गरमी के मौसम में शरीर से जुड़ी कई समस्याएं हम सभी झेलते हैं, पर थोड़ी सी एहतियात और डॉक्टरी सलाह पर अमल किया जाए, तो गरम मौसम में भी सुकून महसूस होगा। गरम मौसम में पेट कब गड़बड़ा जाए, नहीं कहा जा सकता। हल्का खाना, समय-समय पर पानी पीने के अलावा भी कुछ बातें हैं, जिन पर हमारा ध्यान नहीं जाता।
पेट की गड़बड़ी और पानी : दिल्ली के अपोलो अस्पताल के सीनियर गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सुदीप खन्ना बताते हैं कि गरमियों में ज्यादातर लोगों में एसिडिटी, गैस, पेट फूलना, खट्टी डकारों की परेशानी होती है। इसका हल है पानी से बॉडी को डिटॉक्स किया जाए। अमूमन, लोग पानी पीने में कंजूसी कर जाते हैं। पर्याप्त मात्रा में पानी और लिक्विड ड्रिंक लेने से परहेज ना करें। दिल, किडनी या लिवर से जुड़ी कोई बीमारी होने पर बहुत पानी नहीं पिया जाता।
सिर दर्द, तलवों में जलन व डिहाइड्रेशन : शरीर में डिहाइड्रेशन होगा, तो डाइजेशन की गड़बड़ी ही नहीं, बल्कि सिर दर्द और तलवों में जलन जैसी परेशानी भी होगी। लिक्विड को किसी भी रूप में लें जैसे पानी, नारियल पानी या जूस। तैलीय और गरिष्ठ भोजन लेने से परहेज करें, क्योंकि गरमियों में कैलोरी की जरूरत सरदी के मौसम की तुलना में कम होती है। ठंड में बॉडी को टेंपरेचर मेंटेन करना पड़ता है, पर गरमी में ऐसी कोई जरूरत नहीं होती। इसीलिए भारी खाना कम खाना चाहिए। मैदे से बनी चीजों से भी दूरी बनाए रखें। रसीले फल खाएं, इनमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है, ये शरीर में नमी को संतुलित रखने में मदद करते हैं।
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