व्यवसाय में अक्षय उन्नति हेतु दिवाली पर करें शाबर मन्त्र का प्रयोग
Jyotish Sagar|November 2023
एक ऐसी साधना, एक ऐसे शाबर मन्त्र का प्रयोग एवं विधि बताई गई है, जिसका प्रयोग करने से जातक अपने व्यवसाय, अन्नक्षेत्र को अक्षय बना सकता है अर्थात् उसका व्यवसाय निरन्तर उन्नति करता हुआ नवीन ऊँचाइयों को छूता है।
डॉ. अमित कुमार 'राम'
व्यवसाय में अक्षय उन्नति हेतु दिवाली पर करें शाबर मन्त्र का प्रयोग

प्रत्येक मनुष्य अपने व्यापार में निरन्तर वृद्धि चाहता है और प्रयासरत रहता है कि उसका व्यापार तरक्की करता रहे। उसके घर में सभी भौतिक सुखों का अम्बार लगा रहे । प्रश्नोपनिषद् में कौसल्य के प्रश्न का उत्तर देते हुए मुनि पिप्पलाद ने कहा था-

यच्चित्तस्तेनैष प्राणमायाति प्राणस्तेजसा युक्तः सहात्मना यथासंकल्पितं लोकं नयति।।

- प्रश्नोपनिषद्, 3/10 

अर्थात् जीव का जैसा संकल्प होता है, उसके सहित यह प्राण को प्राप्त होता है तथा प्राण तेज से संयुक्त हो, उस भोक्ता को आत्मा सहित संकल्प किए हुए लोक को ले जाता है।

この記事は Jyotish Sagar の November 2023 版に掲載されています。

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