कंडोम, कत्ल और कातिल
Satyakatha|August 2023
पुलिस को स्कूल में जलती हुई लाश के नजदीक कंडोम के पैकेट के अलावा ऐसी कोई चीज नहीं मिली थी, जिस से मृतक और हत्यारों का पता चल सके. कंडोम के इसी पैकेट के जरिए पुलिस टीम हत्यारों तक कैसे पहुंची? इस अनोखी तफ्तीश से पुलिस अधिकारी इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इसे पुलिस ट्रेनिंग कालेज के पाठ्यक्रम में शामिल करने की भी घोषणा की है.
वीरेंद्र बहादुर सिंह
कंडोम, कत्ल और कातिल

यह घटना है उत्तर प्रदेश के फैजाबाद से लगे जिला अंबेडकर नगर की. कभी अंबेडकर नगर फैजाबाद की अकबरपुर नाम से एक तहसील थी, लेकिन मायावती ने इसे फैजाबाद से अलग कर के जिला बना दिया और नाम रख दिया अंबेडकर नगर यहां से उन्होंने लोकसभा का चुनाव भी लड़ा है.

हां तो इसी अंबेडकर नगर में 11 जून, 2023 को थाना बेवाना के अंतर्गत आने वाले गांव भीतरीडीह से करीब 500 मीटर दूर रत्नेश पाठक का कक्षा 8 तक ए.के. पब्लिक स्कूल है, जो पिछले 2 साल से बंद है. जिस से यह स्कूल खंडहर में तब्दील होता जा रहा है. स्कूल से करीब 100 मीटर दूर 11 जून की सुबह रेस लगाने आए कुछ लड़कों ने धुआं उठते देखा. उस बंद पड़े स्कूल से धुआं उठते देख लड़कों को हैरानी हुई. क्योंकि ठंड का महीना तो था नहीं, जिस से सोचा जाए कि कोई आग जला कर हाथ सेंक रहा हो.

यह धुआं क्यों उठ रहा है, यह देखने के लिए वे लड़के वहां जा पहुंचे. जब वे लड़के वहां पहुंचे तो वहां की स्थिति देख कर सन्न रह गए. क्योंकि वह आग ऐसे ही नहीं जल रही थी. उस आग में एक मानव शरीर जल रहा था, जो अब तक इतना जल चुका था कि उसे पहचाना नहीं जा सकता था.

लड़कों ने इस बात की सूचना गांव वालों को दी तो लाश देखने के लिए लगभग पूरा गांव ही उमड़ पड़ा. लाश और घटनास्थल की स्थिति देख कर ही लग रहा था कि मामला हत्या का है, इसलिए गांव के कोटेदार अमित पांडेय ने तुरंत थाना बेवाना पुलिस को इस घटना की सूचना दे दी.

सूचना मिलते ही थाना बेवाना एसएचओ अभय मौर्य फोरैंसिक टीम के प्रभारी गौरव सिंह के साथ घटनास्थल भीतरीडीह गांव पहुंच गए. सूचना मिलने पर थोड़ी ही देर में सीओ (सिटी) सुरेश कुमार मिश्र भी वहां आ गए. सभी ने जैसेतैसे कर के आग बुझाई. पुलिस ने लाश और घटनास्थल का निरीक्षण शुरू किया. यह शव स्कूल के कमरा नंबर 7 में जलता मिला था.

Denne historien er fra August 2023-utgaven av Satyakatha.

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