आलू, बैंगन, टमाटर से बन सकती है कैंसर की नई दवाएं
Modern Kheti - Hindi|1st January 2023
पोलिश वैज्ञानिकों ने सोलनम जीन वाले पौधों में ऐसे बायोएक्टिव यौगिकों की पहचान की है जिनकी मदद से कैंसर की नई दवाएं तैयार की जा सकती हैं। गौरतलब है कि आलू (सोलनम ट्यूबरोसम), टमाटर (सोलनम लाइकोपर्सिकम) और बैंगन (सोलानम मेलोन्गेना) जैसे पौधे जीन सोलनम का हिस्सा हैं।
आलू, बैंगन, टमाटर से बन सकती है कैंसर की नई दवाएं

आज स्वास्थ्य जगत के सामने कैंसर एक बड़ी समस्या है। दुनिया में शायद ही कोई ऐसा होगा जिसका परिचित इस बीमारी से न जूझ रहा हो। यदि विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों को देखें तो सिर्फ 2020 में ही कैंसर के करीब दो करोड़ नए मामले सामने आए थे जबकि करीब एक करोड़ लोगों की जान इस बीमारी ने ली थी। मतलब कि दुनिया में हर छठी मौत के लिए यह बीमारी ही जिम्मेदार है।

हालांकि देखा जाए तो समय के साथ इसके उपचार में सुधार हो रहे हैं, लेकिन फिर भी इसके उपचार के जो मौजूदा इलाज मौजूद हैं वो स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं या उनके शरीर पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। देखा जाए तो कैंसर को ध्यान में रखकर खोजी जा रही दवाओं में, पारंपरिक चिकित्सा में भी संभावित समाधान मौजूद हैं।

ऐसे ही एक संभावित उपचार की खोज मैग्डालेना विंकील के नेतृत्व में एडम मिकीविक्ज विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने की है। उन्होंने ग्लाइको अल्कलॉइड नामक बायोएक्टिव यौगिकों की समीक्षा की है, जो आमतौर पर आलू, टमाटर जैसी सब्जियों में पाया जाता है। पता चला है कि इस यौगिकों में कैंसर का इलाज करने की क्षमता है।

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