किताबों से बाहर ज्यादा सीखा
नीता लुल्ला, फैशन डिजाइनर, मुंबई
बॉलीवुड और टॉलीवुड फिल्मों में बेहतरीन कॉस्ट्यूम्स के साथ सितारों को खूबसूरत स्टाइल व लुक के साथ उनकी अलग पहचान बनाने का श्रेय मशहूर फैशन डिजाइनर नीता लुल्ला को जाता है। उनके फिल्मी कैरिअर को 40 साल पूरे हो गए हैं, साथ ही उनके डिजाइन किए हुए कॉस्ट्यूम्स की संख्या भी 400 पार कर गई है। टाइमपास के लिए शुरू हुई एक ट्रेनिंग ने नीता को सफलता के मुकाम तक पहुंचाया।
नीता लुल्ला को खुद भी यकीन नहीं होता कि उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में चार दशक हो चुके हैं। फिल्म तमाचा से शुरुआत करते हुए उनकी यह यात्रा लमहे, खुदा गवाह, मणिकर्णिका, थलाइवी तक पहुंची। नीता फैशन कोरियोग्राफर थीं, फिर उन्हें फैशन डिजाइनिंग की समझ हुई। एक बार ब्राइडल कुटूर में हिस्सा लिया और फिर उनके कदम फैशन डिजाइनिंग में बढ़ गए।
परिवार के सपोर्ट से आगे बढ़ना आसान हुआ
नीता कहती हैं, "जब मैं इस फील्ड में आयी तो परेशानियों के साथ झिझक भी थी। लेकिन मेरे सीनियर डिजाइनर झर्केस बथना थे, जो पहली बार चमकीली ग्लैमरस ड्रेसेज लेकर आए, लोगों ने इन्हें पसंद भी किया। इससे मेरी हिचक खुली। मैं छोटी-छोटी बातों से नहीं घबराती। मैं आज जहां भी हूं, उसमें मेरे पति डॉ. श्याम लुल्ला और ससुर जी जो डॉक्टर हैं, का हाथ है। मैं केवल 10वीं तक पढ़ी, फिर शादी हो गई। ससुर जी ने कहा कि मुझे कोई हॉबी रखनी चाहिए। डॉक्टर्स बहुत व्यस्त रहते हैं, मैं घर पर बोर हो जाती। कुकिंग का शौक मुझे नहीं था तो सोचा सिलाई सीख लेती हूं। ससुर जी ने कहा कि इसे प्रोफेशनली सीखो तो टेलरिंग कॉलेज में दाखिला ले लिया। धीरे-धीरे दिलचस्पी बढ़ी और मैं कॉलेज में टॉप 4 में थी।"
पहले ही काम में आयीं दिक्कतें
Denne historien er fra March 2024-utgaven av Vanitha Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra March 2024-utgaven av Vanitha Hindi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
चिल्ड्रंस डे कुछ सवाल
अगर आज हम अपने बच्चों को बेहतर वर्तमान देने की हैसियत रखते हैं तो कल | हम देश के बेहतर भविष्य की गारंटी दे सकते हैं। चिल्ड्रंस डे पर दो अहम मुद्दे, जिन पर ध्यान देना जरूरी है। ये दोनों बातें बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं और इन्हें समझने की जरूरत है।
मैरिज रजिस्ट्रेशन क्यों है जरूरी
अपनी शादी को कानूनी रूप से रजिस्टर कराने के कई फायदे हैं। मैरिज रजिस्ट्रेशन से संबंधित जरूरी बातें-
प्लस साइज दुलहन मेकअप व फैशन टिप्स
हर ब्राइड अपने बिग डे पर सबसे सुंदर दिखना चाहती है, फिर चाहे वह प्लस साइज ब्राइड ही क्यों ना हो ! कैसे दिखे कर्वी ब्राइड परफेक्ट और सबसे अलग ?
जब शादी में पहनें मां की वेडिंग ड्रेस
मां का लहंगा या दादी का पेंडेंट, शादी में कैसे पहनें, जानिए-
क्या है ऑफिस पीकॉकिंग
पीकॉकिंग एक सोशल बिहेवियर है, जिसका मतलब है दूसरों को इंप्रेस करने के लिए खुद को बदलना।
स्किन के लिए मैजिक टेप
बॉडी पर होने वाले हाइपोट्रॉपिक निशानों या केलॉइड्स को कम कर सकता है स्कार टेप।
दूल्हा सजेगा नहीं तो जंचेगा कैसे
बिग फैट इंडियन वेडिंग में जितनी दुलहन की ज्वेलरी जरूरी है, उतना ही महत्व है दूल्हे की ज्वेलरी व एक्सेसरीज का । ट्रेडिशनल से मॉडर्न जमाने तक के बदलावों पर एक नजर-
विंटर स्किन केअर
सरदियों में अपनी स्किन को दें थोड़ा ज्यादा दुलार, ताकि यह बनी रहे सॉफ्ट व हेल्दी।
सही बैंक्वेट कैसे चुनें
शादी की तैयारियों में बैंक्वेट हॉल बुक करने से पहले जरूरी है सही सवाल पूछना।
शादी में बचत
वेडिंग इंडस्ट्री इस साल आने वाले 2 महीनों में 35 लाख शादियों के साथ 4.25 लाख करोड़ रुपए के खर्च की तरफ बढ़ रही है।