इतनी जल्दी क्यों है
Rupayan|March 31, 2023
क्या आप भी सुबह-सुबह हड़बड़ाते हुए उठती हैं? अगर आपका जवाब हां है तो कहीं इसकी वजह जरूरत से ज्यादा चिंता तो नहीं! संभल जाएं, यह आपकी सेहत और दिमाग पर असर कर रही है। ऐसे में वेकफुल रेस्ट तकनीक आपकी सुबह को खुशनुमा बना सकती है। जानती हैं, क्या है वेकफुल रेस्ट तकनीक?
मोनिका अग्रवाल
इतनी जल्दी क्यों है

विशेषज्ञों के अनुसार, काम को पूरा करने का दबाव दिमाग पर इतना हावी रहता है कि आप चाहकर भी तनावमुक्त नहीं हो पाती हैं और चिंताग्रस्त हो जाती हैं।

आंख खुलते ही सौम्या हड़बड़ाकर उठी और एकदम से बड़बड़ाते हुए बाथरूम की तरफ भागी, "आज भी समय पर आंख नहीं खुली। साढ़े आठ बज गए!"

सौम्या के पति क्षितिज ने शांत करते हुए कहा, "रोज-रोज ऐसी हड़बड़ाहट ठीक नहीं, सौम्या।"

इस पर सौम्या चिड़चिड़ाते हुए बोली, "आज तो मेरी सुबह-सुबह ऑफिस में मीटिंग भी है और मुझे शिवी के स्कूल पीटीएम में भी जाना है। परेशान हो गई हूं रोज-रोज की इस आपाधापी से!" इसी बात पर पति-पत्नी में थोड़ी नोक-झोंक भी हो गई। सौम्या गुस्से से बोली, "एक तो देर हो गई, ऊपर से समझने की जगह उपदेश दे रहे हो। यह नहीं कि स्कूल तुम चले जाओ।" फिर जैसे ही सौम्या, शिवी के स्कूल पहुंची, वहां उसकी मुलाकात अपने स्कूल की सहेली से हुई, जो अब एक मनोवैज्ञानिक है। बातों-बातों में सौम्या की परेशानी पता लगने पर उसने सौम्या को कुछ बातें समझाईं, जिनको जानना आपके लिए भी बेहद जरूरी है।

कैसे करें प्रैक्टिस?

शिखा ने जब वेकफुल रेस्ट तकनीक के बारे में सुना तो उसने इस पर भरोसा न कर हंसते हुए कहा, "भला इससे क्या फायद!" तब उसकी छोटी बहन ने बताया, "इस तकनीक को अपनाने से आपका मन-मस्तिष्क स्वस्थ रहता है। एक बार करके तो देखो। "शिखा ने वेकफुल रेस्ट करने के तरीके और फायदे के बारे में जानना चाहा। एक्सपर्ट ने शिखा को समझाया, "वेकफुल रेस्ट तकनीक आपको किसी भी तरह के तनाव को दूर भगाने में फायदेमंद हो सकती है। बस, इसे करते वक्त आप अपना मन और दिमाग शांत रखें। इसे करते समय किसी भी प्रकार के नकारात्मक ख्याल से आप दूर रहें, जो आप पर पूरे दिन हावी रहते हैं। इसे करना आसान है। आप कहीं भी क्यों न हों, आसानी से इस तकनीक को अपना सकती हैं और आपको कुछ ही दिनों में अपनी हड़बड़ाहट और चिंता में फर्क महसूस होगा। रही बात इसको कैसे करना है तो यह भी आपके लिए जानना काफी जरूरी है।

Denne historien er fra March 31, 2023-utgaven av Rupayan.

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