![लौटकर अपने बचपन को देखें! लौटकर अपने बचपन को देखें!](https://cdn.magzter.com/1659017252/1722561352/articles/Nq9ZGznXZ1722580174773/1722580505188.jpg)
श्रेया को आज भी अच्छी तरह याद है वो दिन, जब वह नन्हे आदित्य को स्कूल छोड़कर आई थी। वह आदित्य के स्कूल का पहला दिन था। स्कूल के गेट पर उसकी आंखें आंसुओं से डबडबा रही थीं। श्रेया का दिल टूटा जा रहा था । आदित्य को छोड़ते हुए एक बार उसका मन हुआ कि बेटे को वापस ले जाए, पर तभी पीछे से आती एक नन्ही बच्ची ने लपककर आदित्य का हाथ पकड़ लिया और बोली, "चलो, हम दोनों साथ चलते हैं।" आदित्य की आंखों में एक चमक- सी आ गई और वह उस लड़की का हाथ पकड़कर श्रेया को टाटा करके क्लास में चला गया। उस नन्ही लड़की ने श्रेया के दिल को राहत दे दी थी। घर लौटकर आदित्य ने अपनी नई दोस्त की कई बातें उसे बताई। उसका मन अब स्कूल लगने लगा था।
यह छोटा-सा महत्वहीन किस्सा अगर सोचा जाए तो बहुत ही खास है। दोस्ती या मित्रता का अपना एक महत्व है। किसी भी बच्चे के संतुलित विकास में दोस्ती महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। अक्सर सुना जाता है कि बचपन की दोस्ती जीवन भर के लिए होती है। अपने रिश्ते हम स्वयं नहीं चुनते, क्योंकि हम जिस भी परिवार में जन्म लेते हैं, उससे जुड़ जाते हैं। रिश्ते पूर्व निर्धारित होते हैं, लेकिन सिर्फ एक ही रिश्ता होता है, जो हम स्वयं चुनते हैं और वह है दोस्ती। पुराणों में भी सच्ची दोस्ती की ढेर सारी मिसालें मौजूद हैं, जो किसी भी रिश्ते से ज्यादा महत्वपूर्ण साबित हुई हैं, जैसे कि श्रीकृष्ण एवं सुदामा और दुर्योधन एवं कर्ण की।
Denne historien er fra August 02, 2024-utgaven av Rupayan.
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![ख्वाहिश ख्वाहिश](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/QEHtBU5Ba1739537797357/1739538445826.jpg)
ख्वाहिश
\"लोग और समाज की मैं परवाह नहीं हूं। कोई कुछ भी कहे, मुझे फर्क नहीं पड़ता है। मेरे लिए आपकी खुशी इन सबसे बढ़कर है। \"
![बहू नहीं मानती आपकी बात! बहू नहीं मानती आपकी बात!](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/8PzqNn6xx1739536361169/1739538442093.jpg)
बहू नहीं मानती आपकी बात!
सास-बहू का रिश्ता खट्टी-मीठी नोक-झोंक से भरा होता है। इसमें कई बार प्यार - समझदारी तो कई दफा तनाव भी होता बिगड़ती है, जब बहू सास की बात को अनसुना कर मनमानी करने लगती है। ऐसे में आप क्या करती हैं?
![चेहरे बोलेंगे उम्र तो कोई खास नहीं चेहरे बोलेंगे उम्र तो कोई खास नहीं](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/VXMFrixzJ1739537190758/1739538444257.jpg)
चेहरे बोलेंगे उम्र तो कोई खास नहीं
एंटी-एजिंग यानी बढ़ती उम्र में महिलाओं को अक्सर त्वचा के पड़ने और झुर्रियों की शिकायत होती है। ऐसे में 'फेस योग' एंटी-एजिंग के लिए एक चमत्कार की तरह है।
![आप घर की दीवारों से प्यार करने लगेंगी आप घर की दीवारों से प्यार करने लगेंगी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/FutOwdwas1739537450506/1739538444858.jpg)
आप घर की दीवारों से प्यार करने लगेंगी
दीवारें खाली हों तो सूना-सा लगता है। सजा लें तो अपना-सा लगता है। लेकिन सजाने से पहले एक योजना जरूर बना लें।
![होते नहीं, पर लगते हैं गुलाब होते नहीं, पर लगते हैं गुलाब](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/nkIqdCHwC1739537604872/1739538451336.jpg)
होते नहीं, पर लगते हैं गुलाब
गुलाबों के बीच बैठकर चाय की चुस्कियां लेना बहुत खूबसूरत अहसास कराता है। लेकिन अगर गुलाब नहीं उग पा रहे हैं तो बगीचे को गुलाब जैसे दिखने वाले फूलों से महका दें।
![स्कर्ट स्टाइल में कुछ 'खास' स्कर्ट स्टाइल में कुछ 'खास'](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/S5GmpW9H01739536087478/1739538441339.jpg)
स्कर्ट स्टाइल में कुछ 'खास'
क्या आप भी रोजाना कुर्ती, जींस और टॉप पहनते-पहनते बोर हो गई हैं? अगर हां तो आप अपने बोरिंग लुक में स्कर्ट्स के स्टाइल को जोड़ सकती हैं।
![आपका किचन स्लैब कितना साफ आपका किचन स्लैब कितना साफ](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/rj70CeIat1739537002553/1739538442852.jpg)
आपका किचन स्लैब कितना साफ
भूख लगने पर बच्चे किचन स्लैब पर रखी कोई भी चीज उठाकर खा लेते हैं, लेकिन यह उनकी सेहत के लिए सही नहीं है? आप अपने किचन स्लैब पर क्या-क्या रखती हैं?
![त्वचा को दें पोषण भरा स्पर्श त्वचा को दें पोषण भरा स्पर्श](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1986589/oDcB3hfZr1738904638921/1738904742761.jpg)
त्वचा को दें पोषण भरा स्पर्श
खूबसूरती को लंबे समय तक बरकरार रखने के लिए त्वचा को स्वस्थ और पोषित करना बेहद जरूरी है और त्वचा पोषित कुछ जरूरी विटामिन से।
![जिंदगी की नई शुरुआत जिंदगी की नई शुरुआत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1986589/axRt-bxgW1738904894890/1738904959370.jpg)
जिंदगी की नई शुरुआत
ज्योति पार्क की एक बेंच पर बैठी अपने बीते कल के बारे में सोच रही थी, \"मैंने यह फैसला पहले क्यों नहीं लिया? उसके लिए मैंने क्या नहीं किया? सब कुछ तो किया। अपना सब कुछ खो दिया मैंने उसके लिए ! और उसने? उसने मुझे धोखा दिया, मेरी मासूमियत का फायदा उठाया। काश, मैं उसकी बातों में न आती ! काश, मैंने पापा की बात मान ली होती। मैंने इतनी देर क्यों की? मैंने अपने मां-बाप को भी कितना दुख दिया।\"
![क्या दांत होने लगे खराब? क्या दांत होने लगे खराब?](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1986589/xMdDFLtFR1738904330586/1738904454348.jpg)
क्या दांत होने लगे खराब?
सुंदर, सफेद और स्वस्थ दांत न केवल आकर्षक मुस्कान देते हैं, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाते हैं। लेकिन इनकी देखभाल के लिए आप क्या करती हैं?