![शहद के फायदे और उपयोग कैसे करें शहद के फायदे और उपयोग कैसे करें](https://cdn.magzter.com/1344336963/1700474292/articles/ALaOUgR8Q1700481367591/1700481658674.jpg)
शहद में पाए जाने वाले पोषक तत्व: शहद जरूरी पोषक तत्वों, खनिजों और विटामिन का भंडार है। शहद में मुख्य रुप में फ्रक्टोज पाया जाता है। इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेट, राइबोफ्लेविन, नायसिन, विटामिन बी 6, विटामिन सी और एमिनो एसिड भी पाए जाते हैं। एक चम्मच (21 ग्राम) शहद में लगभग 64 कैलोरी और 17 ग्राम शुगर (फ्रक्टोज, ग्लूकोज, सुक्रोज एवं माल्टोज) होता है। शहद में फैट, फाइबर और प्रोटीन बिल्कुल भी नहीं होता है।
शहद के औषधीय गुण: शहद के औषधीय गुणों की बात करें तो यह अनगिनत बीमारियों के इलाज में उपयोगी मानी जाती है। यही कारण है कि प्राचीन काल से ही शहद को औषधि माना गया है। आज के समय में मुख्य रुप से लोग त्वचा में निखार लाने, पाचन ठीक रखने, इम्युनिटी पावर बढ़ाने, वजन कम करने आदि के लिए शहद का उपयोग करते हैं। इसके अलावा शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जिसकी वजह से घाव को भरने में या चोट से जल्दी आराम दिलाने में भी यह बहुत कारगर है।
शहद खाने का तरीका: शहद के फायदे के बारे में अधिकतर लोगों को पता होता है लेकिन शहद खाने के तरीके को लेकर लोग असमंजस में रहते हैं। आपकी जानकरी के लिए बता दें कि आप कई तरह से शहद का सेवन कर सकते हैं। आप रोजाना एक से दो चम्मच शहद सीधे तौर पर खा सकते हैं या इसे दूध में मिलाकर सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा खाली पेट हल्के गुनगुने पानी के साथ शहद का सेवन वजन कम करने में बहुत उपयोगी माना जाता है।
शहद के फायदे: छोटे बच्चों से लेकर व्यस्कों तक शहद सभी के लिए उतनी ही फायदेमंद है। नियमित रूप से शहद खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे कई तरह की संक्रामक बीमारियों से बचाव होता है। आइये शहद के प्रमुख फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Denne historien er fra November 15, 2023-utgaven av Modern Kheti - Hindi.
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![ग्रीन हाउस में फूलों की खेती ग्रीन हाउस में फूलों की खेती](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/1183/1979251/M5bhbR7TX1738741680962/1738741830703.jpg)
ग्रीन हाउस में फूलों की खेती
हमारे देश की जलवायु ऐसी है जहां सभी प्रकार के फूल उगाये जाते हैं। किन्तु वर्तमान समय की विशेष आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए नियंत्रित वातावरण में फूल उपजाए जाते हैं, जो सामान्यतः खुले वातावरण में ठीक से नहीं उपजाए जा सकते हैं।
![एफपीओ: भारतीय किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण संस्थान एफपीओ: भारतीय किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण संस्थान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/1183/1979251/h9Tydyr8B1738742715095/1738743055069.jpg)
एफपीओ: भारतीय किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण संस्थान
भारत के कृषि परिदृश्य में छोटे और सीमांत किसान अधिक ( 86 प्रतिशत) हैं। इनमें से अनेक किसान सीमित संसाधन और छोटी जोत के कारण मोलभाव करने की स्थिति में नहीं होते।
![खाद्य पदार्थों में मिलावट पहचान एवं बचाव खाद्य पदार्थों में मिलावट पहचान एवं बचाव](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/1183/1979251/nM5NjB6eV1738740931155/1738741662746.jpg)
खाद्य पदार्थों में मिलावट पहचान एवं बचाव
हम सब घरेलू खान-पान वाली वस्तुएँ आमतौर पर बाजार से खरीद कर ही इस्तेमाल करते हैं। कुछ मुनाफाखोर इनमें नकली एवं मिलावटी वस्तुएं मिलाकर बिक्री बढ़ाने के लिए खपतकारों को बेच देते हैं। इन नकली एवं मिलावटी वस्तुओं से सेहत खराब होती है और शरीर का भी बहुत नुक्सान होता है। हमें बाजार से वस्तुएं खरीदते समय सचेत रहना चाहिए। आओ हम असली नकली एवं मिलावटी वस्तुओं की पहचान करने के बारे में जानकारी सांझा करें।
![हरी खाद सवारें मिट्टी के गुण हरी खाद सवारें मिट्टी के गुण](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/1183/1979251/0Okpvi7Kj1738743070512/1738743212749.jpg)
हरी खाद सवारें मिट्टी के गुण
फसलों की अच्छी पैदावार बनाये रखने के लिए मिट्टी के भौतिक, रसायनिक एवं जैविक गुणों का बढ़िया अवस्था में होना बहुत जरूरी है।
![जलवायु संकट का सामना करने में नई तकनीकों की जरुरत जलवायु संकट का सामना करने में नई तकनीकों की जरुरत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/1183/1979251/FMFip8NwH1738739238259/1738739303069.jpg)
जलवायु संकट का सामना करने में नई तकनीकों की जरुरत
कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों में जलवायु संकट का सामना करने के लिए नई तकनीक, तौर-तरीके और सहकारी संस्थाएं मददगार साबित हो सकती हैं।
![हरे चारे के अभाव में साइलेज से पशुधन की पोषण सुरक्षा हरे चारे के अभाव में साइलेज से पशुधन की पोषण सुरक्षा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/1183/1979251/3_dWdh4re1738739514380/1738739748937.jpg)
हरे चारे के अभाव में साइलेज से पशुधन की पोषण सुरक्षा
देश में पशुधन के पोषण हेतु हरे और पौष्टिक चारे की बहुत कमी है। निरंतर घटती जोत के कारण मात्र 4 प्रतिशत कृषि भूमि पर हरे चारे का उत्पादन संभव हो पा रहा है।
![बायोचार कीटनाशकों का मिट्टी में कम कर सकता है प्रभाव बायोचार कीटनाशकों का मिट्टी में कम कर सकता है प्रभाव](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/1183/1979251/zEFAmuG7d1738738940734/1738739021020.jpg)
बायोचार कीटनाशकों का मिट्टी में कम कर सकता है प्रभाव
दुनिया के कई हिस्सों में डीडीटी के कारण मिट्टी का प्रदूषण एक बड़ी समस्या बनी हुई है। शोधकर्ताओं ने इस जहर से होने वाले पारिस्थितिक खतरों को प्रबंधित करने के लिए इसे बायोचार के साथ मिलाकर एक नई विधि तैयार की है।
![कीट नियंत्रण में फेरोमेन ट्रेप का उपयोग कीट नियंत्रण में फेरोमेन ट्रेप का उपयोग](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/1183/1979251/1Tp1W_gMY1738741843471/1738742202531.jpg)
कीट नियंत्रण में फेरोमेन ट्रेप का उपयोग
फेरोमेन एक प्रकार का कार्बनिक पदार्थ है जो वैज्ञानिकों द्वारा संश्लेषित करके इसे बड़े पैमाने पर इसका उपयोग किया जा सकता है। जो उस जाति के नर कीट को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
![कृषि रसायन : दवा या जहर कृषि रसायन : दवा या जहर](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/1183/1979251/yTqBhYADh1738740263908/1738740376443.jpg)
कृषि रसायन : दवा या जहर
प्राकृतिक, कृषि एवं वातावरण की स्थिरता के लिए हमें कृषि में जैविक प्रबंधन को बढ़ावा देना होगा। जैविक खेती के महत्वपूर्ण स्तम्भ जैसे जैविक खाद, केंचुआ खाद, जीवाणु खाद, बायोगैस स्लरी का उपयोग, कीटों व बीमारियों का जैव नियंत्रण, फसल चक्र प्रबंधन आदि को अपनाना ही होगा।
![कृषि की तरक्की के लिए नए संस्थानों पर दारोमदार कृषि की तरक्की के लिए नए संस्थानों पर दारोमदार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/1183/1979251/Dhr8AhBWJ1738742219082/1738742702638.jpg)
कृषि की तरक्की के लिए नए संस्थानों पर दारोमदार
कृषि क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। यह देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में लगभग 18 प्रतिशत का योगदान करने के साथ राष्ट्रीय कार्यबल के 45 प्रतिशत को रोजगार भी प्रदान करता है।