वहां पर टोकरियां, रंग, अंडे, सजावट का सामान, साटन रिबन, खिलौने, लौली, ग्लिटर ग्लू, स्ट्रीमर और पेपर स्ट्रिंग रखे हुए थे. वह अपने चालाक, कलाकार दोस्तों के आने का बेशब्री से इंतजार कर रही थी. एक अन्य छोटी सी मेज पर उस ने ताजा बेक किए हुए चौकलेट्स बिस्कुट्स और नीबू पानी रख दिया था.
बैट्टी खरगोश और बबीता बिल्ली सब से पहले आने वाले दोस्तों में से थे जो अपने साथ फेस पैंटिंग किट्स और बनी ईयर बैंड्स से भरी एक बोरी ले कर आए थे. "आप कितने बच्चों को आमंत्रित कर रहे हैं?" सभी ने उत्साहित हो कर पूछा.
हेनरीटा ने चहकते हुए कहा, "मोटे तौर पर करीब 20 बच्चों को बुलाया है और यहां पर हंट यानी शिकार का नक्शा है, जिसे मैं ने फार्म के चारों ओर छिपने के स्थानों के लिए बनाया है."
जल्दी ही कोबो जेबरा, मिंटी गिलहरी, गप्पी लोमड़ी, हैटी घोड़ा, गिगी जिराफ और तानिया सूअर भी वहां पर आ गए. शिल्प की तालिका बेवकूफीपूर्ण बातों और रचनात्मकता से भरी हुई थी.
हेनरीटा सभी के लिए ताजा मफिन बेक करते हुए खुशी से चहकने लगी, जबकि मिंटी और गैप्पी पीले चमकने वाले गोंद पर अधिकार को ले कर झगड़ने लगे. बबीता ने उन्हें ग्लिटर ग्लू का एक नया पैकेट दिया, "लो, इसे इस्तेमाल करो. मुझे हैरानी हो रही है कि क्या तुम दोनों सिर्फ यहां बिस्कुट के लिए आए हो."
तभी वहां पर बलूचा भालू और पाली बंदर आ गए.
"वे दोनों यहां पर क्यों आए हैं?" कोबो ने पूछा.
तानिया ने बताया, "वे किसी काम के नहीं हैं."
हालांकि उन्हें देख कर हेनरीटा काफी रोमांचित थी. "वे बच्चों के लिए एक कूदने वाला महल स्थापित करेंगे," वह चिल्लाती हुई बोली.
डौली गधा और कोको कंगारू बन्नी के आकार वाले चौकलेट्स के बक्से उन्हें देने के लिए ले कर वहां आ गए थे.
और देखते ही देखते पूरा सेटअप तैयार हो गया. हेनरीटा का खेत ईस्टर की मौजमस्ती पार्टी किए जाने के लिए तैयार था.
हेनरीटा, गिगी और कार्य जांचपड़ताल की और सबकुछ ठीक किया. "जब हम सब मिल कर एकसाथ काम करते हैं तो इस में ज्यादा समय नहीं लगता है," बंसी कबूतर ने आखिरी साटन रिबन को एक टोकरी में लटकाते हुए कहा, जबकि मिंटी और गैप्पी ने चौकलैट व बिसकुट के लिए लड़ना शुरू कर दिया था.
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रिटर्न गिफ्ट
\"डिंगो, बहुत दिन से हम ने कोई अच्छी पार्टी नहीं की है. कुछ करो दोस्त,\" गोल्डी लकड़बग्घा बोला.
चांद पर जाना
होशियारपुर के जंगल में डब्बू नाम का एक शरारती भालू रहता था. वह कभीकभी शहर आता था, जहां वह चाय की दुकान पर टीवी पर समाचार या रेस्तरां में देशदुनिया के बारे में बातचीत सुनता था. इस तरह वह अधिक जान कर और होशियार हो गया. वह स्वादिष्ठ भोजन का स्वाद भी लेता था, क्योंकि बच्चे उसे देख कर खुश होते थे और अपनी थाली से उसे खाना देते थे. डब्बू उन के बीच बैठता और उन के मासूम, क 'चतुर विचारों को अपना लेता.
चाय और छिपकली
पार्थ के पापा को चाय बहुत पसंद थी और वे दिन भर कई कप चाय पीने का मजा लेते थे. पार्थ की मां चाय नहीं पीती थीं. जब भी उस के पापा चाय पीते थे, उन के चेहरे पर अलग खुशी दिखाई देती थी.
शेरा ने बुरी आदत छोड़ी
दिसंबर का महीना था और चंदनवन में ठंड का मौसम था. प्रधानमंत्री शेरा ने देखा कि उन की आलीशान मखमली रजाई गीले तहखाने में रखे जाने के कारण उस पर फफूंद जम गई है. उन्होंने अपने सहायक बेनी भालू को बुलाया और कहा, \"इस रजाई को धूप में डाल दो. उस के बाद, तुम में उसके इसे अपने पास रख सकते हो. मैं ने जंबू जिराफ को अपने लिए एक नई रजाई डिजाइन करने के लिए बुलाया है. उस की रजाइयों की बहुत डिमांड है.\"
मानस और बिल्ली का बच्चा
अर्धवार्षिक परीक्षाएं समाप्त होने के बाद मानस को घर पर बोरियत होने लगी. उस ने जिद की कि उसे अपने साथ रहने के लिए कोई पालतू जानवर चाहिए, जो उस का साथ दे.
पहाड़ी पर भूत
चंपकवन में उस साल बहुत बारिश हुई थी. चीकू खरगोश और जंपी बंदर का घर भी बाढ़ के कारण बह गया था.
जो ढूंढ़े वही पाए
अपनी ठंडी, फूस वाली झोंपड़ी से राजी बाहर आई. उस के छोटे, नन्हे पैरों को खुरदरी, धूप से तपती जमीन झुलसा रही थी. उस ने सूरज की ओर देखा, वह अभी आसमान में बहुत ऊपर नहीं था. उस की स्थिति को देखते हुए राजी अनुमान लगाया कि लगभग 10 बज रहे होंगे.
एक कुत्ता जिस का नाम डौट था
डौट की तरह दिखने वाले कुत्ते चैन्नई की सड़कों पर बहुत अधिक पाए जाते हैं. दीया कभी नहीं समझ पाई कि आखिर क्यों उस जैसे एक खास कुत्ते ने जो किसी भी अन्य सफेद और भूरे कुत्ते की तरह हीथा, उस के दिल के तारों को छू लिया था.
स्कूल का संविधान
10 वर्षीय मयंक ने खाने के लिए अपना टिफिन खोला ही था कि उस के खाने की खुशबू पूरी क्लास में फैल गई.
तरुण की कहानी
\"कहानियां ताजी हवा के झोंके की तरह होनी चाहिए, ताकि वे हमारी आत्मा को शक्ति दें,” तरुण की दादी ने उस से कहा.