हम लोग आज एक ऐसे समय में जी रहे हैं, जहां व्यस्तता को आदर्श माना जाता है। यदि आप व्यस्त नहीं हैं तो आलसी और रचनात्मक नहीं हैं। यह आपकी नकारात्मकता को दर्शाता है। दिल्ली की रहने वाली शालिनी को भी ऐसा ही लगता है। जब भी कोई उससे पूछता है कि वह कैसी है तो उसका हमेशा एक ही जवाब होता है - "व्यस्त हूं! बाद में बात करती हूं।" क्या शालिनी की तरह आपका जवाब भी यही होता है? दरअसल, यह एक संकेत है कि आप व्यस्तता की आदी हो गई हैं?
■ 24 घंटे भी कम: यदि आप हमेशा एक काम से दूसरे काम में भागती रहती हैं और ऐसा महसूस करती हैं कि आपके पास कभी पर्याप्त समय नहीं होता तो यह इस बात का संकेत है कि व्यस्तता ने आपके जीवन पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है। यह भावना आपको व्यस्त न होने पर अपराधबोध महसूस कराती है और आत्मविश्वास को कमजोर करती है।
Denne historien er fra November 08, 2024-utgaven av Rupayan.
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