काफी हद तक सुर्खियों से दूर रहने वाले मजेटी ने अपने उद्यमशीलता के रास्ते और स्विगी बनाने में उनके और उनके सह-संस्थापकों की रणनीति पर भी प्रकाश डाला। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में सूचीबद्ध होने की प्रक्रिया के दौरान उन्होंने कहा, 'हम पहले कोड एग्रीगेशन कर रहे थे फिर लॉजिस्टिक्स पर ध्यान दिया तब जाकर स्विगी बनी। यह हमारा दूसरा साल था जब इसके विस्तार के लिए प्रमुख तौर पर मुझे एक पुराने दोस्त का साथ मिला और उसकी पहली प्रतिक्रिया थी कि यह तो वही काम है जो हमने आईआईएम-कोलकाता में एक प्रोजेक्ट के लिए किया था। हालांकि, यह बात मेरे दिमाग में कहीं नहीं थी।'
मजेटी ने कहा कि उस भूले हुए विचार से उसे क्रियान्वयन करने तक की बात काफी दुर्लभ है। उन्होंने कहा, 'मगर इसे आकार और पैमाने तक तैयार करना और अभी जो हमारे पास है वह किसी चमत्कार से कम नहीं है।'
この記事は Business Standard - Hindi の November 14, 2024 版に掲載されています。
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