Open Eye News - July 2023Add to Favorites

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Open Eye News - July 2023

अंतरिक्ष में इसरो के बढ़ते कदम

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) अंतरिक्ष की दुनिया में निरन्तर नए-नए इतिहास रच रहा है।

अंतरिक्ष में इसरो के बढ़ते कदम

4 mins

औद्योगिक विकास से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

साथियों बात अगर हम इस विधेयक की करें तो, फिल्म जगत ने सिनेमैटोग्राफ (संशोधन) विधेयक 2023 को मंत्रिमंडल की मंजूरी का किया और कहा कि इस कदम से फिल्मों की पायरेसी रोकने में मदद मिलेगी।

औद्योगिक विकास से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

4 mins

नागरिकों को उच्च गुणवत्तायुक्त इंटरनेट की मिले सुविधा

साथियों बात अगर हम इंटरनेट की शक्ति का जश्न मनानेडिजिटल भारत का इंटरनेट उत्सव मनाने की करें तोइंटरनेट की परिवर्तनकारी भूमिका को अपनाने के लिए डीओटी मायगोव के सहयोग से भारत इंटरनेट उत्सव मना रहें है, जिसमें नागरिक किसी भी सोशल मीडिया हैंडल पर 2 मिनट तक अपने वीडियो साझा कर सकते हैं कि इंटरनेट ने लोगों के जीवन को कैसे बदल दिया है।

नागरिकों को उच्च गुणवत्तायुक्त इंटरनेट की मिले सुविधा

4 mins

भारतीय आर्थिक दर्शन पर आधारित होना चाहिए वस्तुओं की कीमतों का निर्धारण

हाल ही में प्रकृति जन्य कारणों के चलते यदि टमाटर के उत्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ा है तो बाजार में टमाटर की कीमतों में अत्यधिक (10 गुना) वृद्धि, पश्चिम देशों के आर्थिक चिंतन पर तो खरी उतरती हैं परंतु भारतीय आर्थिक चिंतन के बिलकुल विपरीत है।

भारतीय आर्थिक दर्शन पर आधारित होना चाहिए वस्तुओं की कीमतों का निर्धारण

4 mins

श्रावणी मेले में साकार होता है शिव का मंगलकारी स्वरूप

प्रत्येक वर्ष श्रावण के पावन महीने में लगनेवाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला अवधि में सुलतानगंज की महिमामयी उत्तर वाहिनी गंगा तट पर स्थित अजगैबीनाथ धाम से लेकर देवघर के द्वादश ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ धाम के करीब 110 किमी के विस्तार में मानों शिव का विराट् लोक मंगलकारी स्वरूप साकार हो उठता है और समस्त वातावरण कावंरियां शिव भक्तों के जयकारे से गूंजायमान रहता है।

श्रावणी मेले में साकार होता है शिव का मंगलकारी स्वरूप

4 mins

2023 के अंत में हो रहे मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में जनता की सरकार किस झंडे तले?

वर्ष 2023 में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव परिणाम का आकलन आरंभ किए हुए साढ़े चार महीने व्यतीत हो चुके हैं। राजनैतिक परिस्थितियां तेजी से बदलती रहकर कुछ-कुछ दिशा लेने लगी हैं। यद्यपि अभी तक अन्य पार्टियों की विशेष हलचल चुनावी दृष्टि से दिखाई नहीं दे रही है। “आप पार्टी” की स्थिति भी अभी तक अस्पष्ट है। “आप पार्टी” के सौरभ भारद्वाज का यह कथन वह मध्य प्रदेश चुनाव नहीं लड़ेगी यदि कांग्रेस? यह फिलहाल एक संकेत मात्र ही है, अथवा शिगूफा इससे ज्यादा कुछ नहीं? अभी हाल ही में ग्वालियर क्षेत्र से भाजपा के पूर्व संभागीय मीडिया प्रभारी सुबोध दुबे और किसान मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सतेंद्र सिंह गुर्जर ने साथ ही खंडवा जिले की मांधाता विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ नेता राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त नरेंद्र सिंह तोमर ने भाजपा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है। यद्यपि फिलहाल दल-बदल की प्रक्रिया कुछ धीमी पड़ गई है।

2023 के अंत में हो रहे मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में जनता की सरकार किस झंडे तले?

2 mins

एनजीटी के आदेशों का जिलों में भी नहीं किया जा रहा है पालन

अगर यह माना जा रहा है कि सरकार के फैसलों का प्रदेश के प्रमुख शहरों, जिलों में सही ढंग से पालन में किया जा रहा है तो यह पूरी सच्चाई नहीं है। परंतु अगर यह माना जाए कि प्रदेश के अन्य जिले खास तौर से छोटे जिलों में सरकारी आदेशों और अधिकरणों के आदेशों का बिल्कुल भी पालन नहीं हो रहा है, तो वह शब्दशः सच्चाई है। हाल ही में ये सच्चाई, बैतूल जिले के होटल्स और अस्पतालों के मामले में उजागर हुई है जहां पर्यावरणीय नियमों को लेकर जारी होने वाले निर्देश सिर्फ कागजी दौड़ ही लगा रहे हैं।

एनजीटी के आदेशों का जिलों में भी नहीं किया जा रहा है पालन

6 mins

भारत-अमेरिकी संबंधों का चल रहा है स्वर्णिम युग

कभी तिरस्कार करने और कभी धमकी देने वाले अमेरिका का रवैया अब बदला है तो इसकी वजह है भारत की वह मेधा, जिसने अमेरिका में जाकर सॉफ्टवेयर क्रांति का नेतृत्व कर रही है, वजह है भारत के मेहनतकश, जिन्होंने अमेरिकी धरती पर भी अपनी मेहनत से आर्थिक साम्राज्य खड़ा किया है और एक वजह है भारत का मौजूदा नेतृत्व, जो अब दुनिया की ताकतों के सामने आंख में आंख मिलाकर बात करता है।

भारत-अमेरिकी संबंधों का चल रहा है स्वर्णिम युग

4 mins

दलित महिलाओं को संपन्न बनाये जाने की जरूरत

हालांकि भारतीय समाज में दलित महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है चाहे वह प्रशासनिक सेवा हो या फिर राजनीति। बावजूद इसके क्या इन्हे जातिगत टिप्पणियों से छुटकारा मिला है? जवाब है नही। सदियों से दलित महिलाओं का शोषण जारी है फिर चाहे वो 17वीं सदी में त्रावणकोर साम्राज्य द्वारा दलित महिलाओं पर लगाया जाने वाला स्तन कर की प्रथा हो क्यों न हो। मुलाकरम एक ऐसी प्रथा जिसमे दलित महिलाओं को अपने स्तन को ढकने के बदले राज्य को टैक्स देना पड़ता था। कर की राशि स्तन के आकार के आधार पर निर्धारित की जाती थी।

दलित महिलाओं को संपन्न बनाये जाने की जरूरत

4 mins

डॉक्टरों को देश में मिले प्रतिष्ठा व पहचान बनाने का अवसर

यह तो मानना पड़ेगा कि देश में स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार हुआ है पर अभी बहुत कुछ किया जाना है।

डॉक्टरों को देश में मिले प्रतिष्ठा व पहचान बनाने का अवसर

5 mins

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UtgiverOpen Eye Media Publications

KategoriNews

SpråkHindi

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