शादियों का सीजन आने वाला है और कन्फेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने 35 लाख शादियां होने का अनुमान लगाया है। इस साल जनवरी से जुलाई तक 42 लाख शादियां हुईं और लगभग 5.5 करोड़ रुपयों का एक्सपेंडिचर नजर आया। फाइनेंशियल फर्म प्रभुदास लीलाधर की रिपोर्ट 'बैंड बाजा बारात और मार्केट' के अनुसार आने वाले सीजन में 4.25 लाख करोड़ रुपयों का एक्सपेंडिचर होगा।
इंडस्ट्री की सबसे अच्छी सर्विसेज अपने बजट में लेना हर फैमिली का टारगेट होता है। 40% मिलेनिअल्स अपनी शादी का खर्चा खुद उठा रहे हैं और बहुत से कपल्स क्वॉन्टिटी से ज्यादा क्वॉलिटी पर फोकस कर रहे हैं, जिसमें गेस्ट लिस्ट छोटी होती जा रही है। लेकिन गेस्ट लिस्ट के अलावा भी कई तरीके हैं, जिनसे वेडिंग की कॉस्ट कट की जा सकती है।
कैसे करें बचत
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चिल्ड्रंस डे कुछ सवाल
अगर आज हम अपने बच्चों को बेहतर वर्तमान देने की हैसियत रखते हैं तो कल | हम देश के बेहतर भविष्य की गारंटी दे सकते हैं। चिल्ड्रंस डे पर दो अहम मुद्दे, जिन पर ध्यान देना जरूरी है। ये दोनों बातें बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं और इन्हें समझने की जरूरत है।
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क्या है ऑफिस पीकॉकिंग
पीकॉकिंग एक सोशल बिहेवियर है, जिसका मतलब है दूसरों को इंप्रेस करने के लिए खुद को बदलना।
स्किन के लिए मैजिक टेप
बॉडी पर होने वाले हाइपोट्रॉपिक निशानों या केलॉइड्स को कम कर सकता है स्कार टेप।
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सरदियों में अपनी स्किन को दें थोड़ा ज्यादा दुलार, ताकि यह बनी रहे सॉफ्ट व हेल्दी।
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शादी की तैयारियों में बैंक्वेट हॉल बुक करने से पहले जरूरी है सही सवाल पूछना।
शादी में बचत
वेडिंग इंडस्ट्री इस साल आने वाले 2 महीनों में 35 लाख शादियों के साथ 4.25 लाख करोड़ रुपए के खर्च की तरफ बढ़ रही है।