कलाकार: रणदीप हुड्डा, अभिमन्यु सिंह, उर्वशी रौतेला, अमित सियाल, फ्रेडी दारूवाला, गोविंद नामदेव, जाकिर हुसैन, किरण कुमार, राहुल मित्रा, वरुण मिश्रा, वी शांतनु, प्रवीण सिंह सिसोदिया, आयशा एस. मेमन, संदीप चटर्जी, आकांक्षा पुरी आदि
यह वेब सीरीज एक एंटरटेनिंग थ्रिलर है. उत्तर प्रदेश के सुपरकौप कहे जाने वाले अविनाश मिश्रा के किरदार में रणदीप हुड्डा ने खुद को बहुत ही शानदार तरीके से ढालने की कोशिश की है. उत्तर प्रदेश की भाषा भी वह अच्छी तरह बोल लेता है.
जियो सिनेमा पर 8 एपीसोड में रिलीज हुई वेब सीरीज 'इंसपेक्टर अविनाश' के साथ उत्तर प्रदेश के एनकाउंटर स्पैशलिस्ट अविनाश मिश्रा एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में पैदा हुए अविनाश मिश्रा साल 1982 में पुलिस में भरती हुए थे.
एसटीएफ का गठन होने से ले कर साल 2009 तक वह एसटीएफ में रहे. डिप्टी एसपी के पद से वह रिटायर हुए थे. उन के पिता स्वतंत्रता सेनानी थे. वह बिलकुल नहीं चाहते थे कि बेटा पुलिस की नौकरी में जाए. लेकिन अविनाश मिश्रा की जिद थी पुलिस में जाने की. उन में अपराधियों के सफाए का जुनून था.
Denne historien er fra January 2024-utgaven av Satyakatha.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra January 2024-utgaven av Satyakatha.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
मासूमों से रेप हुआ एनकाउंटर
महाराष्ट्र के पुणे जिलांतर्गत बदलापुर में एक बहुत ही चर्चित स्कूल है, जहां नर्सरी -केजी से ले कर 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है. यहां मराठी और अंगरेजी माध्यम से पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 1200 के करीब है. मराठी माध्यम के स्कूल सरकारी अनुदान से चलते हैं, जबकि अंगरेजी वाले स्कूल पूरी तरह से प्राइवेट हैं.
गे संबंधों की लालसा में लुट रहे युवा
गे ऐप्स आजकल अपराधियों का अड्डा बनते जा रहे हैं. इन ऐप्स के जरिए गे कैटेगरी के लोग इतनी आसानी से अपराधियों के चंगुल में फंस जाते हैं कि उन्हें आभास ही नहीं हो पाता. आप भी जानें कि अपराधी इन ऐप्स के जरिए अपने शिकार को कैसे फांसते हैं?
देवर की चाहत में पति की हत्या
30 वर्षीय पूनम ने 40 साल के दिनेश अवस्थी से प्रेम विवाह कर जरूर लिया था, लेकिन वह उस से खुश नहीं थी. फिर पूनम ने हमउम्र देवर मनोज अवस्थी को प्यार के जाल में फांस लिया. यह बात जब दिनेश को पता चली तो उस ने क्या किया ? क्या पति के सामने पूनम देवर के साथ रहती रही? जानने के लिए पढ़ें यह दिलचस्प कहानी.
जंगल में मंगल मिली मौत
अपनी प्रेमिका के साथ जो युवक नेवरी पहाड़ी के जंगल में मौजमस्ती करते, अरुण त्रिपाठी पेड़ की आड़ में छिप कर उन की वीडियो बना लेता था. फिर उन युवकों को ब्लैकमेल कर उन से मोटी रकम वसूलता था. संजू और ऋतिक के भी उस ने उन की प्रेमिकाओं के साथ अश्लील फोटो खींच लिए. ये फोटो उस की जान पर ऐसी मुसीबत बन कर आए कि.....
फ्लाइट अटेंडेंट
नेतागिरी पर बेस्ड वेब सीरीज 'फ्लाइट अटेंडेंट' में एक स्ट्रगल राजनेता अपनी पत्नी तक को कुरबान कर देता है. इस में कहानी प्रजेंट और पास्ट में चलती है. सीरीज की कहानी फ्लाइट अटेंडेंट की पास्ट लाइफ पर चलती है. उस की पास्ट लाइफ बहुत खराब होती है. कुल मिला कर सीरीज की कहानी दर्शकों को कनफ्यूज करने वाली हैं.
बड़े बेटों के जरिए छोटे की मौत का बदला
कविता राघव अपने दोनों बेटों शिवम और शशांक को एक स्कूल के वाइस प्रिंसिपल शबाबुल आलम की हत्या करने के लिए मजबूर कर रही थी. उस ने बेटों से यहां तक कह दिया कि यदि तुम यह काम नहीं करोगे तो मैं किसी शूटर से उस की हत्या करा दूंगी. मम्मी के कहने पर दोनों बेटों शबाबुल को मार दिया. पढ़ें, यह रोचक कहानी कि एक मां ने अपने बेटों को कातिल क्यों बनाया?
कांस्टेबल नीता शराब तस्करी से कमाए करोडों रुपए?
गुजरात पुलिस में कांस्टेबल नीता चौधरी शाही जिंदगी जीने की शौकीन है. उस के पास अनेक लग्जरी गाड़ियां हैं. एक मामूली सिपाही के पास आखिर कहां से आई करोड़ों रुपए की संपत्ति?
फिल्म 'दृश्यम' की तर्ज पर प्रेमिका का मर्डर
पति से तलाक होने के बाद 32 वर्षीय ज्योत्सना प्रकाश आकरे फौजी अजय वानखेड़े के संपर्क में आई. होटल में हसरतें पूरी करने के बाद फौजी ने उस से शादी करने का वायदा किया, लेकिन इस दौरान इन के बीच ऐसा क्या हो गया कि फौजी अजय ने न सिर्फ ज्योत्सना की हत्या कर दी, बल्कि घटना को फिल्म 'दृश्यम' की कहानी का रूप देने की कोशिश की?
हनीट्रैप का मकड़जाल
बलोदा बाजार भाटापारा के इस हनीट्रैप गैंग में एडवोकेट से ले कर पत्रकार तक शामिल थे. ये लोग शहर के नामी व्यक्तियों को अपने जाल में इतनी आसानी से फांस लेते थे कि शिकार को लाखों रुपए ढीले करने पर मजबूर होना पड़ता था. जैसे ही यह बात पुलिस तक पहुंची तो....
हनीमून फोटोग्राफर
वेब सीरीज 'हनीमून फोटोग्राफर' मालदीव की खूबसूरत पृष्ठभूमि से शुरू होती है. एक दवा कारोबारी का बेटा अधीर अपने हनीमून की फोटोग्राफी के लिए फोटोग्राफर अंबिका (आशा नेगी) को साथ ले कर जाता है, लेकिन मालदीव के समुद्र तट पर अधीर की मौत हो जाती है. यहीं से सीरीज क्राइम थ्रिलर में बदल जाती है. शक अंबिका पर पर होता है. सच्चाई को उजागर करने के लिए अंबिका को धोखे और रहस्यों के जाल से गुजरना होता है.