकों को सालाना करीब 3,500 करोड़ रुपये की बचत होगी। उन्होंने कहा, 'जैसे-जैसे पारिस्थितिकी तंत्र ज्यादा क्षमता विकसित करेगा, आंकड़े बढ़ते जाएंगे।' तत्काल निपटान की व्यवस्था केवल डिलिवरी आधारित सौदों और निवेशकों के चुनिंदा समूह के लिए ही हो सकती है। बुच ने संकेत दिया कि यह अलग ट्रेडिंग सेगमेंट हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह अगले वित्त वर्ष तक लागू हो सकता है।

この記事は Business Standard - Hindi の July 25, 2023 版に掲載されています。

7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、9,000 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。

この記事は Business Standard - Hindi の July 25, 2023 版に掲載されています。

7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、9,000 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。

BUSINESS STANDARD - HINDIのその他の記事すべて表示
'स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासियों के योगदान की अनदेखी'
Business Standard - Hindi

'स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासियों के योगदान की अनदेखी'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश में कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासी नेताओं के योगदान को कमतर आंकने का प्रयास किया, ताकि 'केवल एक पार्टी और एक परिवार को श्रेय मिल सके।'

time-read
1 min  |
November 16, 2024
दिल्ली में कार्यालयों का समय बदला
Business Standard - Hindi

दिल्ली में कार्यालयों का समय बदला

दिल्ली वालों को प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली है। राष्ट्रीय राजधानी में सूचकांक वायु गुणवत्ता (एक्यूआई) में शुक्रवार को कमी आई और अब यह गंभीर श्रेणी से निकलकर बेहद खराब श्रेणी में आ गया है।

time-read
1 min  |
November 16, 2024
मोदी की यात्रा के एजेंडे में तेल कारोबार
Business Standard - Hindi

मोदी की यात्रा के एजेंडे में तेल कारोबार

कुछ साल से नाइजीरियाई क्रूड का सबसे बड़ा खरीदार रहा है भारत, ओवीएल की नजर गुयाना के अपतटीय ब्लॉकों पर

time-read
3 分  |
November 16, 2024
कम करें स्मॉलकैप, मिडकैप और सेक्टर फंड में निवेश
Business Standard - Hindi

कम करें स्मॉलकैप, मिडकैप और सेक्टर फंड में निवेश

कोविड के बाद बाजार में उतरने वाले नए निवेशकों को सावधानी बरतने और जल्दबाजी में फैसले लेने से बचने की जरूरत है

time-read
3 分  |
November 16, 2024
ऋण निपटान की आसानी बढ़ाएगी आपके क्रेडिट स्कोर की परेशानी
Business Standard - Hindi

ऋण निपटान की आसानी बढ़ाएगी आपके क्रेडिट स्कोर की परेशानी

जो लोग ऋण भुगतान में चूक गए हैं अथवा चूक सकते हैं वे घबराने की बजाय यह समझें कि स्थिति से कैसे निपटें सकते हैं

time-read
3 分  |
November 16, 2024
देश की अर्थव्यवस्था के उत्पादन में कृषि की घटती हिस्सेदारी
Business Standard - Hindi

देश की अर्थव्यवस्था के उत्पादन में कृषि की घटती हिस्सेदारी

गरीबी खत्म करने और लोगों की आय बढ़ाने का रास्ता लाभकारी रोजगार के जरिये ही है। मगर प्रौद्योगिकी में आए नवाचार ने उद्योग और सेवा क्षेत्रों में मानव श्रम की तैनाती को नुकसान पहुंचाया है

time-read
7 分  |
November 16, 2024
खरीफ में कैसी रहेगी महंगाई
Business Standard - Hindi

खरीफ में कैसी रहेगी महंगाई

आने वाले महीनों में महंगाई कैसी रहेगी इसके लिए अब सभी की नजरें खरीफ फसल पर हैं

time-read
5 分  |
November 16, 2024
जलाशशगयों में पर्याप्त जल
Business Standard - Hindi

जलाशशगयों में पर्याप्त जल

जैसे ही आगामी हफ्तों में गेहूं, चना और सरसों जैसी रबी फसलों की बोआई में तेजी आएगी इन सबके बीच सबसे बड़ी चिंता जलाशयों में जलस्तर होगा। खासकर जिनके पास सिंचाई क्षमता होती है।

time-read
1 min  |
November 16, 2024
ग्रामीण क्षेत्रों को ऋण चक्र के जाल से मिले मुक्ति
Business Standard - Hindi

ग्रामीण क्षेत्रों को ऋण चक्र के जाल से मिले मुक्ति

भारत के एफएमसीजी क्षेत्र में जुलाई-सितंबर तिमाही में मूल्य के हिसाब से 5.7 प्रतिशत और कारोबार के हिसाब से 4.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो ग्रामीण क्षेत्रों की मांग की बदौलत संभव हुआ है।

time-read
4 分  |
November 16, 2024
सहकारी संघवाद की भ्रामक अवधारणा
Business Standard - Hindi

सहकारी संघवाद की भ्रामक अवधारणा

भारत सहकारी संघवाद की कामना तो करता है लेकिन इस दिशा में प्रयास करने पर अक्सर प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है। बता रहे हैं एम गोविंद राव

time-read
5 分  |
November 16, 2024